UP News: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने गन्ना किसानों के लिए बड़ी राहत की घोषणा कर दी है। अब अगैती प्रजाति के गन्ने का मूल्य 400 रुपये प्रति क्विंटल और सामान्य प्रजाति का मूल्य 390 रुपये प्रति क्विंटल होगा। पहले यह कीमतें क्रमशः 370 और 360 रुपये थीं। यानी किसानों को 30 रुपये प्रति क्विंटल तक का सीधा लाभ मिलेगा।
पंचायत चुनाव से पहले बड़ा फैसला
राज्य सरकार का यह कदम चुनावी दृष्टि से बेहद अहम माना जा रहा है। आने वाले पंचायत चुनावों से पहले गन्ना मूल्य बढ़ाना ग्रामीण वोटरों को साधने की रणनीति का हिस्सा बताया जा रहा है। योगी सरकार पहले भी हर बड़े चुनाव से पहले गन्ना मूल्य बढ़ाती रही है। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले भी सरकार ने गन्ना मूल्य में 25 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की थी। इसी तरह 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भी दरें बढ़ाई गई थीं।
गन्ना किसानों के संघर्ष का मिला फल
पिछले कुछ महीनों से गन्ना किसान लगातार मूल्य बढ़ाने की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि महंगाई और बढ़ते उत्पादन खर्च के बीच मौजूदा दरों पर उन्हें घाटा हो रहा है। वहीं हरियाणा सरकार द्वारा हाल में 15 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी ने यूपी सरकार पर दबाव बढ़ा दिया था। अंततः योगी सरकार ने किसानों की मांग मान ली। इससे लाखों गन्ना उत्पादकों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है।
गन्ना भुगतान में भी रिकॉर्ड सुधार
योगी सरकार न केवल गन्ना मूल्य बढ़ाने में आगे रही है बल्कि भुगतान में भी उल्लेखनीय काम किया है। वर्ष 2007 से 2017 के बीच जहां 1.47 लाख करोड़ रुपये का भुगतान हुआ था, वहीं 2017 से अब तक 2.90 लाख करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान हो चुका है। इससे स्पष्ट है कि सरकार ने गन्ना किसानों के आर्थिक हितों को प्राथमिकता दी है।
चुनावी रणनीति के संकेत भी स्पष्ट
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह फैसला केवल किसानों को राहत देने के लिए नहीं बल्कि 2027 के विधानसभा चुनावों की तैयारी के लिए भी अहम है। माना जा रहा है कि योगी सरकार गन्ना मूल्य में दो चरणों में और बढ़ोतरी कर सकती है। एक चरण पंचायत चुनाव से पहले और दूसरा विधानसभा चुनाव से पहले। इससे सरकार ग्रामीण इलाकों में एनडीए के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश करेगी।



