
बॉलीवुड अभिनेत्री Sonakshi Sinha और उनके पिता शत्रुघ्न सिन्हा इस समय विवादों के घेरे में हैं। इससे पहले मुकेश खन्ना ने अभिनेत्री को रामायण से जुड़ा सवाल न जानने पर आलोचना की थी, और अब कुमार विश्वास ने उनके अंतरधार्मिक विवाह पर तंज कसा है।
Sonakshi Sinha और ज़हीर इक़बाल की शादी
Sonakshi Sinha ने 23 जून 2024 को अपने लंबे समय के बॉयफ्रेंड ज़हीर इक़बाल से एक सिविल शादी की। दोनों के बीच कई वर्षों से प्रेम संबंध थे, और इस शादी को लेकर काफी चर्चाएं और विवाद उठे थे। विशेष रूप से सोनाक्षी और ज़हीर की शादी को लेकर सोशल मीडिया पर उनके अंतरधार्मिक विवाह के कारण भारी आलोचना हुई। अभिनेत्री को इस शादी के लिए कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था। अब कुमार विश्वास ने भी उनके अंतरधार्मिक विवाह पर कुछ निशाने साधे हैं।

कुमार विश्वास ने सोनाक्षी को दी चेतावनी
कुमार विश्वास हाल ही में उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां उन्होंने शत्रुघ्न सिन्हा और सोनाक्षी सिन्हा के विवाह को लेकर एक विवादित बयान दिया। कुमार विश्वास ने कहा, “अपने बच्चों को सीता जी की बहनों और श्रीराम के भाइयों का याद दिलाओ। मैं हिंट दे रहा हूं, जो समझे वह तालियां बजाएं। बच्चों को रामायण सुनाओ, गीता पढ़ाओ, नहीं तो ऐसा न हो कि तुम्हारे घर का नाम रामायण हो और कोई और तुम्हारे घर की लक्ष्मी ले जाए।” यह बयान शत्रुघ्न सिन्हा के घर के नाम “रामायण” को लेकर था, और यह स्पष्ट रूप से सोनाक्षी के विवाह से संबंधित था।

कुमार विश्वास के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर हलचल मच गई। जहां कुछ लोग कुमार विश्वास के बयान का समर्थन कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग इस पर नाराजगी भी जता रहे हैं। उनका कहना है कि यह बयान बिना किसी कारण के दिया गया और इससे समाज में नफरत और घृणा फैलने का खतरा है।
सोशल मीडिया पर विवाद
कुमार विश्वास के बयान के बाद सोशल मीडिया पर दोनों पक्षों से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग उनका समर्थन कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग उनके बयान को नफरत फैलाने वाला मानते हैं। एक ओर जहां कुछ लोग इसे केवल एक मजाक और तंज के तौर पर देख रहे हैं, वहीं दूसरों का कहना है कि यह बयान समाज में अंतरधार्मिक विवाह के खिलाफ भेदभाव और नफरत को बढ़ावा दे सकता है।
सोनाक्षी सिन्हा पढ़ी लिखी है और आर्थिक रूप से स्वतंत्र महिला हैं । उन्होंने अपना जीवन साथी ख़ुद चुना। लेकिन मनुवादियों के लिये महिलाये वस्तु मात्र है जिसे कोई उठा लिया या दान कर दिया जाता है।
pic.twitter.com/LdMUU25zWP— Santosh Yadav, Ph.D. (@sky_phd) December 22, 2024
इस तरह के बयान समाज में एकता और भाईचारे की भावना को नुकसान पहुँचा सकते हैं। ऐसे बयान विशेष रूप से उन लोगों के लिए चिंताजनक होते हैं जो पहले से ही धार्मिक और सांस्कृतिक मतभेदों का सामना कर रहे हैं। हालांकि, कुमार विश्वास का कहना था कि उन्होंने यह बयान बच्चों को सही शिक्षा देने के संदर्भ में दिया था, ताकि उन्हें भारतीय संस्कृति और धर्म की सही जानकारी मिल सके।
मुकेश खन्ना का भी था बयान
कुमार विश्वास से पहले, अभिनेता मुकेश खन्ना ने भी सोनाक्षी सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा पर तंज कसा था। मुकेश खन्ना का आरोप था कि सोनाक्षी सिन्हा को रामायण से जुड़ा एक सवाल नहीं जानने के कारण उन्होंने शत्रुघ्न सिन्हा को दोषी ठहराया था। दरअसल, यह मामला “कौन बनेगा करोड़पति” के 11वें सीजन के दौरान हुआ था, जब सोनाक्षी से पूछा गया था कि हनुमान ने संजीवनी बूटी किसके लिए लाई थी। सोनाक्षी इसका सही जवाब नहीं दे पाई थीं, जिसके बाद मुकेश खन्ना ने शत्रुघ्न सिन्हा को जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना था कि शत्रुघ्न सिन्हा ने अपनी बेटी को रामायण के बारे में सही शिक्षा नहीं दी थी।
कुमार विश्वास और शत्रुघ्न सिन्हा के बीच विवाद
कुमार विश्वास के बयान के बाद यह साफ हो गया है कि शत्रुघ्न सिन्हा और उनके परिवार को लेकर विवाद बढ़ गया है। कुमार विश्वास ने जहां एक ओर रामायण और गीता की शिक्षा देने की बात की, वहीं शत्रुघ्न सिन्हा और सोनाक्षी का मानना है कि ये मुद्दे निजी और व्यक्तिगत हैं, जिनका समाज से कोई लेना-देना नहीं है।
कुमार विश्वास के बयान ने यह सवाल भी उठाया है कि क्या एक धर्म के लोग दूसरे धर्म के लोगों से शादी कर सकते हैं, और क्या ऐसा करना समाज के लिए गलत है। ऐसे में यह सवाल भी उठता है कि क्या यह बयान समाज में सहिष्णुता और एकता की भावना को कमजोर करता है।
कुमार विश्वास का बयान और मुकेश खन्ना की टिप्पणी ने सोनाक्षी सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा को विवादों के घेरे में ला खड़ा किया है। हालांकि, इस मामले को लेकर समाज में मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। जहां कुछ लोग कुमार विश्वास और मुकेश खन्ना के पक्ष में हैं, वहीं कुछ लोग इसे धर्म और समाज के बीच मतभेद पैदा करने वाला मानते हैं। इस विवाद ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि क्या समाज में धर्म, संस्कृति और शिक्षा को लेकर इस तरह की टिप्पणियां सही हैं।

