
Train Incident: अमृतसर-कटिहार एक्सप्रेस में यात्री और कोच अटेंडेंट के बीच विवाद के बाद मारपीट का मामला सामने आया है। यह घटना तब हुई जब बिहार के सीवान से दिल्ली जा रहे ट्रक चालक शेख ताजुद्दीन ने बुधवार (8 जनवरी) को ट्रेन के कोच अटेंडेंट विक्रम चौहान और सोनू महतो के साथ शराब पी थी, जिसके बाद उसने महिला यात्रियों से बदसलूकी की। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, नशे की हालत में ताजुद्दीन ने टिकट निरीक्षक (TTE) राजेश कुमार के साथ भी बदसलूकी की और उन्हें थप्पड़ मार दिया।
इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें टिकट निरीक्षक और कोच अटेंडेंट ताजुद्दीन को पीटते और गाली-गलौज करते हुए नजर आ रहे हैं। एक दूसरे वीडियो में टिकट निरीक्षक ताजुद्दीन को जमीन पर फेंकते हुए दिखाई दे रहे हैं और कोच अटेंडेंट चौहान उन्हें बेल्ट से पीटते हुए नजर आ रहे हैं। यात्रियों के अनुसार, यह पूरी घटना शराब पीने के दौरान हुई, और कोच अटेंडेंट ने यात्री से पैसे लेकर शराब पी थी।

कोच अटेंडेंट फरार, पुलिस ने मामला दर्ज किया

घटना के तुरंत बाद रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची और शराब के नशे में धुत यात्री को ट्रेन से उतार दिया, जबकि टिकट निरीक्षक को हिरासत में ले लिया। कोच अटेंडेंट चौहान ट्रेन से फरार हो गए और उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई। पुलिस ने यात्री की शिकायत पर दोनों अटेंडेंट्स और टिकट निरीक्षक के खिलाफ मामला दर्ज किया। रेलवे ने भी कड़ी कार्रवाई करते हुए TTE राजेश कुमार को निलंबित कर दिया और उन्हें लखनऊ स्थित विभागीय मुख्यालय में रिपोर्ट करने का आदेश दिया।
अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी
रेलवे अधिकारियों ने इस मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है। यात्रियों से संपर्क कर घटना की जानकारी एकत्र की जा रही है। रेलवे ने स्पष्ट किया है कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना यह दर्शाती है कि रेलवे को ट्रेन यात्रा के दौरान यात्री सुरक्षा और अनुशासन के मामले में और सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
वायरल वीडियो ने रेलवे के सुरक्षा प्रोटोकॉल पर सवाल उठाए
इस घटना से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद रेलवे के सुरक्षा प्रोटोकॉल पर सवाल उठने लगे हैं। यात्रियों के बीच असुरक्षा और अनुशासनहीनता की स्थिति बनती जा रही है, जिससे रेलवे को अपनी यात्रा के दौरान सुरक्षा और निगरानी को बढ़ावा देने की आवश्यकता महसूस हो रही है। वीडियो में दिखाए गए दृश्य यह स्पष्ट करते हैं कि शराब के नशे में धुत यात्री और कोच अटेंडेंट की भूमिका की जांच के साथ-साथ रेलवे की जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है।
सख्त कदम उठाने की मांग
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर यात्रियों ने रेलवे अधिकारियों से मांग की है कि ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। कई लोग यह भी कह रहे हैं कि अगर ट्रेन स्टाफ को शराब पीने की अनुमति नहीं दी जाती तो ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है। साथ ही, यात्रियों के सुरक्षा अधिकारों की रक्षा करने के लिए सुरक्षा उपायों को और कड़ा किया जाना चाहिए।

