कांग्रेस के वरिष्ठ नेता Mani Shankar Aiyar ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत को लेकर एक विवादित बयान दिया है। मणिशंकर अय्यर ने ट्रंप को अमेरिका का राष्ट्रपति बनने पर अफसोस जताया और कहा कि एक ऐसा व्यक्ति, जिनकी छवि संदिग्ध है और जिनके बारे में यह कहा जाता है कि उन्होंने वेश्याओं से संबंध बनाए थे, वह दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोकतांत्रिक देश का राष्ट्रपति बन गया है। इसके साथ ही उन्होंने कमला हैरिस की हार पर भी दुःख व्यक्त किया।
मणिशंकर अय्यर का बयान
मणिशंकर अय्यर ने समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा, “मुझे खेद है कि लोगों ने अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के लिए एक ऐसे व्यक्ति को चुना है, जिसका इतिहास वेश्याओं से संबंध रखने और उन्हें पैसे देने का है ताकि वे मुंह बंद रखें।” उन्होंने ट्रंप की छवि पर सवाल उठाते हुए कहा, “मैं मानता हूं कि ट्रंप एक अच्छे व्यक्ति नहीं हैं। हां, अगर आप पूछते हैं कि इसका हमारे राजनीति पर क्या असर होगा, तो उसका जवाब अलग हो सकता है, लेकिन जब हम ट्रंप के चरित्र को देखते हैं, तो मुझे कोई संदेह नहीं है कि अमेरिका ने गलत व्यक्ति को चुना है। यह मेरी व्यक्तिगत राय है।”
मणिशंकर अय्यर ने ट्रंप के बारे में अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए उनकी आलोचना की। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कमला हैरिस जीत जातीं, तो यह एक ऐतिहासिक और सकारात्मक कदम होता, लेकिन दुर्भाग्यवश, वह हार गईं।
कमला हैरिस की हार पर अफसोस
मणिशंकर अय्यर ने कमला हैरिस की हार पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा, “डेमोक्रेट उम्मीदवार कमला हैरिस, जो जीतने पर अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति और भारत से राजनीति में आने वाली पहली महिला होतीं, अगर कमला जीत जातीं तो यह एक ऐतिहासिक और सकारात्मक कदम होता। लेकिन दुर्भाग्यवश, वह हार गईं।” मणिशंकर अय्यर ने यह बयान अमेरिकी चुनाव के परिणाम के बाद दिया, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप को दूसरी बार राष्ट्रपति चुना गया था।
ट्रंप के खिलाफ आरोप
मणिशंकर अय्यर ने डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ अपने बयान में उनके व्यक्तिगत जीवन के संदर्भ में भी बात की। दरअसल, यह मामला एक सेक्स स्कैंडल से जुड़ा हुआ है, जिसमें वयस्क फिल्म अभिनेत्री स्टॉर्मी डेनियल्स ने आरोप लगाया था कि ट्रंप ने 2006 में उनके साथ शारीरिक संबंध बनाए थे। स्टॉर्मी डेनियल्स का यह भी आरोप था कि ट्रंप ने उसे चुप रहने के लिए काफी बड़ी रकम दी थी। यह मामला अभी भी अदालत में चल रहा है। हालांकि, ट्रंप ने इस आरोप को साजिश करार दिया और खुद को निर्दोष बताया।
कांग्रेस नेताओं ने दी ट्रंप को बधाई
मणिशंकर अय्यर के अलावा, कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी डोनाल्ड ट्रंप की जीत पर उन्हें बधाई दी। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “डोनाल्ड ट्रंप को उनकी जीत पर बधाई। अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में उनके दूसरे कार्यकाल के लिए मेरी शुभकामनाएं। कमला हैरिस को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।”
राहुल गांधी का ट्रंप को बधाई संदेश
राहुल गांधी का यह संदेश बहुत ही अलग था, क्योंकि मणिशंकर अय्यर ने जहां ट्रंप की आलोचना की, वहीं राहुल गांधी ने उन्हें उनके दूसरे कार्यकाल के लिए बधाई दी। यह कांग्रेस के भीतर विचारों में अंतर को दर्शाता है। मणिशंकर अय्यर के बयान ने पार्टी के भीतर और सार्वजनिक रूप से चर्चाओं को जन्म दिया, जबकि राहुल गांधी का बधाई संदेश ट्रंप के साथ रिश्तों को अधिक सौहार्दपूर्ण बनाने की ओर संकेत करता है।
अमेरिकी चुनाव और भारत पर प्रभाव
अमेरिकी चुनावों का भारत पर भी असर पड़ता है। डोनाल्ड ट्रंप की जीत ने भारत और अमेरिका के रिश्तों में कुछ नई दिशा की संभावना दिखाई थी, विशेषकर व्यापार और रक्षा संबंधों के संदर्भ में। ट्रंप के प्रशासन ने भारत को एक प्रमुख साझीदार के रूप में देखा था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी व्यक्तिगत दोस्ती भी चर्चा में रही थी। हालांकि, मणिशंकर अय्यर का यह कहना था कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से अमेरिका ने गलत व्यक्ति को चुना, यह बयान भारत में भी चर्चा का विषय बना है।
मणिशंकर अय्यर की टिप्पणी और विवाद
मणिशंकर अय्यर के बयान पर विवाद खड़ा हुआ है। उनके इस बयान को ट्रंप के समर्थकों और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं ने आलोचना की है। बीजेपी नेताओं ने इसे कांग्रेस के एक और नेता की विवादास्पद टिप्पणी बताया है, जो पार्टी के भीतर अपनी छवि को नुकसान पहुंचा सकता है। हालांकि, मणिशंकर अय्यर ने अपने बयान को व्यक्तिगत राय बताया और इसमें उन्होंने किसी अन्य राजनीतिक दल या व्यक्ति का नाम नहीं लिया।
मणिशंकर अय्यर का डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ दिया गया बयान न केवल भारतीय राजनीति में चर्चा का विषय बना है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर भी इसका असर पड़ा है। जहां एक ओर राहुल गांधी ने ट्रंप को उनके दूसरे कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं, वहीं मणिशंकर अय्यर ने उनके चरित्र पर सवाल उठाए और इसे भारत-अमेरिका संबंधों पर भी असर डालने की संभावना जताई। यह बयान कांग्रेस पार्टी के भीतर विचारधाराओं के भिन्न होने को भी दर्शाता है।