Delhi Politics: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने एक अहम कदम उठाया है। दिल्ली कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी के केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की दूसरी बैठक में 28 सीटों के उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं। इस बैठक में सबसे बड़ा निर्णय यह लिया गया है कि कांग्रेस Kalkaji विधानसभा सीट से सीएम आतिशी के खिलाफ अपनी उम्मीदवार बनाएगी। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस ने इस सीट पर अपने बड़े नेता, अल्का लांबा का नाम फाइनल कर दिया है।
कांग्रेस पार्टी का यह निर्णय दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर पार्टी की रणनीति को दर्शाता है, क्योंकि Kalkaji विधानसभा सीट पर सीएम आतिशी की प्रतिष्ठा दांव पर होगी। आतिशी को दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) का एक बड़ा चेहरा माना जाता है, और इस सीट से मुकाबला करने के लिए कांग्रेस ने एक मजबूत उम्मीदवार उतारने का निर्णय लिया है।

कांग्रेस की उम्मीदवार सूची
कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक में जिन अन्य उम्मीदवारों के नाम पर भी सहमति बनी है, उनमें राजेश लिलोथिया (सीमापुरी), फरहद सूरी (जंगपुरा), असीम अहमद (मटिया महल) और देवेंद्र सेहरावत (बिजवासन) शामिल हैं। इन नामों को पार्टी नेताओं ने मंजूरी दी है, और अब दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए उम्मीदवारों की सूची की घोषणा कुछ समय में की जाएगी।

अल्का लांबा का राजनीतिक करियर
अल्का लांबा, जो दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति की पूर्व महासचिव रह चुकी हैं, वर्तमान में अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष और कांग्रेस कार्यसमिति की सदस्य हैं। उनका राजनीतिक करियर बहुत दिलचस्प और उतार-चढ़ाव भरा रहा है। अल्का लांबा ने पहले कांग्रेस पार्टी में काम किया, लेकिन 2013 में वह आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हो गईं। उन्होंने दिल्ली के चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र से AAP के टिकट पर विधायक का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
लांबा का आम आदमी पार्टी में आना उस समय हुआ जब अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन ने देश भर में राजनीति की दिशा बदल दी थी। अन्ना आंदोलन के बाद जब अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी की स्थापना की, तो अल्का लांबा ने भी पार्टी में शामिल होकर दिल्ली की राजनीति में अपनी पहचान बनाई।
#WATCH | On screening of candidates for Delhi Assembly elections, Delhi Congress president Devendra Yadav says, ” We went to CWC with a long list of names and many names have been cleared by the committee today. Further discussion is needed on a few names.” pic.twitter.com/griFS1hhBT
— ANI (@ANI) December 24, 2024
हालांकि, कुछ समय बाद लांबा और AAP के बीच राजनीतिक मतभेद उभरे, जिसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी और कांग्रेस में वापस लौट आईं। कांग्रेस में वापसी के बाद अल्का लांबा ने न केवल अपनी पार्टी के प्रति वफादारी दिखाई, बल्कि महिलाओं और समाज के विभिन्न वर्गों के लिए कई अभियान चलाए। उन्होंने महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दों पर भी काम किया।
Kalkaji सीट पर मुकाबला
Kalkaji विधानसभा सीट दिल्ली की एक महत्वपूर्ण और चर्चित सीट है, जहां से वर्तमान में सीएम आतिशी चुनावी मैदान में हैं। आतिशी को दिल्ली में शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के मामलों में उनके काम के लिए जाना जाता है। Kalkaji सीट पर अल्का लांबा के उतारे जाने का निर्णय कांग्रेस के लिए एक रणनीतिक कदम हो सकता है। पार्टी जानती है कि अगर उसे आम आदमी पार्टी के मजबूत उम्मीदवार के खिलाफ मुकाबला करना है तो उसे एक मजबूत और जुझारू नेता की आवश्यकता होगी, और अल्का लांबा इस भूमिका को बखूबी निभा सकती हैं।
अल्का लांबा की वापसी कांग्रेस के लिए एक बड़ा लाभ हो सकता है क्योंकि उन्होंने पहले भी दिल्ली में बड़े चुनावों में अपनी पकड़ बनाई है। उनके पास पार्टी के लिए एक सक्रिय महिला कार्यकर्ता की छवि है, और उनकी पहचान दिल्ली में एक तेज-तर्रार और दमदार नेता के रूप में रही है। साथ ही, उनका अनुभव और राजनीतिक कौशल भी कांग्रेस के पक्ष में काम करेगा।
कांग्रेस के लिए यह चुनौती क्यों अहम है?
कांग्रेस के लिए दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 एक बड़ी चुनौती हो सकता है, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली में आम आदमी पार्टी की पकड़ मजबूत हुई है। दिल्ली में कांग्रेस की स्थिति लगातार कमजोर हुई है, और भाजपा भी प्रदेश में सक्रिय रूप से चुनावी मैदान में है। ऐसे में कांग्रेस का यह कदम महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि Kalkaji जैसी महत्वपूर्ण सीट से एक बड़ी नेता को चुनावी मैदान में उतारने का मतलब है कि पार्टी अपनी ताकत को साबित करने की कोशिश कर रही है।
अल्का लांबा के चुनावी क्षेत्र Kalkaji में कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है, क्योंकि आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनों के उम्मीदवार भी इस सीट पर ताकतवर हो सकते हैं। हालांकि, लांबा का नाम पार्टी के अंदर एक सशक्त महिला नेता के रूप में स्थापित है, जो महिलाओं, युवाओं और समाज के वंचित वर्गों की आवाज बन सकती हैं।
क्या कांग्रेस 2025 में वापसी कर पाएगी?
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होगा। पार्टी को अपनी राजनीतिक जमीन फिर से हासिल करने के लिए कई कदम उठाने होंगे, और अल्का लांबा जैसी जुझारू और अनुभवी नेता के उम्मीदवार बनाए जाने से पार्टी को अपनी रणनीति पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर मिलेगा।
पार्टी का यह कदम केवल एक विधानसभा सीट के लिए नहीं, बल्कि दिल्ली में अपनी राजनीतिक पहचान को पुनः स्थापित करने के लिए भी महत्वपूर्ण हो सकता है। यदि कांग्रेस Kalkaji सीट से अल्का लांबा की जीत सुनिश्चित करती है, तो यह दिल्ली में पार्टी की संभावनाओं को एक नई दिशा दे सकता है।
अल्का लांबा का Kalkaji सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चयन पार्टी की रणनीतिक सोच को दर्शाता है। यह कदम कांग्रेस के लिए एक नई राजनीतिक दिशा को जन्म दे सकता है, जो दिल्ली में पार्टी की स्थिति को पुनः मजबूत करने में सहायक हो सकता है। हालांकि, चुनावी मैदान में उन्हें चुनौती देने के लिए आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनों ही सक्रिय हैं, लेकिन कांग्रेस का यह कदम पार्टी की ताकत को दिखाने के लिए महत्वपूर्ण है। अब यह देखना होगा कि अल्का लांबा अपनी राजनीतिक यात्रा में कितनी सफलता हासिल कर पाती हैं और कांग्रेस को दिल्ली की राजनीति में फिर से मजबूत बना पाती हैं या नहीं।

