
दिल्ली के पूर्व मंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता Satyendar Jain ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सांसद बांसुरी स्वराज के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है। यह मामला आज (10 दिसंबर) दिल्ली की राऊज़ एवेन्यू कोर्ट में सुना जाएगा। जैन ने आरोप लगाया है कि बांसुरी स्वराज ने झूठा दावा किया था कि उनके घर से 3 करोड़ रुपये, 1.8 किलोग्राम सोना और 133 सोने के सिक्के बरामद किए गए हैं।
मुकदमा 10 दिसंबर को दर्ज हुआ
सत्येन्द्र जैन, जो दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री रहे हैं, ने 10 दिसंबर 2024 को बांसुरी स्वराज के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था। उनका आरोप है कि बांसुरी स्वराज ने झूठी जानकारी के आधार पर उनकी छवि को नुकसान पहुंचाया है। जैन की याचिका मंगलवार को राऊज़ एवेन्यू कोर्ट में सुनी जाएगी।

बांसुरी के आरोपों में दुर्भावना का आरोप
सत्येन्द्र जैन के अनुसार, बांसुरी स्वराज ने 5 अक्टूबर 2023 को एक इंटरव्यू में दावा किया था कि उनके घर से 3 करोड़ रुपये, 1.8 किलोग्राम सोना और 133 सोने के सिक्के बरामद किए गए थे। जैन का कहना है कि यह आरोप दुर्भावना से प्रेरित हैं। बांसुरी स्वराज ने यह बयान अपने राजनीतिक स्वार्थ को पूरा करने के लिए दिया है।

सत्येन्द्र जैन ने आगे कहा कि बांसुरी स्वराज के बार-बार झूठे बयान उनके सामाजिक स्तर पर व्यक्तिगत और पेशेवर रूप से उनकी छवि को गंभीर रूप से प्रभावित कर रहे हैं। वे एक नागरिक, पति, पिता, भाई और दोस्त के रूप में भी इस नुकसान का सामना कर रहे हैं।
CBI और ED द्वारा मामला दर्ज
गौरतलब है कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सत्येन्द्र जैन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। इस मामले में उन्हें लंबे समय तक जेल में रहना पड़ा था, लेकिन वर्तमान में वे जमानत पर बाहर हैं। जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने कहा था कि बीजेपी के उनके खिलाफ लगाए गए आरोप पूरी तरह से झूठे हैं और जांच एजेंसियां अदालत में उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत पेश नहीं कर पाई हैं।
अदालत में मामले की सुनवाई
आज (10 दिसंबर) को राऊज़ एवेन्यू कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होगी। सत्येन्द्र जैन के वकील ने यह दावा किया कि बांसुरी स्वराज ने उनके खिलाफ झूठे आरोपों को प्रचारित किया, जिससे उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान हुआ। अब यह देखना होगा कि अदालत इस मामले में क्या निर्णय लेती है और क्या बांसुरी स्वराज के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई होती है या नहीं।
जैन की सफाई
सत्येन्द्र जैन ने पहले ही यह स्पष्ट किया था कि आरोपों को लेकर उनकी बेगुनाही साबित होगी। उन्होंने यह भी कहा था कि बीजेपी द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं और इस मामले में कोई वास्तविक प्रमाण नहीं हैं। इसके बावजूद, भाजपा की ओर से उनका लगातार निशाना बनाना उनकी छवि को नुकसान पहुंचा रहा है।
राजनीतिक और कानूनी दृष्टिकोण
यह मामला दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ ले सकता है। बांसुरी स्वराज के आरोपों और सत्येन्द्र जैन की सफाई के बीच, अदालत के फैसले पर सभी की नजरें टिकी हैं। इस मामले से जुड़े दोनों पक्षों के लिए यह एक महत्वपूर्ण कानूनी और राजनीतिक लड़ाई बन चुकी है। अब यह देखना होगा कि कोर्ट इस मामले में किसे सही ठहराता है और क्या बांसुरी स्वराज को कानूनी रूप से कोई जवाब देना होगा।

