Delhi में सस्ती शराब की उपलब्धता के कारण, नोएडा और गाज़ियाबाद जैसे पड़ोसी क्षेत्रों के लोग दिल्ली की सीमा पर स्थित शराब की दुकानों तक पहुँच रहे हैं। इस स्थिति को देखते हुए, पुलिस ने कार्रवाई की योजना बनाई है और सीमाओं पर सख्ती बढ़ा दी है। इस दौरान, लाइसेंस प्राप्त होटलों और रेस्तरां में नियमों के पालन सुनिश्चित करने के लिए भी विभाग सतर्क है।
दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
दिल्ली को घेरने वाले उत्तर प्रदेश और हरियाणा से शराब की तस्करी पर नजर रखने के लिए कदम उठाए गए हैं। दिल्ली में 48 प्रमुख सड़कों से दोनों राज्यों में वाहन आवाजाही होती है। हालाँकि, कई अन्य मार्ग भी हैं, जिनसे लोग एक-दूसरे राज्यों में आते-जाते हैं।
एक्साइज विभाग की 20 से अधिक टीमों ने दिल्ली की सीमाओं पर निगरानी रखने के लिए चौकसी बढ़ा दी है। खासकर हरियाणा पर ध्यान दिया जा रहा है, क्योंकि वहां से शराब सस्ती होने के कारण, दिल्ली में तस्करी की संभावना अधिक है। देशी शराब के लाइसेंस की समयसीमा समाप्त हो जाने के कारण काले बाजार के मुद्दे ने विभाग के लिए चुनौती बढ़ा दी है।
काले बाजार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
अधिकारी सूत्रों के अनुसार, 30 सितंबर को देशी शराब के लाइसेंस की समयसीमा समाप्त हो गई। इसे दो बार तीन-तीन महीने के लिए बढ़ाया गया था, लेकिन अब नई निविदा प्रक्रिया शुरू होने में एक से डेढ़ महीने का समय लग सकता है। इस स्थिति में, शराब की काले बाजार की समस्या ने विभाग के लिए सिरदर्द खड़ा कर दिया है।
नोएडा में 710 लोगों के खिलाफ FIR
यदि आप सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीते हैं, तो आपकी दीवाली भी खराब हो सकती है। पिछले 24 घंटों में, पुलिस और एक्साइज विभाग की टीमों ने पूरे जिले में अभियान चलाया और सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीते हुए पाए गए 710 लोगों के खिलाफ संबंधित पुलिस थानों में FIR दर्ज की।
जिला एक्साइज अधिकारी सुभोध कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि एक्साइज आयुक्त के आदेश पर, 25 अक्टूबर से जिले में विशेष प्रवर्तन अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान के लिए एक्साइज और पुलिस विभाग की सात संयुक्त टीमों का गठन किया गया है।
टीमों ने शुक्रवार को नोएडा, केंद्रीय नोएडा और ग्रेटर नोएडा के विभिन्न पुलिस थानों के क्षेत्रों में जांच की। इस दौरान, 710 लोग सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीते हुए पाए गए। उनके खिलाफ सभी संबंधित पुलिस थानों में FIR दर्ज की गई है।
इसके अलावा, पुलिस स्टेशन फेज़ वन के सेक्टर 8 के निवासी मनु यादव को अवैध शराब बिक्री के आरोप में गिरफ्तार किया गया है और उसकी पास से 32 बोतलें बरामद की गईं। एक्साइज अधिकारी ने कहा कि टीमों ने देशी शराब, विदेशी शराब, बियर और मॉडल दुकानों की जांच की, लेकिन किसी भी स्थान पर कोई अनियमितता नहीं पाई गई। उन्होंने कहा कि यह अभियान अभी जारी रहेगा।
खुली शराब पीने की समस्या
खुले में शराब पीना एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है, खासकर त्योहारों के दौरान। नोएडा और गाज़ियाबाद जैसे क्षेत्रों में, जहां स्थानीय निवासियों की संख्या अधिक है, पुलिस और एक्साइज विभाग को इसे रोकने में काफी मेहनत करनी पड़ रही है। शराब के खुले सेवन से न केवल सार्वजनिक शांति भंग होती है, बल्कि यह भीड़ में झगड़ों और अन्य अव्यवस्थाओं का कारण बन सकती है।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि जो भी लोग नियमों का उल्लंघन करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकार की कार्रवाई केवल सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगी कि स्थानीय शराब की दुकानों और लाइसेंस प्राप्त प्रतिष्ठानों में सभी आवश्यक नियमों का पालन किया जाए।
इस दीवाली, जब लोग उत्सव मनाने में व्यस्त होंगे, पुलिस और एक्साइज विभाग ने यह सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं कि अवैध शराब का कारोबार और सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीने की प्रवृत्ति पर काबू पाया जा सके। यह न केवल कानून और व्यवस्था बनाए रखने में सहायक होगा, बल्कि इससे स्थानीय समुदायों में स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी।
इसलिए, यदि आप सस्ती शराब खरीदने की सोच रहे हैं, तो सावधान रहें। यह न केवल आपके लिए कानूनी समस्याएं पैदा कर सकता है, बल्कि सार्वजनिक स्थानों पर खुले में शराब पीने से आपकी दीवाली भी खराब हो सकती है। पुलिस की कार्रवाई के बीच, आपको नियमों का पालन करना चाहिए और त्योहारों का आनंद सुरक्षित और जिम्मेदारी से लेना चाहिए।