
हाल ही में कैलिफोर्निया के चिनो हिल्स शहर में BAPS Swaminarayan Mandir (Shree Swaminarayan Mandir) पर एक घृणित हमले की घटना सामने आई है। इस घटना ने न केवल स्थानीय हिंदू समुदाय को गहरे आहत किया है, बल्कि इसे एक घृणा अपराध के रूप में देखा जा रहा है, जिससे हिंदू धर्म के अनुयायी भी अपने धर्मस्थलों के खिलाफ बढ़ती घृणा और हिंसा के प्रति अपनी चिंता व्यक्त कर रहे हैं।
BAPS पब्लिक अफेयर्स द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर इस घटना की जानकारी साझा की गई, जिसमें मंदिर पर हमले की निंदा की गई और कहा गया कि इस तरह की घृणा और असहिष्णुता को हर कीमत पर रोका जाना चाहिए। उनके पोस्ट में लिखा गया, “एक और मंदिर को अपवित्र किया गया है। इस बार यह घटना कैलिफोर्निया के चिनो हिल्स में हुई। हिंदू समुदाय नफरत के खिलाफ मजबूती से खड़ा है। चिनो हिल्स और दक्षिणी कैलिफोर्निया का समुदाय एकजुट है, और हम कभी भी नफरत को अपनी जड़ें नहीं जमा लेने देंगे।” इस पोस्ट में यह भी कहा गया कि “हमारी साझा मानवता और विश्वास यह सुनिश्चित करेंगे कि शांति और करुणा का शासन होगा।”

Another Hindu Temple vandalized – this time the iconic BAPS temple in Chino Hills, CA. It’s just another day in a world where media and academics will insist there is no anti-Hindu hate and that #Hinduphobia is just a construct of our imagination.
Not surprising this happens as… https://t.co/SXNmyRuTiT pic.twitter.com/V4P77wUKAV
— CoHNA (Coalition of Hindus of North America) (@CoHNAOfficial) March 9, 2025

इस घटना पर हिंदू समुदाय ने तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त की है और इस प्रकार की घटनाओं के बढ़ने को लेकर गंभीर चिंता जताई है। इसके साथ ही, इस घटना को जोड़ते हुए कोएलिशन ऑफ हिंदूज़ ऑफ नॉर्थ अमेरिका (CHNA) नामक संगठन ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में इन हमलों को हिंदूफोबिया (Hinduphobia) का परिणाम बताया। संगठन ने कहा, “एक और हिंदू मंदिर को अपवित्र किया गया है – इस बार कैलिफोर्निया के चिनो हिल्स के प्रतिष्ठित BAPS मंदिर में। फिर भी मीडिया और अकादमिक जगत यह कहेंगे कि हिंदू समुदाय के खिलाफ कोई घृणा नहीं है और ‘हिंदूफोबिया’ केवल हमारी कल्पना का हिस्सा है।”
यह संगठन पहले भी हिंदू मंदिरों पर हुई अन्य हमलों का उल्लेख करता है, और उसने यह भी कहा कि हाल के दिनों में कैलिफोर्निया में खालिस्तान समर्थक आंदोलन की बढ़ती गतिविधियों के कारण ऐसी घटनाओं में इजाफा हुआ है। इसने उन दस मंदिरों की सूची भी साझा की है जिन पर पिछले कुछ वर्षों में हमला किया गया या जो अपवित्र किए गए थे।
अतीत में हुए अन्य हमलों की जानकारी
अगस्त और सितंबर 2023 में कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो स्थित BAPS मंदिर पर भी एक घृणित हमला हुआ था, जिसमें दीवारों पर “हिंदू वापस जाओ!” जैसे घृणित संदेश लिखे गए थे। यह घटना भी हिंदू समुदाय के लिए एक बड़ा आघात बनी थी। कुछ ही दिन पहले, न्यू यॉर्क के मेलविल स्थित BAPS मंदिर पर भी इसी तरह के हमले हुए थे, जहां घृणा से भरे संदेश लिखे गए थे। इस घटना के बाद, भारतीय कांसुल जनरल ने कड़ी निंदा की थी और स्थानीय अधिकारियों से इस तरह की घटनाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।
भारत सरकार की प्रतिक्रिया
चिनो हिल्स में हुए इस हमले के बाद भारत सरकार ने भी प्रतिक्रिया दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जैस्वाल ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हमने कैलिफोर्निया के चिनो हिल्स में एक हिंदू मंदिर पर हमले की रिपोर्ट देखी है। हम इस तरह के घृणित कृत्यों की कड़ी निंदा करते हैं। हम स्थानीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों से अनुरोध करते हैं कि वे इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।”
इस बयान से यह स्पष्ट है कि भारत सरकार मंदिरों पर हो रहे हमलों को गंभीरता से ले रही है और विदेशों में हिंदू समुदाय की सुरक्षा को लेकर भी सख्त कदम उठाने की आवश्यकता महसूस कर रही है।
आगे का रास्ता
यह घटना केवल कैलिफोर्निया तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पूरे उत्तरी अमेरिका में हिंदू समुदाय के लिए एक बड़ा सवाल बन चुकी है। यह घटनाएँ हिंदू मंदिरों की सुरक्षा, धार्मिक स्वतंत्रता और सामाजिक सद्भाव के लिए एक गंभीर चुनौती पेश करती हैं। ऐसे हमलों के बाद हिंदू समुदाय को एकजुट होकर अपनी आवाज उठानी होगी और यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी प्रकार की घृणा और भेदभाव को बढ़ावा न दिया जाए।
स्थानीय समुदाय, कानून प्रवर्तन एजेंसियाँ और सरकारें मिलकर यह सुनिश्चित करें कि धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन न हो और हर धर्म के अनुयायी अपने पूजा स्थलों पर सुरक्षित महसूस करें।
इस घटना ने साबित कर दिया है कि केवल शब्दों से नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई से ही हम नफरत और हिंसा को हराने में सफल हो सकते हैं। हिंदू धर्म के अनुयायी अपनी आस्था और विश्वास के साथ आगे बढ़ेंगे, और इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए उन्हें अपनी आवाज उठानी होगी।

