
Union Budget 2025: आज देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट 2025 पेश करने जा रही हैं। इससे पहले, उन्होंने अपने टीम के साथ राष्ट्रपति भवन पहुंचकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की और बजट पेश करने की अनुमति मांगी। राष्ट्रपति मुर्मु ने बजट को मंजूरी देते हुए निर्मला सीतारमण को दही-शक्कर खिलाकर शुभकामनाएं दीं।
दही-शक्कर खिलाने की परंपरा
भारत में किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले दही-शक्कर खाने की परंपरा रही है। इसे शुभ शगुन माना जाता है और यह विश्वास किया जाता है कि इससे कार्य में सफलता मिलती है। इसी परंपरा के तहत वित्त मंत्री को बजट पेश करने से पहले दही-शक्कर खिलाकर शुभकामनाएं दी जाती हैं।

बजट दिवस पर विशेष साड़ी
हर साल की तरह इस बार भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का ‘बजट डे लुक’ खास रहा। इस बार उन्होंने एक खास मधुबनी कला से सजी ऑफ-व्हाइट बॉर्डर वाली साड़ी पहनी। यह साड़ी पद्म पुरस्कार से सम्मानित प्रसिद्ध मधुबनी चित्रकारा दुलारी देवी की कला का प्रतिनिधित्व करती है।

VIDEO | Union Budget 2025: President Droupadi Murmu (@rashtrapatibhvn) offers ‘Dahi-Cheeni’ to Union Finance Minister Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) at Rashtrapati Bhavan.#BudgetSessionWithPTI #Budget2025WithPTI
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/kI48ZaRFh8
— Press Trust of India (@PTI_News) February 1, 2025
कौन हैं दुलारी देवी?
दुलारी देवी एक प्रसिद्ध मधुबनी चित्रकारा हैं, जिन्हें 2021 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वित्त मंत्री जब बिहार के मिथिला कला संस्थान में एक क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम में गई थीं, तब उनकी मुलाकात दुलारी देवी से हुई थी। इस दौरान दोनों के बीच मधुबनी कला पर चर्चा हुई थी। दुलारी देवी ने वित्त मंत्री को यह साड़ी भेंट की थी और अनुरोध किया था कि वे इसे बजट के दिन पहनें।
मधुबनी कला का महत्व
मधुबनी चित्रकला बिहार की एक पारंपरिक कला शैली है, जो अपनी अनूठी रंग योजना और बारीक डिजाइनों के लिए जानी जाती है। यह कला मुख्य रूप से मिथिला क्षेत्र में विकसित हुई और इसका इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है। इस कला को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी पहचान मिली है।
बजट 2025 से क्या हैं उम्मीदें?
हर साल देशवासी बजट से नई उम्मीदें लगाकर बैठते हैं। बजट 2025 में आम जनता, किसान, व्यापारी, नौकरीपेशा वर्ग, उद्योगपति और युवा सभी की उम्मीदें जुड़ी हुई हैं।
1. कर राहत की उम्मीद
मध्यम वर्गीय परिवारों को इस बार आयकर में राहत मिलने की उम्मीद है। करदाताओं को उम्मीद है कि सरकार कर स्लैब में बदलाव कर सकती है और छूट की सीमा बढ़ा सकती है।
2. कृषि क्षेत्र पर ध्यान
किसानों को नए कृषि सुधारों और सब्सिडी की उम्मीद है। न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को लेकर भी सरकार की नीति पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।
3. रोजगार और स्टार्टअप्स के लिए योजनाएं
युवाओं के लिए नए रोजगार अवसर और स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए सरकार विशेष योजनाएं ला सकती है। मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत को और मजबूती देने के लिए बजट में कुछ खास घोषणाएं हो सकती हैं।
4. इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल इंडिया पर फोकस
सरकार डिजिटल इंडिया और इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए नए कदम उठा सकती है। रेलवे, सड़क और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के लिए अतिरिक्त फंडिंग की उम्मीद की जा रही है।
बजट 2025 की प्रस्तुति
निर्मला सीतारमण आज संसद में बजट पेश करेंगी। यह बजट भारत की आर्थिक नीति की दिशा तय करेगा और इससे आने वाले साल में सरकार की प्राथमिकताओं का अंदाजा लगाया जा सकेगा। वित्त मंत्री अपने भाषण में अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों पर फोकस करेंगी और सरकार की नई योजनाओं का खुलासा करेंगी।
केंद्रीय बजट 2025 देश की अर्थव्यवस्था और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। बजट से देश के नागरिकों, किसानों, व्यापारियों और नौकरीपेशा लोगों को नई उम्मीदें हैं। साथ ही, वित्त मंत्री द्वारा मधुबनी कला की साड़ी पहनकर भारतीय संस्कृति को सम्मान देने का संदेश भी समाज में एक सकारात्मक प्रभाव डालेगा। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि वित्त मंत्री अपने बजट भाषण में क्या नई घोषणाएं करती हैं और इससे देश के आम नागरिकों को क्या लाभ मिलेगा।

