
Delhi Elections 2025: भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के प्रवक्ता संबित पात्रा ने हाल ही में दिल्ली में पंजाब सरकार की एक सरकारी गाड़ी के घूमने पर सवाल उठाए हैं। उनका आरोप है कि पंजाब सरकार की यह गाड़ी दिल्ली में बिना किसी स्पष्ट कारण के घूम रही है और इसके पीछे एक गहरी साजिश हो सकती है, जिसे चुनाव आयोग को जांचना चाहिए। संबित पात्रा ने कहा कि पंजाब सरकार की गाड़ी का दिल्ली में इस तरह से घूमना चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन हो सकता है और इसका चुनाव आयोग को ध्यानपूर्वक अध्ययन करना चाहिए। उन्होंने इसे दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले की एक गहरी साजिश के रूप में पेश किया है, जिससे चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित किया जा सकता है।
अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला

संबित पात्रा ने अपने बयान में आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि केजरीवाल चुनाव आयोग को सही तथ्यों से अवगत नहीं करा पा रहे हैं। पात्रा ने यह भी कहा कि केजरीवाल के द्वारा हरियाणा पर दिए गए बयान तथ्यात्मक रूप से गलत हैं और उन्होंने यह आरोप लगाया कि केजरीवाल चुनाव आयोग के सामने अपनी बात सही तरीके से नहीं रख पा रहे हैं।

इससे भी बढ़कर, पात्रा ने केजरीवाल के यमुना नदी के सफाई पर किए गए दावों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल की यमुना सफाई को लेकर जो बात कही गई थी, वह पूरी तरह से झूठी साबित हो चुकी है। उन्होंने कहा कि यमुना सफाई के लिए दिए गए फंड्स का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया गया है और इस मुद्दे का इस्तेमाल चुनावी लाभ के लिए किया जा रहा है। पात्रा का कहना था कि केजरीवाल के दावे चुनाव आयोग के समक्ष गलत साबित हो चुके हैं और अब उन्हें इस मुद्दे पर अपने बयान को लेकर स्पष्टता देने की जरूरत है।
यमुना सफाई पर उठाए सवाल
संबित पात्रा ने यमुना नदी की सफाई को लेकर उठाए गए सवालों का विस्तार से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली चुनाव के दौरान यह स्पष्ट हो गया है कि इस चुनाव में हर पार्टी का असली चेहरा सामने आ रहा है। पात्रा ने आरोप लगाया कि यमुना सफाई के लिए दी गई धनराशि का सही उपयोग नहीं किया गया है और इस कारण से दिल्ली के लोग पानी की गंभीर समस्या का सामना कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों प्रमुख दलों, यानी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस, एक-दूसरे को घोटालों में घसीट रहे हैं और इस मुद्दे को चुनावी लाभ के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।
संबित पात्रा के अनुसार, यमुना सफाई के लिए बड़ी धनराशि का आवंटन किया गया था, लेकिन इसका सही तरीके से इस्तेमाल नहीं हुआ, जिससे न केवल यमुना नदी की सफाई में देरी हुई, बल्कि दिल्लीवासियों को पानी की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ा। पात्रा ने यह सवाल उठाया कि यदि दोनों दलों के पास सत्ता थी, तो उन्होंने इस मुद्दे का समाधान क्यों नहीं किया? उन्होंने कहा कि यह पूरी प्रक्रिया एक धोखा साबित हुई है और दिल्ली के लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं।
कांग्रेस और AAP पर भ्रष्टाचार का आरोप
संबित पात्रा ने कांग्रेस और AAP दोनों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और दोनों पार्टियों के घोटालों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शराब घोटाले का जिक्र किया था, वहीं आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने राहुल गांधी और कांग्रेस का नाम नेशनल हेरल्ड मामले में लिया था। पात्रा ने इन दोनों घोटालों को अलग-अलग प्रकार के घोटाले करार दिया और कहा कि दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप लगाकर जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रही हैं।
पात्रा ने यह भी कहा कि केजरीवाल खुद शराब घोटाले में शामिल हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने शराब घोटाले के मामले में अपने भ्रष्टाचार को छिपाने की कोशिश की, और इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। पात्रा ने कहा कि यह दोनों पार्टियों के लिए चुनावी राजनीति में सबसे बड़ा घोटाला साबित हो सकता है। उनका कहना था कि कांग्रेस और AAP दोनों ही पार्टियां जनता को धोखा देने का काम कर रही हैं और चुनाव आयोग को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग
संबित पात्रा ने चुनाव आयोग से इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच करने की मांग की। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की गाड़ी का दिल्ली में घूमना और यमुना सफाई के मुद्दे पर झूठी जानकारी देना चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने का एक प्रयास हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि केजरीवाल को अपनी बात सही तरीके से रखने में असमर्थता दिखाने के कारण उन्हें चुनाव आयोग के सामने जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
पात्रा का कहना था कि चुनाव आयोग को इस मुद्दे की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए और यदि इसमें कोई गड़बड़ी या साजिश पाई जाती है तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने चुनाव आयोग से यह भी अपील की कि चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति या दल के खिलाफ कार्रवाई की जाए ताकि चुनावों में निष्पक्षता बनी रहे।
संबित पात्रा का यह आरोप राजनीतिक माहौल को और गर्म कर सकता है और दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले यह मुद्दा और बढ़ सकता है। उनके आरोपों के अनुसार, पंजाब सरकार की गाड़ी का दिल्ली में घूमना और केजरीवाल द्वारा यमुना सफाई के मुद्दे पर किए गए दावे चुनाव आयोग के लिए चिंता का विषय बन सकते हैं। साथ ही, कांग्रेस और AAP के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप भी इस चुनावी माहौल में और जोर पकड़ सकते हैं। यह मुद्दा निश्चित रूप से आने वाले दिनों में और चर्चा का विषय बनेगा, और राजनीतिक पार्टियों के लिए एक महत्वपूर्ण सवाल बनेगा कि वे इन आरोपों का जवाब किस तरह से देते हैं।

