
उपराष्ट्रपति Jagdeep Dhankhar के स्वास्थ्य को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आई है। दिल्ली के AIIMS (ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) ने उनके स्वास्थ्य के बारे में एक अपडेट जारी किया है। AIIMS ने कहा, “उपराष्ट्रपति Jagdeep Dhankhar को दिल्ली के AIIMS से डिस्चार्ज कर दिया गया है। उन्हें 9 मार्च को हृदय संबंधित समस्याओं के कारण AIIMS में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत अब संतोषजनक तरीके से सुधर चुकी है। उन्हें अगले कुछ दिनों तक आराम करने की सलाह दी गई है।”
क्या हुआ था?
उपराष्ट्रपति Jagdeep Dhankhar को 9 मार्च 2025 की तड़के दिल्ली के AIIMS के कार्डियक विभाग में भर्ती कराया गया था। अस्पताल के सूत्रों के अनुसार उनकी स्थिति स्थिर थी और उन्हें निगरानी में रखा गया था। उपराष्ट्रपति को छाती में दर्द और बेचैनी के कारण AIIMS लाया गया था। डॉक्टरों के अनुसार, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को रविवार सुबह लगभग 2 बजे AIIMS लाया गया था, जब उन्हें असहजता और छाती में दर्द का अहसास हुआ था।

उपचार और निगरानी
उपराष्ट्रपति को AIIMS के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. राजीव नारंग की निगरानी में उपचार दिया जा रहा था। उन्हें AIIMS के क्रिटिकल केयर यूनिट में भर्ती किया गया था, जहाँ उनका स्वास्थ्य ध्यानपूर्वक देखा जा रहा था। उनके स्वास्थ्य को लेकर लगातार चेकअप्स और टेस्ट्स किए जा रहे थे।

प्रधानमंत्री मोदी की चिंता
उपराष्ट्रपति के स्वास्थ्य को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी चिंता व्यक्त की। प्रधानमंत्री मोदी ने AIIMS का दौरा किया और वहां उपराष्ट्रपति के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा, “मैंने AIIMS जाकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ जी के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। मैं उनकी लंबी उम्र और जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
प्रधानमंत्री मोदी की इस मुलाकात से यह स्पष्ट हो गया कि उपराष्ट्रपति के स्वास्थ्य को लेकर सरकार में चिंता और सहयोग की भावना है। यह संदेश देशभर में गया कि उच्च पदों पर बैठे नेताओं की भी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं और उन्हें प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
जगदीप धनखड़ का जीवन परिचय
उपराष्ट्रपति Jagdeep Dhankhar ने 11 अगस्त 2022 को भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। उनका जन्म 18 जुलाई 1951 को राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के कालिबंगा में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पंजाब विश्वविद्यालय से प्राप्त की थी और बाद में कानून में डिग्री प्राप्त की थी।
Vice President Jagdeep Dhankhar discharged from AIIMS Delhi. He was admitted to AIIMS on 9th March following cardiac-related ailments…he made a satisfactory recovery..He has been advised to take adequate rest for the next few days: AIIMS Delhi pic.twitter.com/ETgoZJV1PW
— ANI (@ANI) March 12, 2025
धनखड़ एक प्रसिद्ध वकील और सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। इसके अलावा, वे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल भी रहे हैं और भारतीय राजनीति में उनके योगदान को कई बार सराहा गया है। उपराष्ट्रपति बनने से पहले, वे भारतीय संसद के सदस्य भी रह चुके हैं और उन्होंने कानूनी मामलों में अपनी पकड़ बनाई है।
स्वास्थ्य से संबंधित बारीकियां
उपराष्ट्रपति धनखड़ की स्वास्थ्य समस्या में हृदय रोग को लेकर चिंता जताई गई थी। खासतौर पर, इस तरह की परिस्थितियों में स्वस्थ जीवनशैली और मानसिक तनाव की भूमिका अहम होती है। डॉक्टरों का मानना है कि अत्यधिक मानसिक दबाव, असमय नींद और अत्यधिक कार्यभार स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं।
धनखड़ का केस इस बात का प्रतीक है कि राजनीतिक नेताओं को न केवल अपनी शारीरिक सेहत पर ध्यान देना चाहिए, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को लेकर भी एक सतर्कता रखनी चाहिए। इस घटनाक्रम ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि किसी भी सार्वजनिक व्यक्ति के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता होती है, जिसमें न केवल परिवार बल्कि सरकारी संस्थाएं और उनके साथी नेता भी शामिल होते हैं।
पब्लिक रिएक्शन और चिंता
उपराष्ट्रपति के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी सामने आते ही पूरे देश में चिंता का माहौल था। सोशल मीडिया पर कई नेताओं, कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने धनखड़ जी के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। देशभर के राजनीतिक दलों ने उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और उन्हें शुभकामनाएं दीं। BJP, Congress, और अन्य दलों के नेताओं ने भी उनके स्वास्थ्य के लिए प्रार्थनाएं की।
इसी बीच, इस घटनाक्रम ने दिल्ली AIIMS की चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता और तत्परता को भी उजागर किया। AIIMS देश के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में से एक है, और यहां उपचार पाकर उपराष्ट्रपति की जल्द रिकवरी से यह साबित होता है कि यहां पर इलाज उच्चतम स्तर का है।
स्वास्थ्य और जीवनशैली पर ध्यान देने की जरूरत
उपराष्ट्रपति के स्वास्थ्य से जुड़ी इस घटना के बाद यह भी महसूस होता है कि सार्वजनिक जीवन में व्यस्तता और मानसिक दबाव स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। इस मामले से यह भी जागरूकता बढ़ी कि नेताओं और सार्वजनिक व्यक्तियों को अपनी स्वस्थ जीवनशैली और स्वास्थ्य जांच पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
विशेषज्ञों का मानना है कि मानसिक और शारीरिक सेहत के लिए, संतुलित आहार, योग, और व्यायाम बेहद जरूरी हैं। इसके अलावा, सकारात्मक सोच और मानसिक विश्राम भी इस तरह के स्वास्थ्य संकट से बचने में मदद कर सकते हैं।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य की स्थिति अब स्थिर है और उन्हें AIIMS से छुट्टी मिल चुकी है। उनकी हालत में सुधार होने के बाद उन्हें कुछ दिनों तक आराम करने की सलाह दी गई है। यह घटनाक्रम यह दिखाता है कि स्वास्थ्य कभी भी किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है, चाहे वह कोई भी पद या भूमिका में हो।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके स्वास्थ्य के प्रति चिंता जताते हुए शुभकामनाएं दीं। साथ ही, इस घटना से यह भी संदेश मिलता है कि स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना बेहद जरूरी है और हर व्यक्ति को अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए, चाहे वे सार्वजनिक जीवन में हों या निजी।

