
Earthquake in haryana: सोनीपत, हरियाणा में रविवार सुबह 3:57 बजे फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.0 मापी गई। भूकंप का केंद्र सोनीपत में था और इसके झटके 10 किलोमीटर की गहराई तक महसूस किए गए। फिलहाल किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है।
पिछले 12 दिनों में तीसरी बार भूकंप
पिछले 12 दिनों में सोनीपत में यह तीसरी बार है जब भूकंप के झटके महसूस किए गए। इससे पहले 25 और 26 दिसंबर को भी भूकंप आया था।

- 25 दिसंबर 2024: भूकंप दोपहर 12:28 बजे 31 सेकंड तक महसूस किया गया। इसका केंद्र सोनीपत के कुंडल गांव में था।
- 26 दिसंबर 2024: सुबह 9:42 बजे 3 सेकंड के लिए भूकंप आया। इसका केंद्र सोनीपत के प्रहलादपुर गांव में था।
लोगों की चिंता बढ़ी
बार-बार आने वाले भूकंपों ने स्थानीय लोगों के बीच डर और चिंता पैदा कर दी है। पिछले 12 दिनों में बार-बार भूकंप आने से लोग आशंकित हैं कि कहीं कोई बड़ा भूकंप न आ जाए। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है ताकि किसी भी आपात स्थिति में जान-माल का नुकसान न हो।

भूकंप के पीछे कारण: प्लेटों की हलचल
भूवैज्ञानिकों का कहना है कि हरियाणा में बार-बार आ रहे भूकंप का मुख्य कारण टेक्टोनिक प्लेटों में होने वाली हलचल है। टेक्टोनिक प्लेटों के बीच निरंतर गतिविधियों के कारण भूकंप आ रहे हैं। भूगर्भशास्त्रियों के अनुसार, सोनीपत और इसके आसपास का क्षेत्र भूकंप संभावित क्षेत्र में आता है, जहां समय-समय पर इस प्रकार की गतिविधियां होती रहती हैं।
प्रशासन ने दिया जागरूकता पर जोर
भूकंप के खतरों को देखते हुए प्रशासन ने स्थानीय लोगों को जागरूक करने के लिए कदम उठाने की योजना बनाई है। प्रशासनिक स्तर पर लोगों को यह सिखाया जाएगा कि भूकंप के दौरान और उसके बाद कैसे सुरक्षित रहा जाए।
- खुले स्थानों पर जाएं: भूकंप के दौरान लोग खुले स्थानों पर जाएं और बड़ी इमारतों से दूरी बनाए रखें।
- आपातकालीन किट तैयार रखें: घरों में प्राथमिक चिकित्सा और जरूरी सामान तैयार रखें।
- निर्देशों का पालन करें: भूकंप के दौरान प्रशासन के दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें।
स्थानीय लोगों को दी गई सलाह
भूकंप से बचने और जान-माल के नुकसान को रोकने के लिए स्थानीय लोगों को कुछ महत्वपूर्ण सलाह दी गई हैं:
- भूकंप के दौरान शांत रहें और अफवाहों पर ध्यान न दें।
- मजबूत संरचनाओं के नीचे छिपें।
- खुले स्थान पर पहुंचने की कोशिश करें।
- इमारतों, बिजली के खंभों और पेड़ों से दूरी बनाए रखें।
- आपातकालीन सेवाओं की मदद लें।
भूकंप के प्रति जागरूकता क्यों है जरूरी?
बार-बार आने वाले भूकंपों के कारण स्थानीय लोग अब सतर्क हो गए हैं। भूकंप की तीव्रता भले ही कम हो, लेकिन इसका असर गंभीर हो सकता है। जागरूकता से न केवल लोगों को सुरक्षित रखा जा सकता है, बल्कि इससे भूकंप के दौरान घबराहट और नुकसान को भी कम किया जा सकता है।
सोनीपत में बार-बार आ रहे भूकंपों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह क्षेत्र भूकंप के लिहाज से संवेदनशील है। लोगों को जागरूक करना और सुरक्षा उपाय अपनाना अत्यंत आवश्यक है। प्रशासन को चाहिए कि वह लोगों को सतर्क करने के साथ-साथ भूकंप के खतरों से निपटने के लिए ठोस कदम उठाए।

