
अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय-अमेरिकी पूंजीपति Sriram Krishnan को ‘कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI)’ पर सीनियर पॉलिसी एडवाइजर के रूप में नियुक्त करने का निर्णय लिया है। ट्रंप ने यह घोषणा करते हुए कहा, “श्रीराम कृष्णन व्हाइट हाउस ऑफिस ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी पॉलिसी में सीनियर पॉलिसी एडवाइजर के रूप में काम करेंगे।” इस नियुक्ति के साथ ही ट्रंप ने रविवार को एआई से जुड़ी कई नियुक्तियों का ऐलान भी किया। श्रीराम कृष्णन पहले ‘माइक्रोसॉफ्ट’, ‘ट्विटर’, ‘याहू’, ‘फेसबुक’ और ‘स्नैप’ जैसी कंपनियों में ‘प्रोडक्ट टीमों’ का नेतृत्व कर चुके हैं और अब वह डेविड ओ. सैक्स के साथ मिलकर काम करेंगे।
ट्रंप का बयान: अमेरिका को एआई के क्षेत्र में विश्व में सर्वोच्च बनाना
डोनाल्ड ट्रंप ने Sriram Krishnan की नियुक्ति पर बयान देते हुए कहा, “श्रीराम और डेविड का मुख्य उद्देश्य अमेरिका को कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के क्षेत्र में विश्व में सर्वोच्च बनाए रखना होगा। इसके साथ ही वह एआई नीति को आकार देने और समन्वयित करने का काम करेंगे, साथ ही राष्ट्रपति की सलाहकार परिषद के साथ मिलकर काम करेंगे।” ट्रंप ने इस नियुक्ति के माध्यम से यह स्पष्ट किया कि अमेरिका को तकनीकी विकास और खासकर एआई के क्षेत्र में अग्रणी बनाए रखने के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है।

I am pleased to announce the brilliant Team that will be working in conjunction with our White House A.I. & Crypto Czar, David O. Sacks. Together, we will unleash scientific breakthroughs, ensure America's technological dominance, and usher in a Golden Age of American Innovation!…
— Trump Posts on 𝕏 (@trump_repost) December 22, 2024

Sriram Krishnan का बयान: देश की सेवा करने का गर्व
Sriram Krishnan ने इस महत्वपूर्ण पद के लिए चुने जाने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, “मुझे अपने देश की सेवा करने का अवसर मिलने पर गर्व महसूस हो रहा है। डेविड के साथ मिलकर मैं एआई के क्षेत्र में अमेरिका की सर्वोच्च स्थिति बनाए रखने के लिए काम करूंगा। यह मेरे लिए एक बड़ा सम्मान है।” कृष्णन की इस नियुक्ति को लेकर भारतीय-अमेरिकी समुदाय में भी खुशी का माहौल है। उन्होंने इसे अपनी सफलता और समुदाय के लिए गर्व का क्षण बताया।
🇺🇸 I’m honored to be able to serve our country and ensure continued American leadership in AI working closely with @DavidSacks.
Thank you @realDonaldTrump for this opportunity. pic.twitter.com/kw1n0IKK2a
— Sriram Krishnan (@sriramk) December 22, 2024
भारतीय-अमेरिकी समुदाय का समर्थन और खुशी
भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने श्रीराम कृष्णन की इस महत्वपूर्ण पद पर नियुक्ति का स्वागत किया है। इंडियास्पोरा के कार्यकारी निदेशक संजीव जोशीपुरा ने कहा, “हम श्रीराम कृष्णन को दिल से बधाई देते हैं और खुशी है कि उन्हें राष्ट्रपति-निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस के ऑफिस ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी पॉलिसी में सीनियर पॉलिसी एडवाइजर के रूप में नियुक्त किया है।” भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने इस नियुक्ति को अपनी ताकत और सफलता के रूप में देखा है और इसे ट्रंप प्रशासन द्वारा भारतीय-अमेरिकियों के प्रति विश्वास और सम्मान का प्रतीक माना है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का महत्व और ट्रंप प्रशासन की रणनीति
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) आज दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण तकनीकी क्षेत्रों में से एक बन चुका है। यह न केवल विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रभावित कर रहा है, बल्कि सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्रों में भी इसके प्रभाव को महसूस किया जा रहा है। ट्रंप प्रशासन ने एआई के महत्व को समझते हुए इसे अपनी नीति का एक प्रमुख हिस्सा बनाया है। इस दृष्टि से श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि वह एक अनुभवी तकनीकी नेता हैं जिनका अनुभव कई प्रमुख कंपनियों में काम करने का रहा है।
श्रीराम कृष्णन का करियर और अनुभव
श्रीराम कृष्णन का तकनीकी क्षेत्र में एक लंबा और सफल करियर रहा है। वह पहले ‘माइक्रोसॉफ्ट’, ‘ट्विटर’, ‘याहू’, ‘फेसबुक’ और ‘स्नैप’ जैसी प्रमुख कंपनियों में महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं। उनके पास उत्पाद विकास, नीति निर्माण और तकनीकी प्रबंधन का व्यापक अनुभव है। श्रीराम ने इन कंपनियों में अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया है और अब उन्हें अमेरिकी सरकार द्वारा एआई नीति पर काम करने का अवसर मिला है।
व्हाइट हाउस ऑफिस ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी पॉलिसी का भूमिका
व्हाइट हाउस ऑफिस ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी पॉलिसी (OSTP) का प्रमुख उद्देश्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी से जुड़े मुद्दों पर राष्ट्रपति को सलाह देना और नीति निर्माण में मदद करना है। एआई, जो वर्तमान में एक उभरता हुआ क्षेत्र है, पर सही दिशा में काम करने के लिए ट्रंप प्रशासन ने इस ऑफिस के माध्यम से सीनियर पॉलिसी एडवाइजर की नियुक्ति की है। श्रीराम कृष्णन का यह नया पद उनके तकनीकी कौशल और नेतृत्व क्षमता का परीक्षण करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि अमेरिका एआई के क्षेत्र में अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे रहे।
अमेरिका की एआई रणनीति: वैश्विक प्रतिस्पर्धा में बढ़त
अमेरिका के लिए एआई तकनीक न केवल आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भी एक महत्वपूर्ण हथियार है। चीन और रूस जैसे देशों के साथ तकनीकी प्रतिस्पर्धा को देखते हुए, ट्रंप प्रशासन ने एआई के क्षेत्र में अमेरिका की अग्रणी स्थिति बनाए रखने के लिए कई रणनीतियां अपनाई हैं। श्रीराम कृष्णन जैसे अनुभवी पेशेवरों की नियुक्ति से यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि अमेरिका इस रणनीति को सफलतापूर्वक लागू कर सके।
श्रीराम कृष्णन की व्हाइट हाउस में सीनियर पॉलिसी एडवाइजर के रूप में नियुक्ति अमेरिका के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह नियुक्ति न केवल भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए गर्व का कारण है, बल्कि एआई जैसे अत्याधुनिक क्षेत्र में अमेरिकी नेतृत्व को मजबूत करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण पहल है। ट्रंप प्रशासन के इस कदम से यह स्पष्ट हो गया है कि वह विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अमेरिका को वैश्विक स्तर पर अग्रणी बनाना चाहते हैं, और इसके लिए वह सबसे बेहतरीन प्रतिभाओं को नियुक्त कर रहे हैं।

