कर्नाटक में सीएम सिद्धरामैया की कांग्रेस सरकार अब संकट में दिख रही है। बालू माफिया को लूट की खुली छूट मिलने का आरोप लग रहा है। यह आरोप सीएम के सलाहकार बसवराज रायारेड्डी ने ही लगाए हैं। इन्होंने इस संदर्भ में मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है।
अधिकारियों की मिलीभगत
बसवराज रायारेड्डी के अनुसार विभागीय अधिकारी भी बालू माफिया की मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्ट अधिकारी माफिया के साथ मिलकर ₹400 करोड़ से अधिक रॉयल्टी की लूट में शामिल हैं। रायारेड्डी ने इस पर गम्भीर कार्रवाई की मांग की है।
प्राकृतिक संसाधनों की लूट
रायारेड्डी ने कहा कि भ्रष्ट अधिकारी और माफिया मिलकर राज्य के प्राकृतिक संसाधनों को लूट रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर इनकम टैक्स और GST कलेक्शन सुनिश्चित किया जा सकता है तो रेत की रॉयल्टी क्यों नहीं ली जा रही। उन्होंने सरकार से पारदर्शी और आसान सिस्टम अपनाने का सुझाव दिया।
तुंगभद्रा नदी का दोहन
उनके मुताबिक तुंगभद्रा नदी के पास 85 किलोमीटर दूर क्षेत्रों से हर दिन 100-150 ट्रक रेत और जल्ली पत्थर गैर-कानूनी तरीके से ले जाए जा रहे हैं। इस काम में 200 से अधिक लोग शामिल हैं। आश्चर्य है कि डिपार्टमेंट ऑफ माइंस एंड जियोलॉजी के अधिकारी इस रैकेट की रीढ़ बने हुए हैं।
टास्क फोर्स और सख्त कार्रवाई की मांग
बसवराज रायारेड्डी ने 10 से अधिक अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और तुरंत ट्रांसफर की मांग की है। उन्होंने डिप्टी कमिश्नर की अध्यक्षता में टास्क फोर्स बनाने का सुझाव भी दिया। उन्होंने विशेष रूप से सीनियर जियोलॉजिस्ट पुष्पलता का नाम लिया और उनके खिलाफ डिसिप्लिनरी कार्रवाई की अपील की।



