
Kashmir Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने इस घटना को सीधे पाकिस्तान से जोड़ते हुए एक विस्फोटक बयान दिया है। हमले में निर्दोष लोगों की मौत पर दुख और गुस्सा जाहिर करने से वह पीछे नहीं हटे। सिब्बल ने हमले के संदिग्ध समय पर प्रकाश डाला, जो पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर द्वारा की गई एक विवादास्पद टिप्पणी के कुछ ही दिनों बाद हुआ। सिब्बल के अनुसार, यह केवल आतंकवाद का कृत्य नहीं था, बल्कि एक सुनियोजित चाल थी जो राज्य स्तर पर रची गई लगती थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस क्रूरता के पीछे के लोगों को न केवल भारत में बल्कि अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) जैसे वैश्विक मंच पर न्याय का सामना करना चाहिए।
पाकिस्तान से संबंध जोड़ते हुए
सिब्बल ने जनरल असीम मुनीर की उस भयावह टिप्पणी का जिक्र किया जिसमें उन्होंने कश्मीर को पाकिस्तान की “गले की नस” कहा था और अपने तथाकथित “कश्मीरी भाइयों” को न भूलने या न छोड़ने की कसम खाई थी। सिब्बल ने तर्क दिया कि देश के सेना प्रमुख की ओर से इस तरह की बयानबाजी न केवल खतरनाक है बल्कि अनिवार्य रूप से राज्य प्रायोजित आतंकवाद की घोषणा है। उन्होंने इस भड़काऊ बयान और पहलगाम हमले के बीच संबंध जोड़ते हुए कहा कि घटना का समय बहुत अच्छा था और इसे संयोग नहीं माना जा सकता। उन्होंने कहा कि यह एक उच्च सुरक्षा वाला क्षेत्र था, खासकर अमरनाथ मंदिर से इसकी निकटता को देखते हुए, और हमलावरों को इलाके और सुरक्षा बलों की आवाजाही के बारे में विस्तृत जानकारी होनी चाहिए थी।

VIDEO | Quoting Pakistan Army chief Gen Asim Munir's 'jugular vein' comment, Rajya Sabha MP Kapil Sibal (@KapilSibal) calls Pahalgam terrorist attack as Pakistan sponsored terrorist attack.
He says, "'It will be our jugular vein, we will not forget it, we will not leave our… pic.twitter.com/CA07QxG0qG
— Press Trust of India (@PTI_News) April 23, 2025

इस घटना को एक “सुविचारित, सुनियोजित आतंकी हमला” बताते हुए सिब्बल ने कहा कि हमलावर इस इलाके में यूं ही नहीं घुस आए। उन्होंने बताया कि घाटी तक पहुंचना आसान नहीं है, खासकर पहलगाम के आसपास, जहां टट्टू अक्सर कुछ हिस्सों तक पहुंचने का एकमात्र तरीका होते हैं। रिपोर्टों के अनुसार, माना जाता है कि आतंकवादी किश्तवाड़ से कोकरनाग के रास्ते आए थे, जो उबड़-खाबड़ और भारी सुरक्षा वाले इलाके से होकर आए थे। सिब्बल ने जोर देकर कहा कि ये गतिविधियाँ प्रशिक्षित व्यक्तियों की संलिप्तता का संकेत देती हैं, जिन्हें सीमा पार से समर्थन और निर्देश मिलने की संभावना है। उन्होंने कहा कि यह केवल आतंकवाद का कृत्य नहीं है, बल्कि सीमा पार की योजना और इरादे का सबूत है, उन्होंने इसका सीधा दोष पाकिस्तान पर मढ़ा।
वैश्विक जवाबदेही का आह्वान
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से एक दृढ़ अपील करते हुए, सिब्बल ने भारत सरकार से पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित करने और मामले को अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय में ले जाने का आग्रह किया। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से भी इस तरह के आतंकी कृत्यों के खिलाफ एकजुट रुख अपनाने और आतंकवाद को लगातार समर्थन देने के लिए पाकिस्तान का बहिष्कार करने का आह्वान किया। सिब्बल ने कहा कि यह राजनीतिक विभाजन का नहीं बल्कि एकता का क्षण है और उनका मानना है कि विपक्ष ऐसी गंभीर स्थिति में सरकार के साथ खड़ा होगा। उन्होंने यह कहते हुए समापन किया कि भारत इस क्रूर कृत्य को नहीं भूलेगा और देश को वैश्विक मंच पर एक साहसिक और अडिग रुख अपनाना चाहिए।

