
हाल ही में, बेंगलुरु में हुई इंजीनियर Atul Subhash की आत्महत्या मामले में तीन लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें मृतक की पत्नी निकिता सिंगानिया, सास निशा सिंगानिया और साले अनुराग सिंगानिया शामिल हैं। इन गिरफ्तारियों के बाद, मृतक के पिता पवन कुमार मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी और पोते की सुरक्षा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य नेताओं से अपील की।
पोते की स्थिति को लेकर चिंतित पिता
मृतक के पिता पवन कुमार मोदी ने कहा, “हमें नहीं पता कि हमारे पोते को कहां रखा गया है। क्या उसे मार दिया गया है या वह जिंदा है, इस बारे में हमें कुछ भी जानकारी नहीं है। मैं सिर्फ यह चाहता हूं कि मेरा पोता हमारे पास रहे।” पवन कुमार मोदी ने इस मामले में अपील करते हुए कहा कि पोते के भविष्य और उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी अब सरकार को लेनी चाहिए।

न्याय मिलने में देरी की बात कहते हुए पवन कुमार मोदी
पवन कुमार मोदी ने आगे कहा, “मैं पुलिस का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने आरोपियों को गिरफ्तार किया, लेकिन अब तक मुझे न्याय नहीं मिला है। मेरे खिलाफ एक नया मामला दर्ज किया गया है, और यह मामला मेरे पोते के नाम पर दर्ज किया गया है।” उन्होंने न्याय व्यवस्था पर भी सवाल उठाए और कहा कि जो न्याय मिला वह पूरी तरह से संतोषजनक नहीं है।

PM मोदी, सीएम योगी और अन्य नेताओं से अपील
पवन कुमार मोदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से अपील की, “कृपया सुनिश्चित करें कि मेरा पोता हमारे पास वापस लौटे। एक दादा के लिए उसका पोता अपने बेटे से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है। समाज मेरे पक्ष में खड़ा है और मुझे उम्मीद है कि सरकार जल्द से जल्द इस मामले का समाधान करेगी।”
#WATCH | Samastipur, Bihar: Atul Subhash suicide case | On the arrest of accused Nikita Singhania, Nisha Singhania and Anurag Singhania, Pawan Kumar Modi, father of deceased Atul Subhash says, "We don't know where she has kept our grandson. Has he been killed or is he alive? We… pic.twitter.com/8TBQcWtQfM
— ANI (@ANI) December 15, 2024
गिरफ्तारी और न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी
बेंगलुरु पुलिस ने 34 वर्षीय इंजीनियर अतुल सुभाष की पत्नी निकिता सिंगानिया, सास निशा सिंगानिया और साले अनुराग सिंगानिया को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि निकिता सिंगानिया को हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया, जबकि निशा सिंगानिया और अनुराग सिंगानिया को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों को शनिवार सुबह बेंगलुरु लाया गया और स्थानीय अदालत में पेश करने के बाद उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
अतुल सुभाष की आत्महत्या और उसके कारण
अतुल सुभाष का शव 9 दिसंबर को बेंगलुरु के मुननेकोलालु स्थित उनके घर में फांसी से लटका हुआ पाया गया था। पुलिस ने बताया कि आत्महत्या से पहले सुभाष ने एक वीडियो और नोट छोड़ा था, जिसमें उसने आरोप लगाया था कि उसकी पत्नी और ससुराल वाले उसे झूठे मामलों में फंसाकर और लगातार उसे तंग करके आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर रहे थे। अतुल के इस कदम को लेकर उनके परिवार ने आरोप लगाया था कि ससुराल वालों की तरफ से उन पर मानसिक और शारीरिक दबाव डाला गया था।
समाज का समर्थन और न्याय की उम्मीद
मृतक के परिवार ने इस पूरे मामले में समाज से समर्थन प्राप्त किया है। पवन कुमार मोदी ने कहा, “हमारे परिवार को जो भी मानसिक और शारीरिक तकलीफें दी गईं, समाज ने उसका विरोध किया है और हमें न्याय दिलाने के लिए खड़ा हुआ है। अब हम उम्मीद करते हैं कि सरकार इस मामले में निष्पक्ष जांच करेगी और आरोपियों को कड़ी सजा दिलवाएगी।”
Atul Subhash के आत्महत्या मामले में आगे की कार्रवाई
पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कहा कि मामले की जांच जारी है और सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने यह भी बताया कि इस घटना के बाद, आत्महत्या के कारणों और आरोपों की गहन जांच की जाएगी। सुभाष के परिवार वालों का कहना है कि वह चाहते हैं कि इस मामले में जल्द से जल्द न्याय मिले, ताकि अतुल के परिवार को शांति मिल सके और ऐसे अपराधों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जा सकें।
न्यायिक कार्रवाई और समाज का समर्थन
यह मामला अब सिर्फ एक पारिवारिक विवाद नहीं बल्कि समाज में बढ़ते दबाव, अत्याचार और सशक्तिकरण का प्रतीक बन चुका है। पवन कुमार मोदी और उनके परिवार को न्याय की उम्मीद है और समाज का समर्थन उन्हें न्याय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस केस में जो भी घटनाएं सामने आ रही हैं, वे समाज के लिए एक बड़ा संदेश दे रही हैं कि परिवारिक हिंसा और मानसिक उत्पीड़न के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
Atul Subhash के आत्महत्या मामले में गिरफ्तारियों और न्याय की मांग ने इस मामले को और जटिल बना दिया है। पवन कुमार मोदी की अपील, उनकी परेशानियां और समाज का समर्थन इस केस को महत्वपूर्ण बना रहे हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार और न्याय व्यवस्था जल्द से जल्द इस मामले में उचित कदम उठाएंगे, ताकि दोषियों को सजा मिले और पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।

