
Manipur: पिछले 20 महीनों से हिंसा और हत्याओं के कारण मणिपुर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना हुआ था। इस बीच, रविवार, 9 फरवरी को मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। दो वर्षों से मणिपुर में मेइती-कुकी समुदायों के बीच चल रहे संघर्ष के बीच लगातार मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग हो रही थी। अब तक उन्होंने अपने पद से हटने से इनकार किया था और राज्य में शांति बहाल करने के प्रयासों का हवाला देते रहे थे। लेकिन रविवार को उन्होंने अचानक केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और फिर अपना इस्तीफा सौंप दिया।
हिंसा की शुरुआत कैसे हुई?
मणिपुर में मेइती समुदाय लंबे समय से अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी में शामिल किए जाने की मांग कर रहा था, जिसका कुकी समुदाय विरोध कर रहा था। बता दें कि मेइती समुदाय मणिपुर की प्रमुख जातीय समूहों में से एक है, जबकि कुकी समुदाय एक बड़ी जनजातीय समूह है। यह विवाद तब और भड़क गया जब अप्रैल 2023 में मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के चुराचांदपुर दौरे से पहले आदिवासी समूहों ने जबरन निष्कासन के खिलाफ विरोध किया। इसी दौरान चर्चों को गिराए जाने के आरोप लगे और आदिवासी समुदाय इसका विरोध करने लगा। इसके बाद मणिपुर में हिंसक घटनाओं का सिलसिला शुरू हो गया।


अब तक की घटनाओं की पूरी टाइमलाइन
7 नवंबर 2022: मणिपुर सरकार ने 1970 और 1980 के आदेशों को दरकिनार करते हुए चुराचांदपुर-खोपुम रिजर्व फॉरेस्ट के तहत गांवों को शामिल करने का निर्णय लिया।
फरवरी 2023: सरकार ने चुराचांदपुर, कांगपोकपी और तेंगनोपाल जिलों में वन क्षेत्र से लोगों को बेदखल करने की प्रक्रिया शुरू की।
मार्च 2023: मणिपुर कैबिनेट ने तीन कुकी उग्रवादी संगठनों के साथ हुए ऑपरेशन सस्पेंशन समझौते से बाहर निकलने का फैसला किया।
10 मार्च 2023: मणिपुर सरकार ने कुकी नेशनल आर्मी और जोमी रिवोल्यूशनरी फ्रंट के साथ हुए समझौते से हटने की घोषणा की।
20 अप्रैल 2023: मणिपुर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को मेइती समुदाय को एसटी श्रेणी में शामिल करने के अनुरोध पर विचार करने का निर्देश दिया।
28 अप्रैल 2023: मणिपुर के कई जिलों में धारा 144 लागू की गई और इंटरनेट सेवा को पांच दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया।
3 मई 2023: मेइती और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा भड़क उठी। इस हिंसा में 221 से अधिक लोगों की मौत हुई और 60,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए।
4 मई 2023: मणिपुर सरकार ने देखते ही गोली मारने का आदेश जारी किया। इसके साथ ही सेना, सीआरपीएफ, असम राइफल्स और राज्य पुलिस की तैनाती की गई।
जुलाई 2023: एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया जिसमें दो कुकी महिलाओं को नग्न कर घुमाया गया। यह वीडियो सामने आने के बाद पूरे देश में आक्रोश फैल गया।
20 जुलाई 2023: मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने मणिपुर में इंटरनेट पर पाबंदी को सही ठहराया।
29 जुलाई 2023: सीबीआई ने कुकी महिलाओं को नग्न घुमाने के मामले की जांच अपने हाथ में ली।
अगस्त 2023: कुकी और मेइती समूहों के बीच दो दौर की वार्ता के बाद एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
7 अगस्त 2023: सुप्रीम कोर्ट ने हिंसा पर स्वत: संज्ञान लेते हुए राहत और पुनर्वास के लिए एक समिति गठित की।
7 सितंबर 2023: मणिपुर के जिरीबाम जिले में मेइती और कुकी समुदायों के बीच फिर से झड़पें हुईं।
5 अक्टूबर 2023: मानवाधिकार कार्यकर्ता और ह्यूमन राइट्स अलर्ट के निदेशक बबलू लोइतोंगबाम के घर पर हमला किया गया।
11 नवंबर 2023: राहत शिविर में हमला हुआ और वहां रहने वाले आठ मेइती समुदाय के लोगों के शव बरामद हुए।
17 सितंबर 2024: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कुकी और मेइती समुदायों के बीच संवाद आवश्यक है।
31 दिसंबर 2024: मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने हिंसा में हुई मौतों के लिए राज्य की जनता से माफी मांगी।
जनवरी 2025: बीरेन सिंह ने नगालैंड के नेताओं से मणिपुर संकट के समाधान के लिए मदद मांगी।
17 जनवरी 2025: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कुकी काउंसिल के सदस्यों से किसी भी राजनीतिक वार्ता की पहल करने को कहा।
8 फरवरी 2025: मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कहा कि उनकी सरकार राज्य में शांति बहाल करने का हर संभव प्रयास कर रही है।
9 फरवरी 2025: मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दिया।
मणिपुर की राजनीति में आगे क्या होगा?
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद अब मणिपुर में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ गई है। विपक्ष ने इसे सरकार की विफलता करार दिया है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस स्थिति को जल्द से जल्द संभालने की कोशिश में लगी हुई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अब केंद्र सरकार को एक संतुलित नेतृत्व लाना होगा, जो दोनों समुदायों के बीच विश्वास बहाल कर सके। मणिपुर में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, यह सवाल अब सबसे बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन चुका है।

