
AAP Chief Arvind Kejriwal: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (29 जनवरी) को आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के ‘यमुना में जहर’ वाले बयान पर तीखा हमला किया। दिल्ली में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “यह सोच भी हास्यास्पद है कि हरियाणा की भाजपा सरकार उस पानी में जहर मिला रही है, जिसे प्रधानमंत्री खुद पीते हैं।”
केजरीवाल पर सीधा हमला
बिना सीधे तौर पर अरविंद केजरीवाल का नाम लिए पीएम मोदी ने कहा, “दिल्ली के एक पूर्व मुख्यमंत्री ने हरियाणा के लोगों के खिलाफ घिनौने आरोप लगाए हैं। AAP के लोग हारने के डर से ऐसी बातें कर रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “क्या हरियाणा के लोग दिल्ली से अलग हैं? क्या हरियाणा के लोगों के रिश्तेदार दिल्ली में नहीं रहते? क्या हरियाणा के लोग अपने ही लोगों के पानी में जहर मिला सकते हैं? यमुना का पानी, जो हरियाणा से दिल्ली आता है, वह दिल्ली के सभी लोग पीते हैं, इसमें प्रधानमंत्री भी शामिल हैं। हमारे सभी न्यायधीश और न्यायमूर्ति भी वही पानी पीते हैं, जो हरियाणा से आता है। विदेशी दूतावासों के लोग भी वही पानी पीते हैं।”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “AAP-D लोग कहते हैं कि हरियाणा के लोग दिल्ली भेजे जाने वाले पानी में जहर मिलाते हैं, यह न केवल हरियाणा का बल्कि सभी भारतीयों का अपमान है। हमारा देश ऐसा है जहां पानी प्रदान करना एक पुण्य कार्य माना जाता है। अब ये लोग हारने के डर में कुछ भी बकने लगे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि दिल्ली के लोग उन्हें ऐसा जवाब देंगे कि वह अपनी गलतियां समझेंगे। जो लोग ऐसी बातें कर रहे हैं, उनकी ‘यमुना’ में ही बुरी तरह हार होगी।”

पानी विभाग को ‘वाटर माफिया’ को सौंपने का आरोप
प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली सरकार पर पानी के विभाग को ‘वाटर माफिया’ के हाथों में सौंपने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, “AAP-D ने दिल्ली को पानी माफिया के हवाले कर दिया है। उन्होंने तीन चुनावों में यमुना को साफ करने का वादा किया था, लेकिन जैसे ही सत्ता में आए, उन्होंने अपना वादा भूल गए। यह उनकी ईमानदारी की कमी को दर्शाता है।”
दिल्ली जल बोर्ड ने दी प्रतिक्रिया
इस बीच, दिल्ली जल बोर्ड ने यमुना में जहर मिलाने के आरोप को हास्यास्पद बताया और कहा कि सर्दी के मौसम में यमुना में अमोनिया की मात्रा बढ़ जाती है, क्योंकि इस समय पानी की कमी होती है और औद्योगिक कचरा भी इसमें मिलता है। बोर्ड ने यह भी बताया कि यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है और इस तरह के आरोप लगाना उचित नहीं है।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की स्थिति
प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह सरकार सिर्फ चुनावी वादों से जनता को गुमराह करती रही है। मोदी ने कहा, “AAP-D को केवल वोटों के लिए झूठ बोलने की आदत हो गई है, और वे अब अपने झूठ को ही सच मानने लगे हैं।”
बीजेपी का पक्ष
भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान को सही ठहराया और कहा कि यह दिल्ली सरकार के नकारात्मक रवैये और जनता के साथ किए गए धोखाधड़ी को उजागर करता है। बीजेपी के नेताओं ने कहा कि दिल्ली सरकार का काम जनता के लिए है, लेकिन यह सरकार अपनी जिम्मेदारियों से भाग रही है।
केजरीवाल का पलटवार
हालांकि, अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी के आरोपों का जोरदार जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सिर्फ बयानबाजी करती है और दिल्ली की समस्याओं का समाधान नहीं करती। केजरीवाल ने कहा, “हमने हमेशा दिल्लीवासियों के लिए काम किया है और हम उनकी समस्याओं को हल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
आगामी चुनावों में रणनीति
दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। पीएम मोदी और अरविंद केजरीवाल के बीच यह घमासान अब दिल्ली के आम आदमी के लिए एक बड़ा मुद्दा बन गया है। दोनों पक्ष अब आगामी चुनावों के लिए अपनी-अपनी रणनीतियों को मजबूत करने में जुटे हैं।
इस विवाद के बीच, दिल्ली की जनता को यह समझने में कठिनाई हो रही है कि कौन सा पक्ष सच्चाई बोल रहा है। मोदी सरकार की ओर से किए गए आरोपों को लेकर केजरीवाल सरकार ने अपनी सफाई पेश की है, लेकिन इस बार जनता के बीच इन बयानों का असर क्या होगा, यह तो वक्त ही बताएगा।
इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में पानी, बिजली और सफाई जैसे मुद्दे ही सबसे बड़े मुद्दे बने हुए हैं, और इस पर दोनों प्रमुख पार्टियों के बीच तीखी राजनीति देखने को मिल रही है।

