
Assam Panchayat Elections: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार (12 जनवरी) को घोषणा की कि राज्य में पंचायत चुनाव अप्रैल में कराए जाएंगे। यह निर्णय गुवाहाटी उच्च न्यायालय द्वारा Assam Panchayat Electionsकराने की अनुमति देने के बाद लिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि चुनाव समय पर नहीं हो सके, लेकिन अब इसे अप्रैल में कराना संभव होगा और यह बिहू त्योहार के आसपास हो सकते हैं।
फरवरी में चुनाव कराने से जुड़ी समस्याएँ
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया कि अगर चुनाव फरवरी में कराए जाते, तो यह 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाओं के साथ टकरा जाते। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ता। इसके अलावा, मतगणना के लिए हॉल की उपलब्धता भी एक चुनौती होती। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि इस समय चुनाव कराना उपयुक्त नहीं होगा और सरकार ने अप्रैल में पंचायत चुनाव कराने पर विचार किया है।
गुवाहाटी उच्च न्यायालय का आदेश
गुवाहाटी उच्च न्यायालय ने पहले आदेश दिया था कि 8 जनवरी तक पंचायत चुनावों के लिए कोई अधिसूचना जारी नहीं की जानी चाहिए। इसके बावजूद, राज्य सरकार ने इस आदेश पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया था। अदालत ने निर्देश दिया कि सरकार की अर्जी की प्रतियां संबंधित पक्षों को दी जाएं ताकि कानूनी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रशासन चुनावों की अधिसूचना जारी करने के लिए तैयार था, लेकिन अदालत के आदेश ने इसे रोक दिया।
निर्वाचन क्षेत्रों के पुनर्निर्धारण में अनियमितताओं पर याचिकाएँ
निर्वाचन क्षेत्रों के पुनर्निर्धारण में अनियमितताओं को लेकर दायर याचिकाओं के बाद यह निर्णय लिया गया। याचिकाओं में तर्क दिया गया कि जब तक इन खामियों को दूर नहीं किया जाता, तब तक चुनाव स्थगित किए जाने चाहिए। इसके बावजूद, मुख्यमंत्री ने पंचायतों में चुनाव कराने की आवश्यकता पर जोर दिया और सरकार ने अदालत से चुनावों को कानूनी जटिलताओं के बिना कराने का अनुरोध किया।
पंचायत चुनाव क्यों हैं महत्वपूर्ण?
मुख्यमंत्री ने पंचायत चुनावों के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि ये चुनाव ग्रामीण विकास और लोकतंत्र के लिए बेहद जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव न केवल ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में सहायक होते हैं बल्कि यह नागरिकों की भागीदारी को भी मजबूत करते हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि चुनाव स्थगित होने से गांवों के विकास के कार्यों में देरी हो सकती है।
अप्रैल में चुनाव के लिए तैयारियां
असम सरकार अब अप्रैल में पंचायत चुनाव कराने की योजना बना रही है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जाएंगी। उन्होंने कहा कि सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की सुविधा और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पंचायत चुनावों की घोषणा से असम के ग्रामीण इलाकों में नई उम्मीद जगी है। यह चुनाव न केवल ग्रामीण विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं बल्कि यह स्थानीय नेतृत्व को मजबूत करने और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को बढ़ावा देने का भी एक महत्वपूर्ण माध्यम है। अप्रैल में प्रस्तावित चुनावों के साथ, राज्य सरकार ने एक बार फिर ग्रामीण भारत के विकास में अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
About the Author
