
Neemrana Hotel Firing Case: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने राजस्थान के नीम्राना में होटल के बाहर हुई फायरिंग मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घटना सितंबर 2024 की है, जब कुछ गैंगस्टरों ने होटल के बाहर अंधाधुंध गोलीबारी की थी और वहां एक स्लिप फेंककर 5 करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग की थी। अब, जांच एजेंसी गैंगस्टर कौशल चौधरी और महिला डॉन मनीषा से जल्द पूछताछ करने की योजना बना रही है।
नीम्राना होटल फायरिंग की घटना

8 सितंबर 2024 को, नीम्राना के एक होटल के बाहर अज्ञात बदमाशों ने गोलीबारी की और एक स्लिप छोड़ दी, जिसमें 5 करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग की गई थी। इस घटना के बाद हरियाणा पुलिस ने कौशल चौधरी गैंग के चार सदस्यों को एक मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि कौशल चौधरी की पत्नी मनीषा इस घटना की मास्टरमाइंड थी, जिसके बाद मनीषा को गिरफ्तार कर लिया गया। वर्तमान में कौशल चौधरी और मनीषा दोनों हरियाणा की जेल में बंद हैं।

कौशल चौधरी गैंग के चार सदस्य गिरफ्तार
हरियाणा पुलिस ने नीम्राना होटल फायरिंग मामले में कौशल चौधरी गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया। मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने इन गैंगsters को पकड़ लिया। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि इस फायरिंग के पीछे गैंग की पूरी साजिश थी, जिसमें मनीषा का नाम प्रमुख रूप से सामने आया। मनीषा को गिरफ्तार कर लिया गया और वह वर्तमान में हरियाणा की जेल में बंद है। इसके अलावा, यह भी बताया गया कि कौशल चौधरी का नाम पंजाब और गुरुग्राम पुलिस के अपराध रजिस्टरों में कई गंभीर मामलों में दर्ज है।
मनीषा ने गैंग चलाया, कौशल चौधरी जेल में
कौशल चौधरी फिलहाल भोंडसी जेल में उम्रभर की सजा काट रहा है, और उसकी अनुपस्थिति में उसकी पत्नी मनीषा ने गैंग चलाना शुरू किया था। मनीषा और उसके गैंग के लोग हरियाणा और नीम्राना में होटल मालिकों को डराने-धमकाने के लिए गोलीबारी करते थे, ताकि वे डर के मारे रंगदारी का पैसा चुका दें। इस तरह के कई मामले मनीषा और उसके गैंग के खिलाफ दर्ज किए गए हैं, जिनमें होटल मालिकों से रंगदारी वसूलने की साजिशें शामिल हैं।
मनीषा और कौशल चौधरी के खिलाफ कई आरोप
मनीषा के खिलाफ रंगदारी की कई घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिसमें एक घटना गुरुग्राम के एक होटल मालिक से 2 करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग की गई थी। इसके अलावा, मनीषा के खिलाफ 2019 में खंडसा मंडी में एक और रंगदारी मामले में गिरफ्तारी भी हुई थी। मनीषा का भाई, गैंगस्टर सौरभ गडौली, जो विदेश में रहता है, मनीषा को गैंग ऑपरेशंस में मदद करता था। मनीषा की गिरफ्तारी से पहले ही उस पर 20,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
गैंगस्टर कौशल चौधरी का इतिहास
कौशल चौधरी के खिलाफ हत्या, रंगदारी, लूटपाट और अपहरण जैसे गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं। वह दुबई में रहता था और वहां से हरियाणा और पंजाब में अपराध करता था। 2021 में, पंजाब और गुरुग्राम पुलिस ने एक संयुक्त ऑपरेशन में उसे गिरफ्तार किया था। उसके खिलाफ कई राज्यों में गंभीर आरोप हैं, और उसे कई बार गिरफ्तार भी किया जा चुका है।
एनआईए की जांच और आगामी कार्रवाई
एनआईए अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और इस फायरिंग के पीछे की पूरी साजिश का पर्दाफाश करने के लिए कौशल चौधरी और मनीषा से जल्द पूछताछ करने की योजना बना रही है। जांच एजेंसी को उम्मीद है कि यह पूछताछ इस अपराध के और अधिक महत्वपूर्ण पहलुओं को उजागर करेगी और गैंग की पूरी साजिश के पीछे के नेटवर्क का पता चलेगा।
एनआईए के अधिकारियों का कहना है कि मनीषा और कौशल चौधरी के खिलाफ कई गंभीर आरोप हैं और उनकी गतिविधियों का नेटवर्क देशभर में फैला हुआ है। मनीषा के पास गैंग संचालन की पूरी योजना थी, और उसका भाई विदेश से गैंग के ऑपरेशन को सहयोग कर रहा था। एनआईए की जांच से उम्मीद की जा रही है कि इस पूरे मामले में बड़े खुलासे हो सकते हैं और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में एनआईए की सक्रियता से यह साफ हो गया है कि भारत में संगठित अपराध को लेकर अब ख्ती से काम किया जा रहा है। यह घटना इस बात का प्रमाण है कि अपराधी चाहे जहां से भी हों, उनका नेटवर्क अगर बड़ा है, तो उन्हें सख्ती से सजा दिलवाने के लिए सभी एजेंसियां एकजुट हो रही हैं।

