
Jaishankar on terrorist attack: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि भारत इस समय बदलाव के एक दौर से गुजर रहा है। एक तरफ जहां भारत अपनी पारंपरिक नीतियों के प्रति प्रतिबद्ध है, वहीं दूसरी ओर वह तकनीक का इस्तेमाल करके भविष्य की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। जयशंकर ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत रणनीति की बात करते हुए कहा कि अब भारत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठा रहा है, जो पहले नहीं था।
बालाकोट और उरी ने दुश्मन को साफ संदेश दिया
जयशंकर ने यह भी कहा कि अब भारत जिस तरह से आतंकवाद के खिलाफ प्रतिक्रिया दे रहा है, वह पहले कभी नहीं देखा गया था। 26/11 जैसी बड़ी आतंकवादी हमले पर भारत ने जो प्रतिक्रिया नहीं दी थी, वही प्रतिक्रिया अब भारत ने उरी और बालाकोट में दिखा दी। उरी और बालाकोट पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक और हवाई हमले ने दुश्मन को साफ संदेश दिया कि अब भारत किसी भी आतंकवादी गतिविधि को सहन नहीं करेगा और वह अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।

भारत वैश्विक कूटनीति को आकार दे रहा है
विदेश मंत्री ने कहा कि यह एक अच्छा समय है जब भारत वैश्विक कूटनीति को आकार दे रहा है और सीमा पर चीन से हो रही चुनौतियों का सामना दृढ़ता से कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस समय विदेश मंत्री के रूप में काम करना एक सौभाग्य की बात है, क्योंकि भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी स्थिति को मजबूत कर रहा है और देश की नेतृत्व क्षमता को उजागर कर रहा है।

भारत के हर हिस्से को समान अवसर मिल रहे हैं
जयशंकर ने यह भी कहा कि आज भारत में हर व्यक्ति को समान अवसर मिल रहे हैं, चाहे वह किसी भी क्षेत्र से आता हो। यह सफलता किसी विशेष वर्ग या मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र की नहीं है, बल्कि यह पूरे भारत की सफलता है। आज भारत के पास पहले से कहीं ज्यादा प्रतिनिधि हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में अपने देश का नाम रोशन कर रहे हैं।
ट्रम्प को क्यूएडी को आगे बढ़ाने का श्रेय
जयशंकर ने क्यूएडी (Quad) संगठन के बारे में भी बात की और कहा कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को क्यूएडी को आगे बढ़ाने का श्रेय मिलना चाहिए। हालांकि, ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद क्यूएडी को लेकर कुछ आशंकाएं जताई जा रही थीं, लेकिन जयशंकर ने इन आशंकाओं को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि जब ट्रम्प राष्ट्रपति बने थे, तो क्यूएडी की शुरुआत विदेश मंत्रालय के अधिकारियों की बैठक के रूप में हुई थी। ट्रम्प प्रशासन के दौरान क्यूएडी को एक महत्वपूर्ण संगठन के रूप में स्थापित किया गया था और इसका श्रेय ट्रम्प प्रशासन को दिया जाना चाहिए।
भारत की विदेश नीति में बदलाव
जयशंकर ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक समय है, क्योंकि भारत की विदेश नीति में बदलाव आ रहा है और देश अब अपने निर्णयों के साथ अधिक आत्मनिर्भर हो रहा है। भारत अब अपने पड़ोसियों से लेकर वैश्विक शक्तियों तक के साथ अपने रिश्तों को सशक्त बना रहा है। इसके अलावा, भारत अब विश्व की एक प्रमुख ताकत के रूप में उभर रहा है और इससे भारत की वैश्विक स्थिति में भी सुधार हुआ है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने आतंकवाद, क्यूएडी और भारत की विदेश नीति के बारे में अपने विचार साझा किए। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत की रणनीति को दृढ़ और निर्णायक बताया, साथ ही वैश्विक कूटनीति में भारत की बढ़ती ताकत को भी रेखांकित किया। उनके अनुसार, भारत अब पूरी दुनिया में एक नई दिशा में कदम बढ़ा रहा है, जो वैश्विक मंच पर देश की भूमिका को और मजबूत करेगा।

