
Joe Biden: व्हाइट हाउस ने बुधवार (15 जनवरी, 2025) को बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रभावशाली चार साल के कार्यकाल के दौरान अमेरिका ने भारत के साथ अपने रिश्तों को “मजबूत” किया और ICET संवाद और क्वाड जैसी महत्वपूर्ण पहलों की शुरुआत की।
जो बाइडन का कार्यकाल और भारत के साथ रिश्तों की मजबूती
व्हाइट हाउस ने जो बाइडन प्रशासन की प्रमुख उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि बाइडन की कूटनीति ने भारत के साथ-साथ अमेरिका के अन्य रणनीतिक साझेदारों के साथ आर्थिक और सुरक्षा साझेदारी को मजबूत किया। विशेष रूप से, अमेरिका और भारत के बीच संबंधों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। जो बाइडन के चार साल के कार्यकाल के दौरान, अमेरिका ने अपनी स्थिति को न केवल द्विपक्षीय बल्कि बहुपक्षीय दृष्टिकोण से भी मजबूती दी। यह कार्यकाल 20 जनवरी को समाप्त होगा, जब डोनाल्ड ट्रंप 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे।

अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी में सुधार
व्हाइट हाउस ने एक ब्रीफिंग दस्तावेज में कहा कि जो बाइडन के कार्यकाल के दौरान, अमेरिका ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अपनी साझेदारियों को और भी मजबूत किया। इसमें यूएस-जापान-कोरिया, यूएस-जापान-फिलीपींस, और ऑस्ट्रेलिया-यूके-यूएस (AUKUS) जैसी त्रिपक्षीय साझेदारियों के माध्यम से अमेरिकी गठबंधन और साझेदारी नेटवर्क को पुनर्जीवित किया गया। इसके अलावा, Quad (क्वाड), IPEF (इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क) जैसे पहलुओं ने भी इस क्षेत्र में अमेरिकी प्रभाव को और अधिक मजबूत किया। इस दौरान अमेरिका ने भारत, इंडोनेशिया, वियतनाम, ASEAN (दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का संगठन) और पैसिफिक द्वीप देशों के साथ अपने रिश्तों को मजबूत किया।

अफगान युद्ध को समाप्त करना और यूक्रेन को समर्थन
ब्रीफिंग दस्तावेज में बाइडन को अफगान युद्ध को समाप्त करने का श्रेय भी दिया गया है, जिसे अमेरिकी इतिहास का सबसे लंबा युद्ध माना गया था। इसके साथ ही, बाइडन ने यूक्रेन के समर्थन में कदम उठाया, जो रूस के अवैध और निस्संकोच आक्रमण का सामना कर रहा था। उन्होंने यूक्रेन को अपनी स्वतंत्रता और लोकतंत्र की रक्षा करने में मदद की और इस आशंका को खारिज किया कि कुछ दिनों में यूक्रेन गिर जाएगा।
यूक्रेन को समर्थन और वैश्विक साझेदारी का विस्तार
व्हाइट हाउस ने यह भी बताया कि बाइडन ने यूक्रेन के पक्ष में 50 से अधिक देशों को लामबंद किया और उसे आर्थिक और वित्तीय सहायता प्रदान की, जिससे वह अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा कर सके। साथ ही, रूस पर अब तक लगाए गए सबसे कड़े बहुपक्षीय प्रतिबंधों को भी लागू किया गया।
ICET संवाद और Quad को सर्वोच्च स्तर पर लाना
ब्रीफिंग दस्तावेज में कहा गया कि जो बाइडन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मई 2022 में US-India Dialogue on Critical and Emerging Technologies (ICET) की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच रणनीतिक तकनीकी साझेदारी और रक्षा औद्योगिक सहयोग को बढ़ाना था, जिसमें सरकारी, व्यवसायिक और शैक्षणिक संस्थान शामिल थे।
Quad को शीर्ष नेताओं के स्तर तक लाना
व्हाइट हाउस ने यह भी कहा कि बाइडन ने Quad (क्वाड) को शीर्ष नेताओं के स्तर तक बढ़ाया और ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान के साथ दो ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन आयोजित किए। क्वाड एक कूटनीतिक साझेदारी है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं, जो इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को स्थिर, स्वतंत्र, समृद्ध और समावेशी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
चीन के खिलाफ अमेरिकी प्रतिस्पर्धा को मजबूत करना
ब्रीफिंग दस्तावेज में यह भी उल्लेख किया गया कि बाइडन प्रशासन ने चीन के खिलाफ अमेरिकी प्रतिस्पर्धा को मजबूत करने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। इसके तहत “निवेश, संरेखण और प्रतिस्पर्धा” की अमेरिकी रणनीति को पूरा करने के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की गईं। इन पहलों ने अमेरिकी नीति को चीन के साथ प्रतिस्पर्धा में एक महत्वपूर्ण स्थान पर पहुंचा दिया।
जो बाइडन के कार्यकाल में अमेरिका ने अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति और रणनीतिक साझेदारियों में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए, जिनका प्रभाव न केवल भारत बल्कि पूरे इंडो-पैसिफिक क्षेत्र पर पड़ा। भारत के साथ संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के साथ-साथ, बाइडन ने वैश्विक सुरक्षा, आर्थिक स्थिरता और लोकतंत्र की रक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उनका कार्यकाल इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में याद किया जाएगा, और उनके द्वारा किए गए प्रयासों ने अमेरिका की वैश्विक स्थिति को मजबूत किया है।

