Burger King Murder Case: कौन है 19 साल की ‘लेडी डॉन’ अनु धनखड़ और कैसे बनी खतरनाक अपराधी
Burger King Murder Case: दिल्ली के राजौरी गार्डन स्थित बर्गर किंग में हुए हत्याकांड में दिल्ली पुलिस ने कुख्यात गैंगस्टर हिमांशु भाऊ की गर्लफ्रेंड अनु धनखड़ को नेपाल से गिरफ्तार कर लिया है। अनु धनखड़ पर आरोप है कि उसने एक व्यक्ति अमन जून को हनी ट्रैप में फंसाया और फिर अपने शूटरों से उसकी हत्या करवा दी। हरियाणा के रोहतक की निवासी अनु धनखड़ की कहानी रहस्यमयी और चौंकाने वाली है। आइए जानते हैं कैसे यह पढ़ी-लिखी युवती एक खतरनाक ‘लेडी डॉन’ में बदल गई।
कैसे बनी ‘लेडी डॉन’?
पुलिस के अनुसार, अनु धनखड़ पढ़ाई में काफी होशियार थी और उसे तकनीकी ज्ञान का अच्छा खासा अनुभव है। उसे दिल्ली के मार्गों की अच्छी जानकारी है, और यही वजह है कि वह पुलिस को लंबे समय तक चकमा देती रही। अपने विशेष गुणों के कारण वह हिमांशु भाऊ के गैंग में जल्दी ही अपनी जगह बना पाई। अनु ने मनोविज्ञान में ग्रेजुएशन किया है, और स्कूली शिक्षा में भी उसकी पकड़ मजबूत थी। पुलिस के अनुसार, अनु पर हरियाणा की एक प्रसिद्ध मिठाई दुकान के मालिक से उगाही करने जैसे कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
हत्या की वारदात में शामिल
18 जून को राजौरी गार्डन स्थित बर्गर किंग में अमन नाम के युवक की हत्या कर दी गई। हत्या की इस घटना में शामिल तीन आरोपी बर्गर किंग आउटलेट पर बाइक से पहुंचे थे। दो लोग अंदर गए जबकि एक बाहर खड़ा रहा। अंदर जाने वाले दो आरोपियों ने अमन पर 20-25 राउंड गोलियां चलाईं, जिससे अमन की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के वक्त वहां 50 से अधिक लोग और 10 कर्मचारी मौजूद थे।
सोशल मीडिया से शुरू हुई थी साजिश
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि अनु धनखड़ ने सोशल मीडिया पर अमन से दोस्ती की थी और उसे मिलने के लिए बर्गर किंग आउटलेट बुलाया। अनु अमन के साथ ही रेस्तरां के अंदर बैठी थी और जैसे ही अमन अंदर आया, उसकी हत्या कर दी गई। अनु ने अपने साथी हिमांशु भाऊ को पहले ही इस योजना के बारे में जानकारी दी थी और अमन के आने का समय बताया था।
हत्या के बाद फरार होने की योजना
हत्या के बाद, अनु तुरंत अपने पीजी में गई और वहां से अपना सामान लेकर कश्मीरी गेट से चंडीगढ़ के लिए बस पकड़ी। इसके बाद वह अमृतसर के रास्ते कटरा पहुंच गई। पुलिस के अनुसार, हिमांशु भाऊ ने अनु को 22 अक्टूबर को संदेश भेजा कि अब वह सुरक्षित है और उसे दुबई होते हुए अमेरिका जाने की योजना बनानी चाहिए। अनु नेपाल के रास्ते जाने की कोशिश कर रही थी लेकिन पुलिस ने उसे सीमा पर गिरफ्तार कर लिया।
अनु धनखड़ का अपराधी जीवन में प्रवेश
अनु का अपराधी जीवन में कदम रखना कई सवाल उठाता है। एक पढ़ी-लिखी और समझदार युवती का अपराध की दुनिया में कदम रखना, उसके लिए किस प्रकार का आकर्षण रहा होगा? पुलिस का मानना है कि अनु ने अपनी मानसिक ताकत, तकनीकी जानकारी और योजनाबद्ध तरीके से अपराध की दुनिया में अपनी पहचान बनाई। हिमांशु भाऊ जैसे कुख्यात अपराधी के साथ जुड़ने के बाद उसकी स्थिति और मजबूत हो गई।
अनु धनखड़ के विरुद्ध अन्य मामले
अमन की हत्या के अलावा, अनु पर उगाही, धमकी और अन्य कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। हरियाणा की एक मशहूर मिठाई की दुकान के मालिक से उगाही का मामला भी इसमें शामिल है। पुलिस के अनुसार, अनु ने हिमांशु भाऊ के निर्देश पर इस उगाही के काम को अंजाम दिया था।
क्या है अनु का भविष्य?
अनु धनखड़ की गिरफ्तारी के बाद अब यह देखना होगा कि न्यायालय में उसे क्या सजा मिलती है और उसके खिलाफ दर्ज मामलों में क्या कार्रवाई होती है। पुलिस की नजर अब उन सभी आपराधिक गतिविधियों पर है जिनमें अनु की संलिप्तता रही है। उसकी तकनीकी जानकारी और मानसिक कौशल उसे अपराध की दुनिया में खतरनाक साबित कर सकते हैं, लेकिन अब वह कानून के शिकंजे में है।
अनु धनखड़ की कहानी एक चेतावनी है कि कैसे युवाओं का गलत दिशा में जाने से उनके जीवन की दिशा बदल जाती है। एक पढ़ी-लिखी और मानसिक रूप से सक्षम युवती का अपराध की दुनिया में इस प्रकार का प्रवेश समाज के लिए चिंता का विषय है। अनु का मामला यह दर्शाता है कि किस प्रकार आज के समय में सोशल मीडिया और तकनीक का गलत इस्तेमाल अपराधी मानसिकता को बढ़ावा दे सकता है।