
भारत की प्रगति की गाथा ‘भारत की उड़ान’ कॉन्क्लेव में प्रस्तुत
मंडपम में हुआ भव्य आयोजन
भारत मंडपम के प्रतिष्ठित मंच पर ज़ी भारत द्वारा आयोजित ‘भारत की उड़ान’ कॉन्क्लेव 2025 ने देश की विकास यात्रा को नई रोशनी में प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम में सरकार की योजनाओं, नीतियों और उपलब्धियों की झलक दी गई, जिससे यह कार्यक्रम न केवल सूचनात्मक, बल्कि प्रेरणादायक भी बन गया।
नितिन गडकरी ने साझा किया इंफ्रास्ट्रक्चर विजन
भारत की उड़ान कॉन्क्लेव 2025: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी इस आयोजन के केंद्र बिंदु रहे। उन्होंने बताया कि सरकार ने ₹3.85 लाख करोड़ के अटके हुए इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को पुनर्जीवित किया है। इसके साथ ही दिल्ली–देहरादून जैसे प्रमुख एक्सप्रेसवे का निर्माण शुरू हो चुका है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि ₹40,000 करोड़ की योजना के तहत देशभर के सड़क हादसों के ब्लैक स्पॉट्स को खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है। इससे देश में सड़क सुरक्षा और तेज़ गति से कनेक्टिविटी में सुधार होगा।

MSME मंत्री मांझी ने दिखाई देश की आर्थिक ताकत
भारत की उड़ान कॉन्क्लेव 2025: सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि MSME सेक्टर भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। उन्होंने बताया कि देश में 6 करोड़ से अधिक MSMEs मौजूद हैं, जो लगभग 28 करोड़ लोगों को रोज़गार दे रहे हैं। यह क्षेत्र ग्रामीण उद्यमिता को सशक्त बनाकर समावेशी विकास में मदद कर रहा है।

कंपनी रजिस्ट्रेशन और पारदर्शिता पर हर्ष मल्होत्रा का वक्तव्य
कॉरपोरेट मामलों के राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने कॉन्क्लेव में बताया कि कैसे सरकार की दक्षतापूर्ण नीतियों के चलते अब कंपनी रजिस्ट्रेशन में लगने वाला समय 350 दिनों से घटकर मात्र 3–4 दिन हो गया है। उन्होंने DBT प्रणाली की भी सराहना की, जिसके माध्यम से 140 करोड़ लाभार्थियों को 200 योजनाओं का लाभ मिला और सरकार ने ₹3.5 लाख करोड़ की बचत की।
बिहार में बदलाव की नई लहर
भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज़ हुसैन ने बिहार के बदलते स्वरूप को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि राज्य में अब एथेनॉल उत्पादन इकाइयाँ, मेगा फूड पार्क और विमानन क्षेत्र विकसित हो रहे हैं। बिहार अब विकास की दौड़ में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
ग्रामीण भारत की भावना को दर्शाता संबोधन
पशुपालन और पंचायती राज राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल ने अपने भाषण में ग्रामीण भारत की संवेदनशील कहानियों को साझा किया। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना और आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि गांव का आम व्यक्ति अब खुद को सिर्फ लाभार्थी नहीं, बल्कि सम्मानित और सुरक्षित नागरिक मानता है। उन्होंने यह भी बताया कि दूध, मांस और अंडा उत्पादन में भारत दुनिया के अग्रणी देशों में शामिल हो चुका है।
अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
कॉन्क्लेव में अन्य प्रमुख नेताओं की भी उपस्थिति रही जिनमें जनजातीय कार्य मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम, बिहार सरकार में लघु जल संसाधन मंत्री संतोष कुमार सुमन और वरिष्ठ भाजपा नेता सैयद शाहनवाज़ हुसैन शामिल थे। इन सभी नेताओं ने केंद्र और राज्य सरकारों की संयुक्त भागीदारी से हो रहे समावेशी विकास की तस्वीर को साकार रूप में प्रस्तुत किया।
‘भारत की उड़ान’ कॉन्क्लेव: एक दृष्टि भविष्य की ओर
‘भारत की उड़ान’ कॉन्क्लेव ने यह साबित कर दिया कि भारत केवल आकांक्षाओं का देश नहीं, बल्कि उपलब्धियों का भी देश बन चुका है। यहां हर राज्य, हर क्षेत्र और हर नागरिक की भागीदारी से एक सशक्त, आत्मनिर्भर और प्रगतिशील भारत की उड़ान भरने को तैयार है।

