उत्तर प्रदेश के CM Yogi को धमकी देने के मामले में गिरफ्तार हुई लड़की को मुंबई पुलिस ने पूछताछ के बाद रिहा कर दिया है। मुंबई एंटी-टेररिज्म स्क्वाड (एटीएस) और उल्हासनगर पुलिस के संयुक्त अभियान में आरोपी फ़ातिमा ख़ान को पकड़ा गया था। पुलिस के अनुसार, पूछताछ के बाद फ़ातिमा को रविवार को छोड़ दिया गया।
मुंबई पुलिस को भेजा गया था धमकी भरा संदेश
शनिवार को मुंबई ट्रैफिक पुलिस के व्हाट्सएप नंबर पर एक धमकी भरा संदेश प्राप्त हुआ था, जिसमें कहा गया था कि अगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10 दिनों के भीतर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया, तो उनकी हत्या कर दी जाएगी, जैसे कि पूर्व महाराष्ट्र मंत्री बाबा सिद्दीकी की हुई थी।
बता दें कि महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को मुंबई में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस की जांच में सामने आया कि यह संदेश उल्हासनगर निवासी फ़ातिमा ख़ान ने भेजा था। फ़ातिमा की शिक्षा बीएससी (सूचना प्रौद्योगिकी) में हुई है, और पुलिस का कहना है कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है।
मानसिक स्थिति ठीक नहीं: पुलिस का बयान
पुलिस ने बताया कि उत्तर प्रदेश एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड (यूपी एटीएस) की एक टीम भी इस मामले में फ़ातिमा से पूछताछ के लिए मुंबई पहुँची। एटीएस की टीम यह भी जांच कर रही है कि फ़ातिमा के संपर्क में कौन-कौन लोग हैं और इस मामले में अन्य संदिग्धों की तलाश कर रही है।
एक अधिकारी ने बताया कि फ़ातिमा का परिवार उल्हासनगर में रहता है, और उसके पिता लकड़ी के व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। पुलिस के मुताबिक, आरोपी महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और इसी कारण उसे रिहा कर दिया गया है।
सलमान खान को मिली धमकी
इससे पहले, मुंबई ट्रैफिक पुलिस के व्हाट्सएप नंबर पर दो अन्य धमकी भरे संदेश भी आ चुके हैं। इनमें से एक संदेश में दो करोड़ रुपये की मांग की गई थी और धमकी दी गई थी कि यदि यह रकम नहीं दी गई, तो ज़ीशान सिद्दीकी और बॉलीवुड अभिनेता सलमान ख़ान को गोली मार दी जाएगी।
पुलिस ने एक सर्च ऑपरेशन के दौरान बांद्रा निवासी मोहम्मद मुस्तफा को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, 17 अक्टूबर को भी एक धमकी भरा संदेश मिला था जिसमें लिखा था कि यदि सलमान खान पाँच करोड़ रुपये नहीं देते हैं, तो उन्हें भी बाबा सिद्दीकी की तरह ही अंजाम भुगतना पड़ेगा। इस मामले में पुलिस ने झारखंड के जमशेदपुर निवासी शेख हुसैन शेख को गिरफ्तार किया है।
मामले पर पुलिस की कार्यवाही
पुलिस ने इन धमकी भरे संदेशों के मामले में त्वरित कार्यवाही करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि फ़ातिमा की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और इस वजह से उसे पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। लेकिन उत्तर प्रदेश एटीएस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि इस धमकी के पीछे की वास्तविक वजह सामने आ सके।