
Delhi Assembly Election 2025: कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपनी रणनीति को फिर से तैयार किया है। पार्टी ने उन 12 सीटों को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है, जहां कांग्रेस का प्रभाव मजबूत है। ये वही सीटें हैं, जहां पिछले चुनावों में आम आदमी पार्टी (AAP) का प्रदर्शन बेहतर रहा था। ऐसे में कांग्रेस की यह योजना AAP के लिए चिंता का कारण बन सकती है।
कांग्रेस की चुनावी तैयारी: 12 प्रमुख सीटों पर पूरा ध्यान

कांग्रेस पार्टी अपनी पूरी ताकत इन 12 सीटों पर केंद्रित करेगी ताकि उसकी जीत के अवसरों को और बढ़ाया जा सके। इन सीटों में अधिकांश मुस्लिम और दलित बहुल क्षेत्र शामिल हैं, जिससे पार्टी को उम्मीद है कि इन समुदायों से उसे अधिक समर्थन मिलेगा।

कांग्रेस ने इन सीटों पर चुनावी अभियान को खासतौर पर दलित और अल्पसंख्यक समुदाय को ध्यान में रखकर तैयार किया है। इन समुदायों को अपने पक्ष में लाने के लिए कांग्रेस ने विशेष पम्पलेट तैयार किए हैं, जिन्हें चुनाव प्रचार के दौरान बांटा जाएगा। पार्टी का उद्देश्य इन समुदायों को विश्वास में लेकर अपनी स्थिति मजबूत करना है। इस चुनावी अभियान में खासतौर पर इन समुदायों के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे की नेतृत्व में कांग्रेस का अभियान
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के आखिरी दौर के प्रचार में पार्टी के शीर्ष नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के रोड शो और बैठकें इन क्षेत्रों में आयोजित की जाएंगी। इन नेताओं के रोड शो और बैठकों के माध्यम से कांग्रेस पार्टी इन सीटों पर अपने वोट बैंक को और मजबूत करने की कोशिश करेगी। पार्टी की योजना है कि इन नेताओं की उपस्थिति से इन क्षेत्रों में उत्साह का माहौल बने और पार्टी के उम्मीदवारों को वोटों में बढ़त मिल सके।
कांग्रेस का आत्मविश्वास: दिल्ली चुनाव में मजबूत तैयारी
कांग्रेस पार्टी ने जो रणनीति बनाई है, उसका मुख्य हिस्सा आत्मविश्वास और उत्साह है। पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को पूरा यकीन है कि यदि यह रणनीति सही तरीके से लागू की जाती है, तो पार्टी इन महत्वपूर्ण सीटों पर सफलता हासिल कर सकती है। कांग्रेस अब दिल्ली चुनाव में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए पूरी ताकत से तैयार है।
कांग्रेस की उम्मीद: रणनीति के असर से मिलेगा फायदा
कांग्रेस की यह रणनीति दलित और अल्पसंख्यक समुदायों को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है, और पार्टी को उम्मीद है कि इन समुदायों के मुद्दों को प्रभावी तरीके से उठाकर और उनके बीच विश्वास स्थापित करके वह इन सीटों पर अच्छा प्रदर्शन करेगी। अगर यह रणनीति सफल होती है, तो पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक मजबूत स्थिति प्राप्त हो सकती है, और AAP की परेशानी बढ़ सकती है।
आखिरी दौर की तैयारी: चुनावी प्रचार में कांग्रेस का पूरा जोर
चुनाव के अंतिम दौर में कांग्रेस का पूरा ध्यान इन सीटों पर रहेगा। पार्टी के शीर्ष नेता इन क्षेत्रों में प्रचार करेंगे ताकि जनता के बीच पार्टी की ताकत और छवि को और मजबूत किया जा सके। कांग्रेस के लिए यह चुनावी अभियान न केवल जीत के लिहाज से महत्वपूर्ण है, बल्कि पार्टी के भविष्य के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण अवसर हो सकता है।
कुल मिलाकर, कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए विशेष रूप से दलित और अल्पसंख्यक समुदायों को ध्यान में रखते हुए अपनी रणनीति बनाई है। यदि पार्टी अपनी योजना को सही तरीके से लागू करती है, तो उसे इन महत्वपूर्ण सीटों पर सफलता मिल सकती है, और AAP की चिंता बढ़ सकती है।

