
Delhi News: दिल्ली के पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी (आप) छोड़ने के कारणों को स्पष्ट करते हुए कहा, “मैंने अपनी चिट्ठी में पार्टी छोड़ने का मुख्य कारण लिखा है। प्रमुख मुद्दे वही हैं। जिन मूल्यों और विचारधारा के कारण हमने आप से जुड़ाव किया था, वे खत्म हो रहे हैं।”
आम आदमी पार्टी छोड़ने के पीछे की वजह
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कैलाश गहलोत ने कहा, “मैंने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि मैं उन कार्यकर्ताओं में से था, जो विचारधारा के कारण पार्टी से जुड़े थे। ऐसे लाखों लोग हैं जो इसी कारण पार्टी में जुड़े। लेकिन अब ऐसा लगता है कि पार्टी की विचारधारा और सिद्धांत बदल रहे हैं। यह बदलाव रातोंरात नहीं हुआ है, बल्कि धीरे-धीरे हुआ है। जब मुझे इस बदलाव का अहसास हुआ, तो मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया।”

‘लोग साहस नहीं जुटा पाते’ – कैलाश गहलोत
भाजपा में शामिल हो चुके कैलाश गहलोत ने कहा, “इस तरह का बदलाव अचानक नहीं होता। इसे समझने में समय लगता है। हम जिन मूल्यों और सिद्धांतों के साथ जुड़े थे, उसमें बदलाव को देखना और समझना समय लेता है। इसे समझने के बाद इसे छोड़ने का साहस चाहिए। कई लोग ऐसे हैं जो यह साहस नहीं जुटा पाते और वे पार्टी में ही बने रहते हैं।”

भाजपा में शामिल होने का कारण
कैलाश गहलोत ने कहा, “2018 में मेरे घर पर छापेमारी हुई, लेकिन मैं डरा नहीं। सीबीआई और ईडी ने मुझसे सवाल पूछे, लेकिन मैंने उनका सामना किया। मैंने कभी दबाव या डर के तहत काम नहीं किया। मैं जनता के साथ जुड़ा रहता हूं और वही काम करता हूं जो करना जरूरी होता है। जो काम जरूरी नहीं होते, उन्हें मैं स्पष्ट रूप से मना कर देता हूं। मैं सार्वजनिक दबाव में भी काम नहीं करता।”
स्वाति मालीवाल मामले पर बोले कैलाश गहलोत
स्वाति मालीवाल के मामले पर बोलते हुए कैलाश गहलोत ने कहा, “मुझे पता नहीं था कि उनके साथ क्या हुआ, लेकिन यह गलत था। इस तरह की चीजें सार्वजनिक नहीं होनी चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि बस मार्शल का मुद्दा राजनीति में उलझ गया और इसे सही दिशा में नहीं ले जाया गया।
केंद्र सरकार से टकराव के सवाल पर बयान
केंद्र सरकार के साथ टकराव के सवाल पर कैलाश गहलोत ने कहा, “मैंने हमेशा काम पर ध्यान केंद्रित किया है। मैं किसी भी प्रकार की राजनीति में उलझने से बचता हूं। मेरा मकसद जनता के लिए काम करना है।”
विचारधारा से भटकाव का आरोप
कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी की स्थापना जिन मूल्यों और सिद्धांतों पर हुई थी, वे अब खत्म हो रहे हैं। उन्होंने कहा, “पार्टी कभी एक व्यक्ति के कारण नहीं बनी। यह लाखों-करोड़ों लोगों के विचार और मेहनत का परिणाम थी। लेकिन अब ऐसा लगता है कि पार्टी का मकसद बदल गया है।”
भविष्य की योजनाएं
भाजपा में शामिल होने के बाद कैलाश गहलोत ने कहा कि वे अब अपनी ऊर्जा जनता की सेवा में लगाएंगे। उन्होंने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य दिल्ली और देश के विकास में योगदान देना है।
कैलाश गहलोत का आम आदमी पार्टी से अलग होना पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। उनके बयान इस बात की ओर इशारा करते हैं कि पार्टी की विचारधारा में बदलाव ने उन्हें यह कदम उठाने पर मजबूर किया। अब भाजपा में शामिल होकर वे किस प्रकार से अपनी भूमिका निभाते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा।

