
Rahul Gandhi: राहुल गांधी ने IIT मद्रास के छात्रों के साथ संवाद करते हुए कहा कि देश की शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अधिकार प्रत्येक नागरिक का हक है और यह सरकार की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होनी चाहिए।
भाजपा और कांग्रेस के कार्य करने के तरीके में अंतर
छात्रों के सवाल पर, कि भाजपा और कांग्रेस में क्या अंतर है, राहुल गांधी ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस संसाधनों को समान रूप से बांटने में विश्वास करती है, जबकि भाजपा अधिक आक्रामक दृष्टिकोण अपनाती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस समाज में समावेशिता पर जोर देती है, जबकि भाजपा के दृष्टिकोण में यह कमी हो सकती है।

अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर विचार
अंतरराष्ट्रीय संबंधों के संदर्भ में राहुल गांधी ने कहा कि भारत को चीन और अमेरिका के बीच संतुलन बनाकर चलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के साथ अच्छे संबंध रखना भारत के लिए लाभकारी हो सकता है, लेकिन संतुलन बनाए रखना आवश्यक है।

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोर
राहुल गांधी ने छात्रों से बातचीत में शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को निजीकरण के माध्यम से प्राप्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा,
“हमारे देश की सबसे बेहतरीन संस्थान सरकारी हैं। हमें शिक्षा पर अधिक धन खर्च करना चाहिए और सरकारी संस्थानों को मजबूत करना चाहिए।”
छात्रों से बातचीत का वीडियो साझा किया
राहुल गांधी ने इस बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा प्रणाली को सुधारने के लिए सरकार को विशेष ध्यान देना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले।
प्राइवेटाइजेशन नहीं, सरकारी संस्थानों का सशक्तिकरण
राहुल गांधी ने कहा कि निजीकरण और वित्तीय प्रोत्साहनों के माध्यम से शिक्षा प्रणाली को सुधारा नहीं जा सकता। इसके बजाय, हमें सरकारी संस्थानों को सशक्त बनाने की आवश्यकता है।
उन्होंने यह भी कहा,
“हमारी प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि हर छात्र को समान अवसर मिले और शिक्षा प्रणाली में भेदभाव न हो।”
शिक्षा में सुधार के लिए सरकार की जिम्मेदारी
Rahul Gandhi ने यह भी कहा कि शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए अधिक धन आवंटित करना चाहिए और शिक्षा को प्राथमिकता के रूप में देखा जाना चाहिए।
राहुल गांधी का IIT मद्रास में छात्रों के साथ संवाद न केवल शिक्षा प्रणाली पर, बल्कि राजनीतिक दलों के कार्य करने के तरीके और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर भी प्रकाश डालता है। यह बातचीत छात्रों के लिए प्रेरणादायक साबित हुई और उन्होंने नई दृष्टि और विचारों के साथ अपनी शिक्षा और भविष्य को लेकर विचार किया।

