
Silver Investment: जो हमेशा निवेशकों के बीच एक आकर्षक विकल्प रही है, इस समय और भी अधिक ध्यान आकर्षित कर रही है। वर्ष 2023 में अब तक चांदी ने लगभग 11 प्रतिशत का रिटर्न दिया है और विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले 2-3 वर्षों में इसके रिटर्न में और वृद्धि हो सकती है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता के कारण चांदी की मांग बढ़ी है, और इसके मूल्य में लगातार उछाल देखा जा रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, चांदी सोने की तुलना में अधिक उतार-चढ़ाव वाला धातु है, जिसका कारण यह है कि इसका उपयोग न केवल एक निवेश साधन के रूप में होता है, बल्कि यह उद्योगों में भी एक महत्वपूर्ण धातु है। चांदी सोने से सस्ती होने के कारण छोटे निवेशकों के लिए इसे खरीदना आसान होता है, और यही कारण है कि छोटे निवेशक भी इसे अपनी निवेश योजना में शामिल कर रहे हैं।

चांदी का प्रदर्शन: पिछले साल और इस साल
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के उपाध्यक्ष (कमोडिटी) राहुल कलानtri ने कहा, “देश में चांदी के फ्यूचर्स ने पिछले साल 17.50 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो कि पिछले 10 वर्षों के औसत रिटर्न 9.56 प्रतिशत से अधिक है। पिछले दो वर्षों में चांदी का प्रदर्शन मजबूत रहा है और इस साल भी अब तक इसमें 11 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है।” उनका मानना है कि चांदी का वर्तमान प्रदर्शन निवेशकों को इसके भविष्य के बारे में सतर्क बना रहा है।

कलानtri ने यह भी कहा कि वर्तमान में चांदी $50 प्रति औंस के रिकॉर्ड हाई से लगभग 35 प्रतिशत नीचे कारोबार कर रही है, जो कि 25 अप्रैल 2011 को वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान था। इस मूल्य स्तर को निवेशकों के लिए एक संभावित प्रवेश बिंदु माना जा सकता है।
आने वाले वर्षों में चांदी के बेहतर प्रदर्शन की संभावना
आनंद राठी शेर एंड स्टॉक ब्रोकर के कमोडिटी और मुद्रा निदेशक नवीन माथुर ने कहा, “चांदी एक औद्योगिक धातु है, इसलिए यह अत्यधिक उतार-चढ़ाव दिखाती है। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के दौर में यह निवेश के रूप में देखी जाती है। हालांकि, मजबूत बुनियादी कारणों और अन्य बहुमूल्य धातुओं की तुलना में सस्ते मूल्य के कारण, चांदी अगले 2-3 वर्षों में बेहतर प्रदर्शन कर सकती है।”
उन्होंने यह भी कहा कि चांदी में निवेश इस समय अधिक आकर्षक हो सकता है, क्योंकि यह अन्य बहुमूल्य धातुओं की तुलना में सस्ती है और इसके बुनियादी कारण मजबूत हैं। इसके अलावा, अमेरिकी व्यापार नीतियों की अनिश्चितता के कारण चांदी की कीमतों में वृद्धि हो रही है, और इसका उपयोग एक सुरक्षित निवेश के रूप में बढ़ रहा है।
चांदी की कीमतों में वृद्धि के कारण
माथुर के अनुसार, “इस साल चांदी की कीमत में वृद्धि के मुख्य कारणों में से एक है अमेरिका की व्यापार नीतियों में अनिश्चितता। इसके अलावा, जब अमेरिकी ब्याज दरों में गिरावट आती है, तो बहुमूल्य धातुएं निवेशकों के लिए अधिक आकर्षक बन जाती हैं। इसके साथ ही, डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की नीतियों में अनिश्चितता और वैश्विक स्तर पर बढ़ते तनावों ने चांदी की कीमत को और बढ़ाया है।”
कलानtri ने कहा कि चांदी की कीमत में वृद्धि के अन्य कारणों में अमेरिकी ब्याज दरों में गिरावट और वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण चांदी को एक सुरक्षित निवेश माना जा रहा है। इसके साथ ही, पिछले दो वर्षों से चांदी की औद्योगिक मांग मजबूत बनी हुई है, जो आभूषण की खरीदारी में गिरावट को संतुलित कर रही है।
निवेशकों के लिए क्या करना चाहिए?
चांदी एक आकर्षक निवेश विकल्प हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो उच्च रिटर्न की तलाश में हैं और जो सोने की तुलना में सस्ती धातु में निवेश करना चाहते हैं। हालांकि, यह धातु अधिक उतार-चढ़ाव वाली होती है, इसलिए इसमें निवेश करते समय सतर्कता बरतनी चाहिए।
निवेशकों को यह समझना होगा कि चांदी की कीमतें औद्योगिक मांग और वैश्विक आर्थिक स्थिति से प्रभावित होती हैं। आने वाले वर्षों में चांदी की कीमतों में वृद्धि की संभावना है, लेकिन इसका प्रदर्शन अन्य बहुमूल्य धातुओं की तुलना में अधिक अस्थिर हो सकता है।
वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और चांदी की औद्योगिक मांग को देखते हुए, यह धातु एक आकर्षक निवेश विकल्प बन चुकी है। इसके सस्ते मूल्य और उच्च रिटर्न की संभावनाओं के कारण, छोटे और बड़े निवेशक दोनों ही इसे अपनी निवेश योजना में शामिल कर सकते हैं। हालांकि, इसकी अधिक उतार-चढ़ाव वाली प्रकृति को ध्यान में रखते हुए, निवेशकों को इसमें निवेश करते समय सतर्कता बरतनी चाहिए। चांदी के रिटर्न में वृद्धि की उम्मीद के साथ, यह आगामी वर्षों में निवेशकों के लिए एक लाभकारी अवसर साबित हो सकती है।

