
संयुक्त किसान मोर्चा की वार्ता रही सकारात्मक, मांगों पर बनी सहमति, धरना स्थगित
ग्रेटर नोएडा: संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेतृत्व में जुड़े सभी 14 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने आज यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के कार्यालय में जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण वार्ता की। इस वार्ता में नोएडा प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और यमुना प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति रही।
बैठक में किसानों की प्रमुख मांगों पर विस्तार से चर्चा हुई, जिसमें मुख्य रूप से पुराने भूमि अधिग्रहण कानून के तहत प्रभावित किसानों को 10% विकसित प्लॉट और बढ़ा हुआ मुआवजा देने की मांग शामिल थी। वहीं, नए भूमि अधिग्रहण कानून, 2013 के तहत अधिग्रहण से प्रभावित किसानों को बाजार दर का चार गुना मुआवजा, 20% प्लॉट तथा पुनर्वास एवं रोजगार के लाभ दिए जाने की मांग पर भी सकारात्मक सहमति बनी।

प्रमुख मुद्दों पर बनी सहमति
1. सीधे भूमि खरीदने वाले किसानों को भी परियोजना प्रभावित परिवार का दर्जा

किसानों ने मांग रखी कि नए भूमि अधिग्रहण कानून के तहत मिलने वाले लाभ (मुआवजा, पुनर्वास, रोजगार) सीधे बैनामे द्वारा जमीन खरीदने वाले किसानों को भी मिलने चाहिए।
अधिकारियों ने इस मांग को स्वीकार करते हुए समान मुआवजा और पुनर्वास भत्ते की सहमति दी।
2. सर्किल रेट में बढ़ोतरी
किसानों ने पिछले 11 वर्षों से कृषि, आवासीय और वाणिज्यिक भूमि की सर्किल दरों में वृद्धि की मांग रखी।
जिलाधिकारी ने एक सप्ताह के भीतर सर्किल रेट बढ़ाने की घोषणा करने का भरोसा दिया।
3. आबादी लीज बैक मामलों का निस्तारण
नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण द्वारा लंबित आबादी लीज बैक मामलों के शीघ्र निपटारे का आश्वासन दिया गया।
4. आगामी उच्चस्तरीय वार्ताएं
किसानों की मांगों पर शासन स्तर पर भी वार्ताएं करने के लिए तिथियां निर्धारित की गईं:
23 मार्च: जिलाधिकारी के आवास पर परियोजनाओं पर वार्ता।
24 मार्च: यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण के साथ वार्ता।
25 मार्च: नोएडा प्राधिकरण के साथ वार्ता।
26 मार्च: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के साथ वार्ता।
28 मार्च: औद्योगिक विकास अनुभाग के मुख्य सचिव से वार्ता।
10 से 20 अप्रैल: मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश सरकार से वार्ता।
संयुक्त किसान मोर्चा ने शासन स्तर की वार्ताओं में जनप्रतिनिधियों, तीनों विधायकों एवं लोकसभा-राज्यसभा सांसदों को भी शामिल करने का अनुरोध किया है।

धरना स्थगित
सभी मांगों पर सकारात्मक वार्ता और आगामी बैठकों का समय तय होने के बाद, SKM के नेताओं ने सर्वसम्मति से धरना स्थगित करने की घोषणा कर दी।
संयुक्त किसान मोर्चा के अनुसार, यदि आगामी वार्ताओं में कोई ठोस समाधान नहीं निकला तो किसान फिर से आंदोलन की रणनीति बनाएंगे।

