
Sanjay Singh का बड़ा बयान: संसद के परिसर में हुए झगड़े के दौरान दो भाजपा सांसद घायल हो गए। भाजपा ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी ने इन सांसदों को धक्का दिया, जिसके कारण यह घटना घटी। वहीं, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने राहुल गांधी का बचाव करते हुए एक बड़ा बयान दिया और कहा कि “जो मुझे जानकारी मिली है, उसके अनुसार राहुल गांधी जा रहे थे और उन्हें रोकने की कोशिश की गई थी। एक प्रयास किया गया था उन्हें धक्का देने का।”
Sanjay Singh का बयान: “भा.ज.पा. का व्यवहार हिंसक है”
संजय सिंह ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “क्या आप (भा.ज.पा.) संसद में गंदी राजनीति करने आए हो? भाजपा वाले सोचते हैं कि सबको जकड़ लो, किसी को बोलने मत दो, यह ठीक नहीं है। अगर आप हिंसा पर उतारू हैं, तो संसद के भीतर भी यह हिंसा का अखाड़ा बन जाएगा। उस दिन मैं बोल रहा था और सैकड़ों भाजपा सदस्य शोर मचा रहे थे। सभी खड़े होकर चिल्ला रहे थे। अगर सत्ताधारी पार्टी का यह आचरण है तो यह कब तक सहन किया जाएगा?” संजय सिंह ने आगे कहा, “हम उनके नौकर नहीं हैं। सरकार और सत्ताधारी पार्टी को अपना आचरण सुधारना चाहिए। विपक्ष के साथ कैसे पेश आना चाहिए? हम आपके दुश्मन नहीं हैं, तो हमें दुश्मन की तरह क्यों पेश किया जा रहा है?”

भा.ज.पा. का राहुल गांधी पर गंभीर आरोप
इस घटना में घायल हुए भाजपा सांसद प्रताप सारंगी ने राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया, जिससे वह मुझसे टकरा गए और मुझे चोट आई।” भाजपा ने इस धक्का देने की घटना पर कड़ा विरोध जताया है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी इस मामले में सवाल उठाए और कहा, “अगर हमारे सांसद भी हाथ उठा देते, तो क्या होता? क्या राहुल गांधी ने अन्य सांसदों को पीटने के लिए कराटे या कुंगफू सीखा है?”

VIDEO | Here's what AAP MP Sanjay Singh (@SanjayAzadSln) said on BJP leaders accusing Rahul Gandhi of shoving their MPs during INDIA bloc's protest inside Parliament premises.
“What I have got to know is that they (BJP) tried to stop Rahul Gandhi. Are they going to Parliament to… pic.twitter.com/8PP27c0D9a
— Press Trust of India (@PTI_News) December 19, 2024
संसद में बढ़ते हंगामे पर विपक्ष का गुस्सा
विपक्ष का आरोप है कि सत्ताधारी पार्टी के सांसदों का व्यवहार संसद में लगातार आक्रामक और अनियंत्रित होता जा रहा है। संजय सिंह ने यह भी कहा कि यह स्थिति उस समय और भी बिगड़ गई जब वे खुद संसद में बोल रहे थे और भाजपा के सैकड़ों सदस्य शोर मचाते हुए खड़े हो गए। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के सांसदों का उद्देश्य सिर्फ संसद को अस्थिर करना और विपक्ष की आवाज को दबाना है।
संसद का माहौल और विपक्ष की चिंता
संजय सिंह के बयान से यह साफ होता है कि संसद के अंदर बढ़ते विवाद और हिंसा की प्रवृत्तियों को लेकर विपक्ष काफी चिंतित है। विपक्ष का मानना है कि सत्ताधारी पार्टी की तरफ से विपक्ष के साथ अपमानजनक व्यवहार किया जा रहा है, जो लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी हो सकता है। उनका कहना है कि यह स्थिति संसद को केवल एक लड़ाई का मैदान बना सकती है, जहां विचार-विमर्श और स्वस्थ लोकतांत्रिक प्रक्रिया की कोई जगह नहीं होगी।
घायल भाजपा सांसदों का इलाज
भा.ज.पा. के सांसदों को इस घटना में चोटें आईं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल उनका इलाज जारी है, और घटना के बाद दोनों दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। इस घटनाक्रम ने संसद के शीतकालीन सत्र में एक नए विवाद को जन्म दिया है, जो आगे भी राजनीतिक वातावरण को प्रभावित कर सकता है।
संसद में बढ़ते हंगामे और हिंसा के बीच यह घटना केवल एक उदाहरण बनकर रह गई है कि कैसे सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच लगातार टकराव हो रहा है। यह मुद्दा अब राजनीतिक विवादों का हिस्सा बन चुका है, और इसके दूरगामी प्रभाव हो सकते हैं।

