Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 115वें एपिसोड में देशवासियों से कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। इस बार उन्होंने विशेष रूप से ‘वोकल फॉर लोकल’ का जिक्र करते हुए देशवासियों से आग्रह किया कि वे त्यौहारों के समय आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार करें। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता अब केवल सरकारी अभियान नहीं है, बल्कि यह लोगों की जीवनशैली का हिस्सा बन चुकी है।
वोकल फॉर लोकल का महत्व
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत ने कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं, जिन्हें पहले कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता दें और त्यौहारों के समय स्थानीय बाजारों से खरीदारी करें। उन्होंने कहा, “जो भी नया स्टार्टअप या इनोवेशन आप अपने आस-पास देखते हैं, उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा करें।”
डिजिटल अरेस्ट पर विशेष ध्यान
‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने ‘डिजिटल अरेस्ट’ का मुद्दा उठाया। उन्होंने एक ऑडियो संदेश के जरिए समझाया कि कैसे युवा वर्ग इस प्रकार की धोखाधड़ी का शिकार हो रहा है। उन्होंने बताया कि ‘डिजिटल अरेस्ट’ के तहत लोग आपकी जानकारी इकट्ठा करके आपको डरा-धमका कर पैसे निकालते हैं। इससे बचने के लिए उन्होंने तीन चरण बताए: रुकें, सोचें, और कार्रवाई करें। यह सलाह दी कि इन कदमों से लोग खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
कश्मीर की फिर्दोसा और भारतीय संस्कृति का प्रचार
पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर की फिर्दोसा जी का भी जिक्र किया, जिन्होंने अपनी सुलेख कला के माध्यम से कश्मीर को एक नई पहचान दी है। इसके अलावा, उन्होंने सारंगी वादक और चेरीयर पेंटिंग के बारे में भी बात की। उन्होंने छत्तीसगढ़ के बटलुराम माथरा जी का उल्लेख किया, जो आदिवासी सभ्यता को बचाने का कार्य कर रहे हैं।
मोदी ने कहा कि भारतीय संस्कृति के प्रति दुनिया भर के लोगों का आकर्षण बढ़ रहा है, और उन्होंने रूस में कालिदास की ‘अभिज्ञान शाकुंतलम’ का नाट्य रूपांतरण भी साझा किया। यह दर्शाता है कि भारतीय साहित्य का प्रभाव दुनिया के सबसे ठंडे शहर में भी देखा जा रहा है, जो हमारे लिए गर्व की बात है।
फिटनेस पर जागरूकता
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि पहले की तुलना में देश में फिटनेस के प्रति जागरूकता बढ़ी है। उन्होंने पार्कों में लोगों की बढ़ती संख्या का उल्लेख किया। उन्होंने 29 अक्टूबर को ‘रन फॉर यूनिटी’ के आयोजन की घोषणा की और सभी से इसमें भाग लेने की अपील की। उनका यह संदेश था कि फिटनेस और एकता का मंत्र साझा किया जाना चाहिए।
त्यौहारों की शुभकामनाएँ
आखिर में, पीएम मोदी ने सभी से वोकल फॉर लोकल को याद रखने का आग्रह किया और त्यौहारों की शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि अगर हम आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम बढ़ाएँ, तो यह केवल हमारे लिए ही नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी फायदेमंद होगा।
इस बार की ‘मन की बात’ ने न केवल आत्मनिर्भरता, डिजिटल सुरक्षा, और स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित किया, बल्कि भारतीय संस्कृति को भी विश्व मंच पर लाने का प्रयास किया। पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को जागरूक करने और प्रेरित करने की कोशिश की है। उनका यह संदेश है कि एक मजबूत, आत्मनिर्भर भारत की दिशा में सबको मिलकर काम करना होगा।
इस प्रकार, ‘मन की बात’ का 115वां एपिसोड एक प्रेरक संदेश लेकर आया है, जो सभी को एकजुट होकर अपने देश के विकास की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा देता है।