
PM Narendra Modi मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तीन पोस्ट-बजट वेबिनारों में भाग लेंगे। इन वेबिनारों के विषयों में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) और व्यापार में सुगमता (Ease of Doing Business) शामिल हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने एक बयान में कहा कि ये वेबिनार दोपहर 12:30 बजे के आसपास आयोजित किए जाएंगे। इन वेबिनारों में MSME के विकास इंजन, निर्माण, निर्यात, नाभिकीय ऊर्जा मिशन, नियामक ढांचा, निवेश और व्यापार में सुगमता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इन वेबिनारों के दौरान कई रणनीतियों पर विचार किया जाएगा, जो भारत की औद्योगिक, व्यापारिक और ऊर्जा नीतियों को सशक्त बनाने में सहायक सिद्ध हो सकती हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने आगे बताया कि ये वेबिनार सरकार के अधिकारियों, उद्योगपतियों और व्यापार विशेषज्ञों के लिए एक मंच प्रदान करेंगे, ताकि वे भारत की औद्योगिक, व्यापारिक और ऊर्जा रणनीतियों पर विचार-विमर्श कर सकें। इन वेबिनारों का मुख्य उद्देश्य नीति कार्यान्वयन, निवेश की सुगमता, और प्रौद्योगिकी को अपनाने के उपायों पर चर्चा करना है, ताकि बजट में घोषित किए गए परिवर्तनात्मक उपायों को प्रभावी रूप से लागू किया जा सके। इसके साथ ही, इन वेबिनारों में निजी क्षेत्र के विशेषज्ञों, उद्योग प्रतिनिधियों और विषय विशेषज्ञों को भी शामिल किया जाएगा, ताकि बजट घोषणाओं का सही तरीके से कार्यान्वयन हो सके।


MSME और व्यापार में सुगमता पर वेबिनार
पहला वेबिनार मंगलवार को MSME (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) के विकास और व्यापार में सुगमता पर ध्यान केंद्रित करेगा। MSME भारत की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये उद्यम रोजगार सृजन में योगदान करते हैं और आर्थिक वृद्धि में भी सहायता करते हैं। सरकार ने इन उद्यमों को प्रोत्साहित करने के लिए बजट में कई योजनाओं की घोषणा की है। यह वेबिनार इस बात पर चर्चा करेगा कि इन योजनाओं को प्रभावी रूप से कैसे लागू किया जा सकता है और MSME को और अधिक कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है, ताकि वे भारत की वृद्धि इंजन की भूमिका निभा सकें।
इसके अलावा, इस वेबिनार में व्यापार संचालन को सरल बनाने के उपायों पर भी चर्चा की जाएगी। सरकार ने ऐसे कई कदम उठाए हैं, जिनसे व्यापारिक माहौल को और भी बेहतर बनाने की कोशिश की जा रही है। इन पहलुओं पर चर्चा करते हुए, यह वेबिनार यह बताएगा कि व्यापारिक प्रक्रिया में सुधार के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं, ताकि छोटे और मझोले उद्योग अपने कामकाज को बिना किसी बाधा के जारी रख सकें।
निर्माण, निर्यात और नाभिकीय ऊर्जा मिशन पर वेबिनार
दूसरा वेबिनार निर्माण, निर्यात और नाभिकीय ऊर्जा मिशन पर केंद्रित होगा। भारतीय सरकार ने हाल ही में उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं की घोषणा की है। इसके साथ ही, भारत में नाभिकीय ऊर्जा क्षेत्र को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है, ताकि ऊर्जा सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण के लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके। यह वेबिनार इन पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेगा और यह बताएगा कि इन क्षेत्रों में निवेश को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है और प्रौद्योगिकी का उपयोग कैसे किया जा सकता है, ताकि इन क्षेत्रों को और मजबूत किया जा सके।
निर्यात और निर्माण के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। इस वेबिनार में इन कदमों पर चर्चा की जाएगी, ताकि भारत के निर्माण और निर्यात क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया जा सके। साथ ही, यह वेबिनार यह भी बताएगा कि नाभिकीय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश बढ़ाने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं और इससे भारत की ऊर्जा सुरक्षा को कैसे सुनिश्चित किया जा सकता है।
नियामक ढांचा और निवेश की सुगमता पर वेबिनार
तीसरा वेबिनार नियामक सुधारों और निवेश की सुगमता पर आधारित होगा। भारतीय सरकार ने निवेश आकर्षित करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें नियामक प्रक्रियाओं को सरल बनाना शामिल है। इन सुधारों का उद्देश्य विदेशी निवेशकों को आकर्षित करना है और व्यापार संचालन को अधिक सुलभ बनाना है। यह वेबिनार इस बात पर चर्चा करेगा कि नियामक बाधाओं को कैसे समाप्त किया जा सकता है और निवेश के लिए और अधिक सुलभ वातावरण कैसे बनाया जा सकता है। इसके साथ ही, यह भी देखा जाएगा कि प्रौद्योगिकी को अपनाने से निवेश प्रक्रिया को सरल और अधिक प्रभावी कैसे बनाया जा सकता है।
वेबिनारों के उद्देश्य और रणनीतियाँ
प्रधानमंत्री कार्यालय ने यह स्पष्ट किया कि इन वेबिनारों का उद्देश्य सरकार, उद्योगपतियों और विशेषज्ञों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है, ताकि बजट में घोषित उपायों को प्रभावी रूप से लागू किया जा सके। इन वेबिनारों के दौरान यह चर्चा की जाएगी कि नीतियों को कैसे लागू किया जा सकता है, निवेश को कैसे आकर्षित किया जा सकता है और नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने के उपायों पर विचार किया जाएगा। साथ ही, इन वेबिनारों के माध्यम से उद्योगों की जरूरतों और चुनौतियों को समझने का प्रयास किया जाएगा, ताकि सरकार और उद्योग के बीच सहयोग बढ़ सके और औद्योगिक क्षेत्र में परिवर्तन लाने के लिए एक मजबूत रोडमैप तैयार किया जा सके।
निवेश और प्रौद्योगिकी की महत्ता पर चर्चा
इन वेबिनारों में विशेष ध्यान निवेश और प्रौद्योगिकी की महत्ता पर दिया जाएगा। तेजी से विकसित हो रही प्रौद्योगिकी के कारण उद्योगों में कई बदलाव हो रहे हैं। नई प्रौद्योगिकियों को अपनाना उद्योगों के लिए वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए आवश्यक हो गया है। इसी तरह, निवेश क्षेत्र में नीति सुधारों की आवश्यकता है, ताकि भारत घरेलू और विदेशी निवेशकों के लिए एक आकर्षक निवेश स्थल बन सके। यह वेबिनार इस बात पर विचार करेगा कि निवेश को बढ़ावा देने के लिए कौन से नए कदम उठाए जा सकते हैं और कैसे प्रौद्योगिकी नवाचारों को अपनाकर उत्पादन क्षमता बढ़ाई जा सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पोस्ट-बजट वेबिनार भारत के औद्योगिक, व्यापारिक और ऊर्जा क्षेत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। ये वेबिनार सरकार, उद्योगपतियों और विशेषज्ञों के बीच विचारों और रणनीतियों का आदान-प्रदान करने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान करेंगे, जिससे भारत को एक मजबूत औद्योगिक और व्यापारिक राष्ट्र बनाने में मदद मिलेगी। इन चर्चाओं के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बजट में घोषित परिवर्तनात्मक उपायों का प्रभावी रूप से क्रियान्वयन हो, और यह भारत की वृद्धि और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

