
Ramadan का महीना इस्लाम धर्म का एक विशेष और महत्वपूर्ण महीना है। यह महीने का नौंवां महीना होता है और पूरे इस्लामी कैलेंडर में इसका विशेष स्थान है। यह महीना न केवल उपासना और भक्ति का समय होता है, बल्कि यह आत्म-निर्माण, आत्म-निग्रह और समाज में शांति का प्रतीक भी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस अवसर पर रमजान के महीने की शुरुआत पर बधाई दी है और कहा कि यह पवित्र महीना हमारे समाज में शांति और सद्भावना लाए। रमजान का महीना एक ऐसा समय है जब मुस्लिम समुदाय के लोग उपवास रखते हैं, अल्लाह की उपासना करते हैं और अपने जीवन को सुधारने के लिए प्रयास करते हैं।
रमजान का महत्व
रमजान इस्लाम धर्म के पांच प्रमुख स्तंभों में से एक है। यह महीना इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना होता है और इसे ‘सियाम’ यानी उपवास रखने का महीना कहा जाता है। इस महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक उपवास रखते हैं। यह उपवास न केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक और आत्मिक रूप से भी शुद्धिकरण का समय होता है। इस दौरान लोग खाने-पीने से परहेज करते हैं और दिनभर केवल अल्लाह के मार्ग पर चलने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा, इस महीने में लोग अपनी इबादत में और ज्यादा तल्लीन होते हैं, अपने कर्मों का हिसाब लेते हैं और समाज में अपने दायित्वों को निभाने का प्रयास करते हैं।

As the blessed month of Ramzan begins, may it bring peace and harmony in our society. This sacred month epitomises reflection, gratitude and devotion, also reminding us of the values of compassion, kindness and service.
Ramzan Mubarak!
— Narendra Modi (@narendramodi) March 2, 2025

रमजान का महीना क्यों खास है?
रमजान के महीने की विशेषता सिर्फ उपवास रखने में नहीं है, बल्कि इस महीने से जुड़ी कई अहम धार्मिक घटनाएं भी इसे विशेष बनाती हैं। इस महीने में एक ऐसी रात आती है जिसे ‘लैलतुल कद्र’ या ‘शब-ए-कद्र’ कहा जाता है। इस रात में अल्लाह ने अपनी पवित्र किताब कुरान की अवतरण की शुरुआत की थी। यह रात रमजान के आखिरी दस दिनों में से एक होती है और इसे सबसे पवित्र रात माना जाता है। इस रात का आध्यात्मिक महत्व अत्यधिक है, क्योंकि इसे अल्लाह की कृपा और माफी की रात माना जाता है। मुस्लिम मानते हैं कि इस रात में दुआ करने से अल्लाह की विशेष कृपा प्राप्त होती है और उनके सभी पाप माफ हो सकते हैं।
कुरान का अवतरण इस रात से हुआ था और इसके बाद से कुरान की बाकी की आयतें पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) पर अवतरित होती रही थीं। रमजान का महीना मुस्लिमों के लिए यह समय होता है जब वे अपने पापों से मुक्ति के लिए प्रार्थना करते हैं और अपने जीवन को सुधारने की कोशिश करते हैं।
रमजान का महीना: एक उपासना का समय
रमजान के महीने में विशेष रूप से नमाज, तिलावत (कुरान का पाठ) और अन्य इबादतों का महत्व बढ़ जाता है। मुस्लिम समाज के लोग इस महीने में विशेष रूप से रात को ‘तरावीह’ की नमाज अदा करते हैं। यह नमाज रमजान के महीने में ही पढ़ी जाती है और इसे सामूहिक रूप से मस्जिद में पढ़ने की परंपरा है। इस समय को विशेष रूप से आत्मिक शांति और नजदीकी पाने का समय माना जाता है। रमजान के महीने में अल्लाह से अपनी इच्छाओं, जरूरतों और पापों की माफी मांगी जाती है।
इस महीने के दौरान, मुस्लिम समुदाय के लोग अपने रोजमर्रा के जीवन में सुधार लाने के लिए भी प्रयास करते हैं। वे अपनी आदतों में सुधार लाते हैं, जैसे कि गाली-गलौच से बचना, बुरे कामों से दूर रहना, झूठ बोलने से बचना और दूसरों की मदद करना। यह महीना सिर्फ शारीरिक उपवास का नहीं, बल्कि मानसिक और भावनात्मक शुद्धिकरण का भी है।
रमजान का महीना: माफ़ी और ममता का महीना
रमजान को इस्लाम में ‘महीना-ए-मगफिरत’ यानी माफी का महीना भी कहा जाता है। यह महीना उन लोगों के लिए विशेष रूप से होता है जो अपने पापों को माफ़ करने के लिए सच में पछता रहे होते हैं। रमजान का महीना इंसानियत की मदद करने का महीना भी है, जिसमें ज़कात (दान) का विशेष महत्व है। इस महीने में गरीबों और जरूरतमंदों को दान देने की परंपरा है।
रमजान के दौरान मुस्लिम समाज के लोग अपने साथ-साथ दूसरों के भले के लिए भी काम करते हैं। वे गरीबों को खाना खिलाने, उन्हें कपड़े देने और हर प्रकार से मदद करने की कोशिश करते हैं। यह महीना समाज में सहानुभूति, करुणा और भाईचारे का प्रसार करने का भी है।
रमजान के बाद ईद-उल-फितर
रमजान का महीना खत्म होते ही मुस्लिम समुदाय के लोग ईद-उल-फितर का त्यौहार मनाते हैं। यह त्यौहार रमजान के उपवासों के समाप्त होने का प्रतीक होता है और इसे खुशी और शांति के रूप में मनाया जाता है। ईद का दिन विशेष रूप से परिवारों के लिए खुशी का दिन होता है, जिसमें लोग एक दूसरे के साथ मिलकर खाना खाते हैं, गले मिलते हैं और एक-दूसरे से शुभकामनाएं देते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रमजान के मौके पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि यह पवित्र महीना हम सभी को शांति, सद्भावना और एकता का संदेश देता है। उनका मानना है कि रमजान का यह महीना आत्म-निर्माण और समाज में सामूहिक रूप से शांति फैलाने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि इस महीने में हम अपने भीतर की बुराईयों को दूर करके खुद को एक बेहतर इंसान बना सकते हैं और समाज में एकता और भाईचारे की भावना को प्रोत्साहित कर सकते हैं।
रमजान का महीना एक ऐसा समय होता है जब हम न केवल अपनी धार्मिक जिम्मेदारियों का पालन करते हैं, बल्कि यह हमें अपनी आत्मा को शुद्ध करने, अपनी गलतियों को सुधारने और समाज में शांति और भाईचारे का माहौल बनाने का भी अवसर देता है। यह महीना आत्म-निर्माण, माफी, दया और करुणा का महीना है, जो हमें अपने जीवन में सुधार लाने की प्रेरणा देता है। हमें इस महीने के महत्व को समझते हुए, इसका सही तरीके से पालन करना चाहिए ताकि हम न केवल अपने जीवन को बेहतर बना सकें, बल्कि समाज में शांति और समृद्धि भी ला सकें।

