
Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में मीरगंज थाना क्षेत्र में एक बड़ा हादसा हो गया। दिल्ली-बरेली नेशनल हाईवे पर स्थित एक ईंट भट्ठे की चिमनी अचानक गिर गई, जिससे कई मजदूर मलबे में दब गए। हादसे के बाद आसपास के लोगों और मौके पर मौजूद लोगों ने बचाव कार्य शुरू कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम तृप्ति गुप्ता भी मौके पर पहुंचीं। राहत और बचाव कार्य तेज़ी से जारी है।
आधा दर्जन मजदूर मलबे में दबे
घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार, यह हादसा बरेली-दिल्ली नेशनल हाईवे पर स्थित दुर्गा ब्रिज फील्ड ईंट भट्ठे पर हुआ। बताया जा रहा है कि जब हादसा हुआ, उस समय वहां कई मजदूर काम कर रहे थे। तभी अचानक भट्ठे की चिमनी भरभराकर गिर पड़ी और मजदूर उसके मलबे में दब गए।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के समय करीब आधा दर्जन मजदूर चिमनी के पास काम कर रहे थे, जो मलबे में दब गए। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और ईंटों को हटाकर कुछ मजदूरों को बाहर निकाला गया। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।

SDRF की टीम मौके पर पहुंची
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और SDRF (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम मौके पर पहुंची। राहत और बचाव कार्य में तेजी लाई गई। मलबे को हटाने के लिए JCB मशीन की मदद ली जा रही है, ताकि दबे हुए मजदूरों को जल्द से जल्द बाहर निकाला जा सके।
हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। मजदूरों के परिजन और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ईंट भट्ठे में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जा रहा था, जिससे यह हादसा हुआ।
स्थानीय लोगों में गुस्सा, सड़क जाम करने की कोशिश
हादसे के बाद स्थानीय लोगों और मजदूरों में गुस्सा देखने को मिला। नाराज लोगों ने घटना के विरोध में सड़क जाम करने की कोशिश की। हालांकि, मौके पर मौजूद पुलिस बल ने स्थिति को संभाल लिया और लोगों को शांत कराया।
प्रशासन ने लोगों को भरोसा दिलाया कि बचाव कार्य तेजी से किया जा रहा है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, मलबा हटाने का काम जारी है और राहत एवं बचाव दल तेजी से काम कर रही है।
घायलों का इलाज जारी, जांच के आदेश
हादसे में घायल मजदूरों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, कुछ मजदूरों की हालत गंभीर है और उनका इलाज चल रहा है।
घटना के बाद प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। एसडीएम तृप्ति गुप्ता ने कहा कि हादसे के कारणों की जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि घायल मजदूरों को हर संभव चिकित्सा सहायता दी जाएगी और उनके परिवारों को मुआवजा देने पर विचार किया जाएगा।
बरेली में हुआ यह हादसा प्रशासनिक लापरवाही को दर्शाता है। ईंट भट्ठों पर सुरक्षा मानकों का पालन न होना मजदूरों की जान के लिए खतरा बन गया है। सरकार को चाहिए कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए सख्त नियम बनाए और सुरक्षा उपायों को अनिवार्य किया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदी दोबारा न हो। फिलहाल, राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है और प्रशासन मामले की जांच कर रहा है।

