Ghaziabad: मेरठ रोड के पास घुकना के एक गोदाम से लगभग ₹3.40 करोड़ कीमत की खांसी की सिरप बरामद होने के बाद नंदग्राम पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच जल्द ही क्राइम ब्रांच को सौंप दी जाएगी। क्राइम ब्रांच ने इस केस की जांच के लिए एक ठोस ढांचा तैयार कर लिया है ताकि इस ड्रग माफिया के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।
संदिग्ध ट्रांसपोर्टर्स और ड्रग वितरकों से कड़ी पूछताछ
जांच के दौरान पुलिस ने गाजियाबाद, बरेली-गोरखपुर, मेरठ और हिमाचल प्रदेश के संदिग्ध ट्रांसपोर्टर्स और ड्रग वितरकों से पूछताछ शुरू कर दी है। ट्रांसपोर्टर्स की भूमिका इस अवैध कारोबार में सामने आई है। पुलिस ने इस काले धंधे से जुड़े कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनमें सौरव त्यागी, शादाब, शिवकांत, संतोश भड़ाना, अम्बुज कुमार, धर्मेंद्र कुमार, दीपु यादव और सुषील यादव शामिल हैं।
सौरव त्यागी और नकली कंपनियों का जाल
पुलिस के मुताबिक सौरव त्यागी जो मकानपुर का रहने वाला है, इंडिरापुरम में RS फार्मा के नाम पर ड्रग लाइसेंस रखता था। उसने सात कंपनियां नकली नाम, पते और दस्तावेजों के सहारे खोली थीं। पिछले तीन महीनों से वह इन लाइसेंसों का उपयोग कर खांसी की सिरप की तस्करी कर रहा था। इस दौरान उन्होंने छह बार बड़ी मात्रा में सामान बांग्लादेश की सीमा से लगे राज्यों में भेजा। तस्करी के लिए सिरप को चिप्स, नींबू और चावल के नाम पर बुक किया जाता था।
बरामद सामग्री और हो रही जांच
पुलिस ने आरोपीयों के कब्जे से एक क्रेटा कार, ₹20 लाख नकद, दो लैपटॉप, 10 मोबाइल फोन, नकली पते पर बनाए गए सिम कार्ड और 19 स्ट्रिप टैपेंटाडोल टैबलेट बरामद किए हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि ट्रांसपोर्टर्स के अलावा अन्य ट्रांसपोर्टर्स और ड्रग वितरकों की भी भूमिका हो सकती है। इसलिए उनकी भी जांच जारी है।
गाजियाबाद को बनाया गया तस्करों का हब
पुलिस ने बताया कि गाजियाबाद को इस अवैध तस्करी का केंद्र बनाया गया था क्योंकि यह दिल्ली के पास होने के कारण पूरे देश से अच्छी कनेक्टिविटी वाला शहर है। आरोपियों को लगा था कि गाजियाबाद में पकड़े नहीं जाएंगे। इससे पहले भी गाजियाबाद के राजेंद्र नगर इंडस्ट्रियल एरिया से खांसी की सिरप बरामद हो चुकी है। इसके अलावा लोनी इलाके में नकली दवाइयों का गोदाम भी पुलिस ने पकड़ा था। वर्तमान में नंदग्राम पुलिस जांच कर रही है जिसे जल्द ही क्राइम ब्रांच को सौंपा जाएगा।



