
Meerut: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UP STF) की नोएडा यूनिट ने आज 26 फरवरी 2025 को मेरठ के थाना मुंडाली क्षेत्र में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। यूपी एसटीएफ की टीम और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें 1 लाख रुपये का इनामी बदमाश जीतू उर्फ जितेंद्र मारा गया। यह अपराधी हरियाणा के झज्जर जिले का रहने वाला था और गाजियाबाद में एक हत्या के मामले में वांछित था।
मुठभेड़ की पूरी घटना
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट को गुप्त सूचना मिली थी कि खतरनाक अपराधी जीतू उर्फ जितेंद्र मेरठ में छिपा हुआ है और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। इस सूचना पर एसटीएफ की टीम ने घेराबंदी की, लेकिन खुद को घिरता देख बदमाश ने पुलिस पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें जीतू गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

कौन था जीतू उर्फ जितेंद्र?
जीतू उर्फ जितेंद्र, निवासी आसौंदा सिवान, थाना आसौंदा, जिला झज्जर (हरियाणा) का रहने वाला था। यह गाजियाबाद के थाना टीला मोड़ क्षेत्र में 2023 में हुई एक हत्या का मुख्य आरोपी था। उसकी गिरफ्तारी पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।

2016 में किया था डबल मर्डर, पैरोल पर आकर बना कुख्यात अपराधी
जीतू का आपराधिक इतिहास बहुत पुराना और गंभीर था। 2016 में उसने झज्जर में एक डबल मर्डर किया था, जिसके चलते उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी। लेकिन 2023 में पैरोल पर आने के बाद वह फरार हो गया और सुपारी लेकर गाजियाबाद के टीला मोड़ इलाके में एक व्यक्ति की कई गोलियां मारकर हत्या कर दी।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े थे संबंध
पुलिस के अनुसार, जेल में रहने के दौरान जीतू ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गों से संपर्क बना लिया था। फरारी के बाद वह इस गैंग के लिए काम करने लगा और अपराध की दुनिया में उसकी सक्रियता बढ़ गई। मुठभेड़ के दौरान बरामद हथियार और दस्तावेजों से भी उसके गैंग से जुड़े होने की पुष्टि हुई है।
जीतू का आपराधिक इतिहास
जीतू उर्फ जितेंद्र के खिलाफ हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कई संगीन मामले दर्ज थे।
- केस नम्बर 333/16 – धारा 379A IPC, 25 Arms Act थाना सदर, बहादुरगढ़, झज्जर (हरियाणा) – कोर्ट से 5 साल की सजा (29-08-2018)
- केस नम्बर 609/16 – धारा 398/401 IPC, 25 Arms Act थाना सदर, बहादुरगढ़, झज्जर
- केस नम्बर 376/16 – धारा 449/302/120B IPC, 25 Arms Act थाना सदर, बहादुरगढ़, झज्जर – कोर्ट से आजीवन कारावास (03-02-2018)
- केस नम्बर 341/16 – धारा 392/397/342/379 IPC, 25 Arms Act थाना सदर, बहादुरगढ़, झज्जर – कोर्ट से 10 साल की सजा (29-08-2018)
- केस नम्बर 697/16 – धारा 394/34 IPC, 25 Arms Act थाना सदर, झज्जर
- केस नम्बर 293/16 – धारा 392/34 IPC थाना कंझावला, दिल्ली (वांछित)
- केस नम्बर 394/16 – धारा 382/24/411 IPC थाना विकासपुरी, दिल्ली
- केस नम्बर 611/23 – धारा 147/148/149/302/34 IPC थाना टीला मोड़, गाजियाबाद
कैसे हुआ इनामी बदमाश का अंत?
यूपी एसटीएफ लगातार इस कुख्यात बदमाश पर नजर रखे हुए थी। खुफिया इनपुट्स के आधार पर एसटीएफ ने मेरठ के थाना मुंडाली इलाके में ऑपरेशन चलाया। पुलिस ने जब उसे रोकने की कोशिश की, तो उसने जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। एसटीएफ की जवाबी कार्रवाई में जीतू मौके पर ही गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल में दम तोड़ दिया।
एसटीएफ की बड़ी सफलता
यह मुठभेड़ यूपी एसटीएफ के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। पुलिस के अनुसार, जीतू की गिरफ्तारी या मौत से उत्तर प्रदेश और हरियाणा में अपराध की कई वारदातों पर विराम लग सकता है।
एसटीएफ अधिकारियों का कहना है कि –
“जीतू उर्फ जितेंद्र एक खतरनाक अपराधी था, जिसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। उसने कई संगीन वारदातों को अंजाम दिया था और लॉरेंस बिश्नोई गैंग से भी जुड़ा था। उसकी मौत से क्षेत्र में अपराध नियंत्रण में मदद मिलेगी।”
मुठभेड़ के बाद इलाके में पुलिस की कड़ी निगरानी
इस मुठभेड़ के बाद मेरठ और आसपास के इलाकों में पुलिस सतर्क हो गई है। स्थानीय पुलिस और एसटीएफ के अधिकारी अब उसके संपर्क में रहे अन्य अपराधियों का भी पता लगाने में जुट गए हैं।
क्या कहते हैं कानून-व्यवस्था से जुड़े लोग?
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मेरठ पुलिस अधीक्षक (एसपी) का कहना है कि:
“हम इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। जीतू का नेटवर्क काफी बड़ा था, और इस मुठभेड़ के बाद हम उन लोगों तक भी पहुंचने की कोशिश करेंगे, जो उसकी मदद कर रहे थे।”
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क्राइम एक्सपर्ट्स का मानना है कि:
“ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जरूरी होती है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग में शामिल होना ही अपने आप में खतरे की घंटी थी। यूपी एसटीएफ की इस कार्रवाई से प्रदेश में अपराध पर लगाम लगेगी।”
जनता को मिली राहत
इस मुठभेड़ के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस और एसटीएफ की सराहना की। मेरठ, गाजियाबाद और झज्जर के नागरिक लंबे समय से इस अपराधी के आतंक से परेशान थे। अब इसके मारे जाने के बाद लोग राहत की सांस ले रहे हैं।
यूपी एसटीएफ की इस सफल कार्रवाई से न सिर्फ अपराध पर लगाम लगेगी, बल्कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नेटवर्क को भी बड़ा झटका लगा है। जीतू उर्फ जितेंद्र की मौत के बाद अब पुलिस अन्य फरार अपराधियों की तलाश में जुट गई है। यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश में अपराध के खिलाफ जारी मुहिम का एक अहम कदम साबित हो सकती है

