अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मिस्र में आयोजित गाजा शांति शिखर सम्मेलन में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। इस दौरान उन्होंने पीछे खड़े पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से सवालिया लहजे में पूछा कि क्या भारत और पाकिस्तान अच्छे से एक साथ रह सकते हैं।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री झेंपे
ट्रंप के इस सवाल पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री झेंप गए। ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने और शांति का रास्ता अपनाने की वकालत की। उन्होंने दावा किया कि मई में भारत-पाक सैन्य संघर्ष के दौरान उन्होंने युद्धविराम करवाया।
भारत ने बार-बार यह स्पष्ट किया है कि युद्धविराम द्विपक्षीय बातचीत से हुआ था, किसी बाहरी हस्तक्षेप से नहीं। ट्रंप ने यह भी दावा किया कि उन्होंने दोनों देशों पर 200% तक टैरिफ की धमकी देकर 24 घंटे में तनाव खत्म करवाया। भारत ने इस दावे को स्वीकार नहीं किया।
पीएम मोदी ने शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लिया
प्रधानमंत्री मोदी को शर्म अल-शेख में आयोजित शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया गया था, लेकिन उन्होंने इसमें हिस्सा नहीं लिया। इसके बजाय विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने भारत का प्रतिनिधित्व किया।
भारत की स्थिति स्पष्ट
ट्रंप के दावों और पाकिस्तान की सिफारिशों के बावजूद, भारत ने साफ किया कि भारत-पाकिस्तान के बीच किसी भी समझौते या युद्धविराम का निर्णय केवल द्विपक्षीय बातचीत का परिणाम है। भारत ने हमेशा अपनी नीति पर कायम रहकर तनाव समाधान को द्विपक्षीय संवाद के जरिए ही हल करने की बात कही है।


