गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) की कार्यवाही टीम ने बसंतपुर सेंटली, नविपुर और असालतनगर में लगभग 33 बीघा जमीन पर अवैध कॉलोनियों का निर्माण कर रहे बिल्डरों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया। इस कार्रवाई में कॉलोनी की सड़कों, सीमा दीवारों और साइट ऑफिसों को ध्वस्त किया गया। यह अभियान GDA के एन्फोर्समेंट जोन-2 की देखरेख में किया गया। अधिकारियों ने बताया कि अवैध निर्माण रोकने के लिए यह कदम आवश्यक था।
अवैध प्लॉटिंग पर कार्रवाई
कार्रवाई के दौरान लगभग 8,000 वर्ग मीटर अवैध प्लॉटिंग को खसरा नंबर 555, बसंतपुर सेंटली, नविपुर बांबा मुरादनगर में ध्वस्त किया गया। इसके अलावा, 8,000 वर्ग मीटर खसरा नंबर 153, हनुमान मंदिर बांबा रोड, शोभापुर-बसंतपुर-सेंटली में, 7,000 वर्ग मीटर खसरा नंबर 86, असालतनगर में और अन्य साइटों पर भी लगभग 8,000 वर्ग मीटर अवैध निर्माण को तोड़ा गया। इस कार्रवाई से अवैध कॉलोनी बनाने वाले बिल्डरों के इरादों पर अंकुश लगा।
अवैध निर्माण का तरीका और विरोध
अवैध कॉलोनाइज़र इन साइटों पर सड़कें बना रहे थे, सीमा दीवारें खड़ी कर रहे थे, इंटरलॉकिंग टाइल्स बिछा रहे थे और साइट ऑफिस तथा विद्युत खंभे स्थापित कर रहे थे। जब प्राधिकरण की टीम ने कार्रवाई शुरू की, तो अवैध बिल्डरों ने विरोध करने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस और एन्फोर्समेंट स्क्वॉड की सक्रियता के कारण स्थिति को नियंत्रण में लाया गया और प्रभावी कार्रवाई की गई।
प्राधिकरण का कड़ा संदेश
एन्फोर्समेंट जोन-2 के इंचार्ज ने चेतावनी दी कि बिना अनुमति किए गए किसी भी निर्माण को बख्शा नहीं जाएगा। इस अभियान में सहायक अभियंता, जूनियर अभियंता, एन्फोर्समेंट जोन-2 का पूरा स्टाफ, प्राधिकरण की पुलिस फोर्स और एन्फोर्समेंट स्क्वॉड शामिल थे। अधिकारियों ने कहा कि यह कार्रवाई केवल शुरुआत है और भविष्य में भी अवैध निर्माण पर इसी तरह की कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।
भविष्य में और कार्रवाई की संभावना
GDA के अधिकारियों ने बताया कि आगामी महीनों में भी अवैध निर्माण के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। ध्वस्त और सीलिंग की कार्रवाई करके जमीन पर कब्जा करने वालों और बिल्डरों को सबक सिखाया जाएगा। यह कदम शहर में नियामक नियमों का पालन सुनिश्चित करने और नागरिकों को सुरक्षित और कानूनी तरीके से आवास उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उठाया गया है।


