
किश्तवाड़ त्रासदी और प्रशासनिक चूक पर उठे सवाल
बृहस्पतिवार को जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के अनुसार, उपराज्यपाल ने किश्तवाड़ के चसोती गांव, माता वैष्णो देवी यात्रा और जम्मू में आई बाढ़ के दौरान हुई घटनाओं की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए यह कदम उठाया। उनका इस्तीफा भारत के राष्ट्रपति को भेज दिया गया है।
किश्तवाड़ हादसे में 11 लोगों की मौत
हाल ही में किश्तवाड़ के चसोती गांव में भूस्खलन और बादल फटने से एक ही परिवार के 11 सदस्यों की मौत हो गई थी। स्थानीय लोगों का कहना था कि प्रशासन को पहले से इलाके की नाजुक स्थिति की जानकारी थी, बावजूद इसके कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

वैष्णो देवी यात्रा में अव्यवस्था
पिछले सप्ताह माता वैष्णो देवी यात्रा के दौरान भारी भीड़ और अव्यवस्था के चलते 4 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो और CCTV फुटेज ने प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया।

जम्मू बाढ़ में राहत कार्यों पर सवाल
जम्मू में आई बाढ़ के दौरान राहत और बचाव कार्यों में हुई देरी और अव्यवस्था को लेकर भी सरकार पर सवाल उठे। आरोप लगे कि समय रहते पर्याप्त प्रबंध नहीं किए गए, जिससे आम लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा।
इस्तीफे के राजनीतिक मायने
मनोज सिन्हा का इस्तीफा ऐसे समय में आया है, जब जम्मू कश्मीर में लगातार प्रशासनिक चूकों को लेकर नाराजगी बढ़ रही थी। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह इस्तीफा केंद्र सरकार की छवि बचाने और लोगों के भरोसे को बहाल करने की कोशिश भी हो सकती है।

