SpaceX New Project: दुनिया भर में यात्री अब अपनी लंबी दूरी की यात्रा को बहुत कम समय में पूरा कर सकेंगे। यह चमत्कारी यात्रा संभव होगी स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क के नए प्रोजेक्ट के जरिए। मस्क ने हाल ही में घोषणा की है कि स्पेसएक्स का “पृथ्वी से पृथ्वी तक” अंतरिक्ष यात्रा प्रोजेक्ट जल्द ही वास्तविकता बनने वाला है। इस परियोजना के तहत, अंतरिक्ष यात्रा के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव आने की संभावना है, जिससे दुनिया के प्रमुख शहरों के बीच यात्रा का समय चंद मिनटों में सिमट जाएगा।
एलन मस्क का ऐलान:
एलन मस्क ने यह महत्वपूर्ण घोषणा 6 नवंबर को की थी। मस्क ने एक सोशल मीडिया यूज़र के वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए यह दावा किया कि स्पेसएक्स के स्टारशिप रॉकेट की मदद से पृथ्वी के विभिन्न हिस्सों के बीच यात्रा अब 1 घंटे से भी कम समय में संभव हो सकेगी। यह रॉकेट अंतरिक्ष में जाने के बजाय पृथ्वी के वायुमंडल में उड़ान भरकर एक शहर से दूसरे शहर तक यात्रा करेगा, जिससे यात्रियों को बेहद तेज़ गति से अपनी मंजिल तक पहुंचने का अवसर मिलेगा।
क्या है स्टारशिप रॉकेट का प्लान?
स्पेसएक्स का स्टारशिप रॉकेट पहले अंतरिक्ष यात्रा के लिए डिज़ाइन किया गया था, लेकिन अब इसे पृथ्वी पर प्रमुख शहरों के बीच तेज़ और सुविधाजनक यात्रा के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इस रॉकेट की खासियत यह है कि यह पृथ्वी के वायुमंडल में समानांतर यात्रा करेगा, बजाय इसके कि यह अंतरिक्ष में जाए। यानी रॉकेट का प्रक्षेपण कक्षा में तो होगा, लेकिन यह अंतरिक्ष में गहरे न जाकर वायुमंडल में तेज़ गति से यात्रा करेगा, जिससे शहरों के बीच यात्रा का समय घटकर कुछ ही मिनटों में सिमट जाएगा।
मस्क ने कहा, “स्पेसएक्स ने ऐसी तकनीक विकसित की है, जो अंतरराष्ट्रीय यात्रा को बहुत तेज़ और आसान बना देगी। हम इस योजना को जल्द ही अमल में लाने की योजना बना रहे हैं।”
क्या होगी यात्रा की गति और समय?
स्पेसएक्स ने दावा किया है कि इस नई तकनीक के तहत कुछ प्रमुख शहरों के बीच यात्रा का समय बहुत कम हो जाएगा। उदाहरण के लिए:
- लॉस एंजिलस और टोरंटो के बीच यात्रा महज 24 मिनट में पूरी होगी।
- लंदन से न्यू यॉर्क की यात्रा केवल 29 मिनट में संभव होगी।
- दिल्ली से सैन फ्रांसिस्को तक की यात्रा 30 मिनट में पूरी होगी।
इसका मतलब है कि अब लोग अपने घर से दूसरे शहर या देश तक पहुंचने में घंटों नहीं, बल्कि मिनटों में सफल होंगे। ये घटनाक्रम निश्चित रूप से हवाई यात्रा के तरीके को बदलने वाला है और दुनिया भर में यात्रा के लिए नए मानक स्थापित करेगा।
1000 यात्रियों के लिए सुविधा:
स्पेसएक्स का स्टारशिप रॉकेट 395 फीट लंबा है और इसको स्टेनलेस स्टील से बनाया गया है, जो इसे बहुत मजबूत और सक्षम बनाता है। इस रॉकेट में एक समय में 1000 यात्रियों को यात्रा करने की सुविधा मिलेगी। यात्रियों के लिए यह यात्रा बिल्कुल नए अनुभव से भरपूर होगी, जिसमें वे तेज़ गति से उड़ान भरते हुए अपने गंतव्य तक पहुंचेंगे। हालांकि, प्रक्षेपण और लैंडिंग के दौरान यात्रियों को गुरुत्वाकर्षण बल का अनुभव होगा और इस दौरान सुरक्षा कारणों से उन्हें सीट बेल्ट पहननी होगी।
क्या इसे लागू करना संभव है?
यह योजना करीब दस साल पहले पेश की गई थी, लेकिन अब स्पेसएक्स ने इसे अमल में लाने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। मस्क ने कहा है कि ट्रम्प प्रशासन के दौरान स्पेसएक्स को फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) से इस प्रोजेक्ट के लिए मंजूरी मिल सकती है, जो इसकी सफलता की कुंजी होगी। मस्क ने यह भी बताया कि यह यात्रा पूरी दुनिया के लिए लाभकारी होगी और इससे वैश्विक कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव आएगा।
पारंपरिक हवाई यात्रा से अलग होगा अनुभव:
स्पेसएक्स के स्टारशिप रॉकेट के माध्यम से होने वाली यह यात्रा पारंपरिक हवाई यात्रा से पूरी तरह अलग होगी। इसमें यात्रियों को अंतरिक्ष जैसे अनुभव का सामना नहीं करना पड़ेगा, बल्कि वे वायुमंडल के भीतर तेजी से उड़ते हुए अपनी यात्रा पूरी करेंगे। यह यात्रा न केवल रोमांचक होगी, बल्कि यात्रियों के लिए पूरी यात्रा के दौरान आरामदायक और सुविधाजनक होगी।
यात्रा का असर:
अगर यह प्रोजेक्ट सफल होता है, तो यह सिर्फ अंतरराष्ट्रीय यात्रा के तरीकों को बदलने वाला नहीं होगा, बल्कि व्यापार और वैश्विक कनेक्टिविटी के लिए भी एक नई दिशा खोलेगा। व्यापारिक वस्तुओं की आवाजाही में तेज़ी आएगी, साथ ही वैश्विक पर्यटन भी नए स्तर पर पहुंचेगा। इसका फायदा न सिर्फ यात्रियों को होगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी इससे लाभ होगा।
एलन मस्क और स्पेसएक्स का यह प्रोजेक्ट अगर सही तरीके से लागू हो जाता है, तो यह निश्चित रूप से यात्रा की दुनिया में एक नई क्रांति लाएगा। लोग अब 30 मिनट में दिल्ली से अमेरिका तक यात्रा कर सकेंगे, और यह सिर्फ एक शुरुआत होगी। आने वाले समय में, स्पेसएक्स द्वारा विकसित तकनीक दुनिया भर के नागरिकों के लिए हवाई यात्रा को आसान और तेज़ बना देगी। भविष्य में इस तरह की तेज़ यात्रा को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि यात्रा का मतलब अब कुछ मिनटों में अपने गंतव्य तक पहुंचना होगा।