
Ground Zero Review: फिल्म ‘ग्राउंड जीरो’ एक सच्ची और दिलचस्प कहानी पर आधारित है जो आतंकवाद और भारतीय सुरक्षा बलों की संघर्ष की कहानी को सामने लाती है। यह फिल्म खास तौर पर उस समय के बीएसएफ अधिकारी नरेंद्र नाथ धार दुबे (इमरान हाशमी) के साहस और संघर्ष को उजागर करती है जब उन्होंने देश की रक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी। फिल्म में यह दिखाया गया है कि कैसे नरेंद्र ने आतंकवादी घाज़ी बाबा को मारने के लिए अपनी जान जोखिम में डाली और अपनी जिम्मेदारी को पूरी तरह से निभाया।
निर्देशन और लेखन
‘ग्राउंड जीरो’ के निर्देशक तेजस देओस्कर ने इस फिल्म को बहुत अच्छे तरीके से निर्देशित किया है। तेजस ने पहले अपनी फिल्म ‘छत्रीवाली’ के जरिए दर्शकों को प्रभावित किया था, और अब ‘ग्राउंड जीरो’ के साथ वह एक और बेहतरीन कहानी लेकर आए हैं। फिल्म का निर्देशन इतना शानदार है कि एक्शन सीन से लेकर फिल्म के क्लाइमेक्स तक हर चीज़ में तगड़ा रिसर्च और सही मिलिट्री तकनीक का पालन किया गया है। फिल्म की कहानी भी बहुत अच्छे तरीके से लिखी गई है, जिसमें आम इंसान की तरह नायक को दिखाया गया है, जो किसी भी सामान्य सैनिक से अलग नहीं है।


इमरान हाशमी और कास्टिंग का प्रभाव
इमरान हाशमी ने नरेंद्र नाथ धार दुबे के किरदार को बहुत अच्छे से निभाया है। उन्होंने इस भूमिका में न केवल एक सैन्य अधिकारी के भावनाओं को सही तरीके से दिखाया बल्कि उन सभी कठिनाइयों और संघर्षों को भी महसूस कराया जो एक सैनिक अपने देश की रक्षा करते समय झेलता है। इसके अलावा, साईं ताम्हंकर और जोया हुसैन ने भी अपने-अपने किरदारों में अच्छा काम किया। साईं ने नरेंद्र की पत्नी जया दुबे का रोल निभाया है, जहां उनका अभिनय भावनाओं को बेहतरीन तरीके से व्यक्त करता है। वहीं, जोया ने आईबी अफसर अदिला के किरदार में आक्रामकता और संघर्ष को सही तरीके से दिखाया है।
क्या देखें या न देखें?
‘ग्राउंड जीरो’ एक मजबूत फिल्म है जो सीधे मुद्दे पर बात करती है और कोई फालतू मसाला नहीं जोड़ती। हालांकि, फिल्म का पहला हाफ थोड़ा धीमा है और संपादन में थोड़ी तेजी लाई जा सकती थी, लेकिन फिल्म का क्लाइमेक्स आपके सारे गुस्से और शिकायतों को दूर कर देता है। इमरान हाशमी की इस फिल्म में कुछ नए और दिलचस्प पहलू हैं जो आमतौर पर सेना आधारित फिल्मों में नहीं देखे जाते। कुल मिलाकर, ‘ग्राउंड जीरो’ एक मजबूत और भावनात्मक फिल्म है जो आपको अपने देश की सुरक्षा बलों के संघर्ष को और अधिक समझने का मौका देती है।

