Noida: यथार्थ अस्पताल ने महिला सशक्तिकरण के लिए 3 किलोमीटर लंबा वॉकथॉन किया आयोजित

Noida: यथार्थ सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, नोएडा ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 के अवसर पर महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और महिलाओं के स्वास्थ्य के महत्व को उजागर करने के लिए एक अद्वितीय पहल की। यथार्थ अस्पताल द्वारा 3 किलोमीटर लंबा महिला विशेष वॉकथॉन आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य महिलाओं को अपनी सेहत के प्रति जागरूक करना और उन्हें प्रेरित करना था। इस अवसर पर महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति समाज की जिम्मेदारी को बल देने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
वॉकथॉन की शुरुआत श्रीमती सुनीति (आईपीएस), पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) महिला सुरक्षा, गौतम बुद्ध नगर ने हरी झंडी दिखाकर की। इस मौके पर उनके साथ अस्पताल के निदेशक डॉ. मंजू त्यागी, महिला स्वास्थ्य विशेषज्ञ, और अन्य कई सम्मानित अतिथि मौजूद थे। श्रीमती सुनीति ने वॉकथॉन को हरी झंडी दिखाते हुए कहा, “महिलाओं को हर क्षेत्र में अपनी पहचान बनानी चाहिए और समाज में योगदान देना चाहिए। इस प्रकार के आयोजन महिलाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाने का एक बेहतरीन माध्यम हैं।”

महिलाओं के लिए स्वास्थ्य जागरूकता
वॉकथॉन के दौरान स्वास्थ्य जांच कैंप का भी आयोजन किया गया, जहां महिला प्रतिभागियों को नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच की सुविधा प्रदान की गई। इसके अलावा, सभी वॉकथॉन प्रतिभागियों को टी-शर्ट और जूस हैम्पर वितरित किए गए, ताकि उन्हें उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा सके। महिलाओं को वॉकथॉन के दौरान अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में विशेषज्ञों से मार्गदर्शन प्राप्त हुआ और उन्हें अपने स्वास्थ्य के प्रति जिम्मेदारी का अहसास हुआ।

वॉकथॉन में भाग लेने वाली महिलाओं ने इसका पूरा आनंद लिया और स्वस्थ जीवन के महत्व को समझते हुए कार्यक्रम में उत्साह के साथ भाग लिया। इस दौरान, महिलाओं को यह संदेश दिया गया कि एक स्वस्थ शरीर ही उनके आत्मविश्वास और सामाजिक सशक्तिकरण की कुंजी है।
मातृ मृत्यु दर और स्वास्थ्य समस्याओं पर चर्चा
वॉकथॉन के अंतर्गत आयोजित स्वास्थ्य सत्र में यथार्थ सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. मंजू त्यागी ने महिलाओं के स्वास्थ्य से संबंधित गंभीर मुद्दों पर विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा, “भारत में महिला स्वास्थ्य बेहद चिंताजनक स्थिति में है, जहां हर घंटे औसतन 8 महिलाएं खराब स्वास्थ्य के कारण अपनी जान गंवा देती हैं। यह आंकड़ा न केवल चिंताजनक है, बल्कि हमारे देश के स्वास्थ्य प्रणाली की खामियों को भी उजागर करता है। मातृ मृत्यु दर में भी भारत की स्थिति गंभीर है, जिसमें भारत के हिस्से में 20 प्रतिशत मातृ मृत्यु मामले आते हैं।”
डॉ. मंजू त्यागी ने महिलाओं के स्वास्थ्य से संबंधित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की, जैसे कि गायनेकोलॉजिकल कैंसर, एनीमिया, हृदय रोग, रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं में होने वाली ऑस्टियोपोरोसिस और अस्थि रोग। उन्होंने कहा, “ये स्वास्थ्य समस्याएं महिलाओं के जीवन को जोखिम में डालती हैं और कई बार इन समस्याओं का सही समय पर इलाज नहीं हो पाता, जिससे स्वास्थ्य की स्थिति और बिगड़ जाती है।”
महिला स्वास्थ्य और समाज में उनके योगदान का महत्व
इस कार्यक्रम में महिला स्वास्थ्य के महत्व पर भी चर्चा की गई। वक्ताओं ने महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया और कहा कि समाज में महिलाओं के योगदान को सही मायने में पहचानने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी बताया कि एक स्वस्थ महिला न केवल अपने परिवार बल्कि समाज और देश के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत बन सकती है।
श्रीमती सुनीति (आईपीएस) ने महिलाओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा के मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए कहा, “हमारे समाज में महिलाओं का योगदान बेहद महत्वपूर्ण है। चाहे वह घर की देखभाल हो या समाज के हर क्षेत्र में उनका काम, महिलाओं का योगदान अनमोल है। ऐसे आयोजनों के माध्यम से हम महिलाओं को यह संदेश दे सकते हैं कि उनका स्वास्थ्य भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि उनका योगदान।”
स्वास्थ्य और सशक्तिकरण का संगम
वॉकथॉन का आयोजन महिलाओं को शारीरिक रूप से सशक्त बनाने के साथ-साथ मानसिक रूप से भी जागरूक करने के उद्देश्य से किया गया था। यह कार्यक्रम महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बनकर सामने आया और उन्हें अपनी सेहत के प्रति जागरूक होने की प्रेरणा दी। यथार्थ अस्पताल के इस कदम से यह साबित होता है कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए सिर्फ शिक्षा और आत्मनिर्भरता ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य भी एक महत्वपूर्ण पहलू है।
यथार्थ अस्पताल का यह वॉकथॉन न केवल महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए था, बल्कि यह महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए भी एक मजबूत कदम था। कार्यक्रम में महिलाओं ने उत्साह से भाग लिया और अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने का संकल्प लिया। यह कार्यक्रम समाज के लिए एक संदेश था कि महिला सशक्तिकरण का सही अर्थ तभी संभव है जब हम उनकी सेहत और भलाई को प्राथमिकता दें।
यथार्थ सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल ने इस पहल के माध्यम से यह दिखा दिया कि महिलाओं का स्वास्थ्य सिर्फ एक व्यक्तिगत जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यह समाज और राष्ट्र की जिम्मेदारी भी है। महिलाओं को स्वस्थ और सशक्त बनाकर हम एक बेहतर समाज की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।

