
Vijay Wadettiwar: पहलगाम आतंकी हमले के बाद पूरे देश में काफी हंगामा मचा हुआ है, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई। लोग इस घटना से बेहद दुखी हैं और आतंकवादियों का कथित तौर पर समर्थन करने के लिए पाकिस्तान से नाराज हैं। हालांकि, सोमवार, 28 अप्रैल को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय वडेट्टीवार ने एक विवादित बयान दिया, जिससे और बहस छिड़ गई है।
Vijay Wadettiwar का बयान
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य (MLA) Vijay Wadettiwar ने एक बयान में दावा किया कि सरकार को पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने इस कथन पर सवाल उठाया कि आतंकवादियों ने गोली मारने से पहले पीड़ितों से उनके धर्म के बारे में पूछा था, उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसे दावे गलत हो सकते हैं। वडेट्टीवार ने तर्क दिया कि आतंकवादियों का कोई धर्म या जाति नहीं होती है, और असली ध्यान हमले के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करने पर होना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह देश की भावना है, यह दर्शाता है कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए या धार्मिक उद्देश्यों के लिए नहीं बदला जाना चाहिए।

#WATCH | Nagpur, Maharashtra | Congress MLA Vijay Wadettiwar says, “The government should take responsibility for the #PahalgamTerroristAttack. They (the government) are saying that terrorists killed people after asking them (about their religion). Do terrorists have time for all… pic.twitter.com/88ic7AM5gf
— ANI (@ANI) April 28, 2025

भाजपा की कड़ी प्रतिक्रिया
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने वडेट्टीवार के बयान पर तुरंत प्रतिक्रिया दी। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस नेता की आलोचना करते हुए उन पर हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदारी से मुक्त करने का प्रयास करने का आरोप लगाया। पूनावाला ने बताया कि वडेट्टीवार की टिप्पणी हमले में पाकिस्तान की भूमिका को कमतर आंकने वाली प्रतीत होती है, जो देश के लिए एक संवेदनशील मुद्दा है। उन्होंने आगे सवाल किया कि क्या इस बात का कोई सबूत है कि आतंकवादियों ने लोगों को उनके धर्म के आधार पर निशाना नहीं बनाया। पूनावाला ने इस बयान को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अनिल देशमुख द्वारा की गई इसी तरह की टिप्पणियों से भी जोड़ा, जिसमें विपक्षी नेताओं पर ऐसी घटनाओं में पाकिस्तान की संलिप्तता के बारे में मिले-जुले संदेश भेजने का आरोप लगाया।
पहलगाम में पर्यटकों पर हमला
पहलगाम हमला 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में हुआ था, जब आतंकवादियों ने 26 पर्यटकों के एक समूह पर गोलीबारी की थी। जीवित बचे लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आतंकवादियों ने लोगों को गोली मारने से पहले उनके धर्म के बारे में पूछा, जिससे पता चलता है कि हमला धार्मिक उद्देश्यों से प्रेरित था। क्रूर हत्याओं ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है, और इस घटना की व्यापक निंदा हुई है। भारत सरकार और देश के लोगों ने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग की है, और सरकार पर स्थिति को प्रभावी ढंग से संबोधित करने का दबाव बढ़ रहा है।
इस दुखद घटना ने क्षेत्र में आतंकवाद के बारे में चल रही चिंताओं को उजागर कर दिया है, और राजनीतिक नेता अब हमले की जिम्मेदारी को लेकर गरमागरम बहस में लगे हुए हैं। जबकि कुछ राजनीतिक नेता आतंकवाद और उसके स्रोतों से निपटने के लिए अधिक प्रत्यक्ष दृष्टिकोण का आग्रह करते हैं, वहीं अन्य ने एकता की आवश्यकता और धार्मिक ध्रुवीकरण से बचने पर ध्यान केंद्रित करना चुना है।

