Uttar Pradesh: प्रयागराज और वाराणसी के बीच गंगा नदी पर बन रहे नए रेलवे पुल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, जिससे आने वाले समय में यात्रियों की यात्रा को आसान बनाने में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा। इस पुल के उद्घाटन की तारीख दिसंबर 2024 में निर्धारित की गई है, और इसका खर्च लगभग 495 करोड़ रुपये आया है। रेलवे के विकास में यह पुल एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा, खासकर 2025 में होने वाले महाकुंभ मेला के संदर्भ में, जहां लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।
नया पुल: सुविधा और समय की बचत
इस नए पुल की लंबाई 2700 मीटर है और इसे Rail Vikas Nigam Limited (RVNL) द्वारा तैयार किया गया है। इससे पहले, प्रयागराज-रामबाग और वाराणसी के रेलवे मार्ग पर केवल एक ही पुल था, जिससे ट्रेनें अक्सर झूंसी और रामबाग स्टेशनों पर लंबा इंतजार करती थीं। अब, इस नए पुल के निर्माण के बाद, ट्रेनों का संचालन और अधिक सुगम होगा, जिससे यात्रियों को समय की बचत होगी।
कुंभ मेला की तैयारी
हर साल महाकुंभ मेला हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। इस बार, अनुमान है कि लगभग 10 करोड़ श्रद्धालु ट्रेन से यात्रा करेंगे। ऐसे में रेलवे ने विशेष तैयारियां की हैं। रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास और ट्रेनों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ, पुलों का निर्माण भी किया जा रहा है ताकि यातायात पर दबाव कम किया जा सके।
इस नए रेलवे पुल के माध्यम से यात्रियों को दरागंज से झूंसी के बीच यात्रा करने में अधिक सुविधा होगी। वर्तमान में, रेल ट्रैक बिछाने और बैलास्ट डालने का काम शेष है, जो जल्दी ही पूरा होने की उम्मीद है।
डबल ट्रैक पुल का प्रभाव
डबल ट्रैक पुल के निर्माण से इस मार्ग पर ट्रेनों की गति और अधिक बढ़ जाएगी। डबल ट्रैक के कारण ट्रेनों की प्रतीक्षा समय में भी कमी आएगी। इसके अलावा, यूपी सरकार ने कुंभ मेला के दौरान झूंसी स्टेशन पर श्रद्धालुओं के लिए ट्रेनों को रोकने की योजना बनाई है, जिससे उन्हें कुंभ क्षेत्र तक पहुंचाने में सुविधा होगी।
रेलवे की तैयारी: युद्धस्तर पर काम
महाकुंभ मेले के चलते रेलवे ने तैयारी को युद्धस्तर पर शुरू कर दिया है। नए पुल के निर्माण के साथ-साथ रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास पर भी जोर दिया जा रहा है। रेलवे ने अधिक से अधिक ट्रेनों की व्यवस्था की है ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के महाकुंभ तक पहुंच सकें।
स्थानीय उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा
यह पुल न केवल तीर्थयात्रियों के लिए, बल्कि स्थानीय उद्योगों के लिए भी फायदेमंद साबित होगा। इस परियोजना से हजारों लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है, जिससे क्षेत्र में आर्थिक विकास होगा।
अवसरों का विस्तार
केंद्र सरकार का यह कदम स्थानीय उद्योगों को प्रोत्साहन देने वाला है। नए पुल के निर्माण से पूरे क्षेत्र में रेलवे नेटवर्क का विकास होगा, जिससे व्यापार और यातायात में सुधार होगा।
आने वाले महीनों में, जब यह रेलवे पुल चालू होगा, तब वाराणसी से प्रयागराज की यात्रा और भी आसान हो जाएगी। कुंभ मेले के दौरान, यह पुल न केवल श्रद्धालुओं की संख्या को संभालने में मदद करेगा, बल्कि यात्रा के समय में भी कमी लाएगा, जिससे श्रद्धालु अपनी यात्रा को और भी सहजता से पूरा कर सकेंगे।