Raid At Momo Stall: मोमोज का नाम सुनते ही पानी मुंह में आ जाता है। यह एक लोकप्रिय स्ट्रीट फूड है, जिसे देशभर के लोग बड़े चाव से खाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये मोमोज आपकी सेहत के लिए घातक भी हो सकते हैं? हाल ही में हैदराबाद के बनजारा हिल्स इलाके में एक सड़क किनारे स्टॉल से मोमोज खाने के बाद एक महिला की मौत हो गई और 50 अन्य लोग बीमार हो गए। इस घटना के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है।
खाद्य सुरक्षा विभाग की सख्त कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, हैदराबाद के खैरताबाद इलाके में एक मोमोज स्टॉल पर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने हाल ही में छापा मारा। इस दौरान वहां कई तरह की स्वास्थ्य सुरक्षा से संबंधित अनियमितताएं पाई गईं। अधिकारियों ने बताया कि मोमोज खाने के बाद लोगों की सेहत खराब होने की शिकायतें मिलने के बाद ही यह कार्रवाई की गई।
10 लोगों की तबीयत बिगड़ी, एक महिला की मौत
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने बताया कि शहर में अलग-अलग स्थानों पर मोमोज खाने के बाद दस लोगों की तबीयत बिगड़ गई, जबकि एक महिला की नाश्ता खाने के बाद मौत हो गई। आरोप है कि पीड़ितों ने एक ही वेंडर द्वारा बनाए गए मोमोज खाए थे, जो विभिन्न स्थानों पर बेचे जा रहे थे। ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है।
छापे में मिलीं कई अनियमितताएं
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने पुलिस की मदद से वेंडर का पता लगाया और खैरताबाद के चिंतल बस्ती इलाके में ‘WOW हॉट मोमोज/दिल्ली हॉट मोमोज’ पर छापा मारा। छापे के दौरान कुछ गंभीर खाद्य सुरक्षा नियमों के उल्लंघन सामने आए, जैसे:
- बिना लाइसेंस के व्यवसाय – स्टॉल संचालक के पास FSSAI लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन नहीं था।
- गंदे माहौल में खाना बनाना – खाद्य पदार्थ तैयार करने की जगह अस्वच्छ पाई गई।
- खराब हालात में सामग्री – आटे को बिना पैकिंग के सीधे रेफ्रिजरेटर में रखा गया था और फ्रिज का दरवाजा टूटा हुआ था।
- खुली डस्टबिन – डस्टबिन खुली हुई थी, जो खाने की सफाई को प्रभावित कर रही थी।
अधिकारियों ने सैंपल एकत्र किए और जांच के लिए लैब में भेज दिए। स्टॉल संचालक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और तुरंत व्यवसाय बंद करने का निर्देश दिया गया है।
संचालक के खिलाफ मामला दर्ज
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स एक्ट (FSS Act), 2006 के तहत संचालक के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा। सितंबर 2024 में सोमाजिगुड़ा में स्थित जलपान रेस्टोरेंट पर भी खाद्य सुरक्षा टास्क फोर्स ने कार्रवाई की थी। वहां भी कई नियमों का उल्लंघन पाया गया था, और संचालक ने स्टोर रूम दिखाने से मना कर दिया था, जिसके चलते उसके खिलाफ कार्रवाई की गई थी।
खाद्य सुरक्षा पर जागरूकता और सख्ती जरूरी
इस घटना के बाद से यह साफ हो गया है कि आम जनता को स्ट्रीट फूड के मामले में सावधानी बरतनी चाहिए। जहां खाने की सफाई और गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जाता, वहां से खाना खाने से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। खाद्य सुरक्षा विभाग का उद्देश्य लोगों को सुरक्षित और स्वस्थ खाना मुहैया कराना है, और इस तरह की घटनाओं के बाद विभाग की सख्ती बेहद जरूरी है।