
Delhi News: दिल्ली में होली के जश्न में तब खलबली मच गई जब पूर्वी दिल्ली के कल्याणपुरी इलाके में एक मामूली सड़क दुर्घटना हिंसक झड़प में बदल गई, जिसके परिणामस्वरूप एक युवक की नृशंस हत्या कर दी गई। 25 वर्षीय पीड़ित आशीष पर जानलेवा हमला किया गया, जब उसका गला टूटी शराब की बोतल से रेत दिया गया। 14 मार्च की रात को हुई इस भयावह घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। हालांकि, Delhi पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
घटना कैसे घटी?
DCP अभिषेक धानियान के मुताबिक, घटना होली की रात की है, जब आशीष अपने दोस्त के साथ होली मनाकर घर लौट रहा था। जैसे ही वह एनएच 24 कट के पास बाइक से जा रहा था, पीछे से एक और पल्सर बाइक आई और उसकी गाड़ी में टक्कर मार दी।

जब मौखिक विवाद बढ़ गया, तो आरोपियों में से एक ने अपनी जेब से शराब की एक चौथाई बोतल निकाली और आशीष पर हमला कर दिया।

आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की त्वरित कार्रवाई
इस जघन्य हत्याकांड के बाद Delhi पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। त्वरित जांच सुनिश्चित करने और अपराधियों को पकड़ने के लिए चार समर्पित टीमें बनाई गईं। एडिशनल डीसीपी नित्या राधा कृष्ण और एडिशनल डीसीपी-I (ईस्ट) विनीत कुमार की देखरेख में टीमों में ये शामिल थे:
- एसएचओ मुकेश बालियान (कल्याणपुरी थाना)
- इंस्पेक्टर मुकेश मीना
- इंस्पेक्टर दीपक कुमार
- एसीपी पवन कुमार की विशेष टीम
- इंस्पेक्टर अरुण कुमार के नेतृत्व में मादक पदार्थ निरोधक दस्ता
- इंस्पेक्टर जितेंद्र मलिक के नेतृत्व में स्पेशल स्टाफ टीम
- एएटीएस (एंटी-ऑटो थेफ्ट स्क्वाड), इंस्पेक्टर पवन यादव के नेतृत्व में
टीमों ने घटनास्थल और आस-पास के इलाकों से सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया, मोबाइल कॉल रिकॉर्ड की जांच की और अन्य तकनीकी साक्ष्य एकत्र किए। आरोपियों को पकड़ने के लिए कई जगहों पर छापेमारी की गई।
पुलिस ने मुख्य आरोपी पंकज और जीतू को किया गिरफ्तार
उनके समन्वित प्रयासों की बदौलत पुलिस ने कुछ ही घंटों में दो मुख्य आरोपियों को सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान इस प्रकार की गई:
- पंकज कुमार सिन्हा (30): इंदिरापुरम निवासी और एक कॉफी कंपनी में सेल्समैन।
- जीतू (27): मंडावली निवासी, रिक्शा चालक।
आगे की जांच में पता चला कि दोनों आरोपियों का पहले भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। पुलिस ने अपराध में इस्तेमाल की गई बाइक भी बरामद कर ली है, जिससे मामले में अहम सबूत जुड़ गए हैं।
जांच और कानूनी कार्यवाही जारी है
संदिग्धों की गिरफ़्तारी के बाद पुलिस अब जांच पूरी करने और अभियोजन के लिए सभी ज़रूरी सबूत जुटाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। बरामद बाइक, चश्मदीदों के बयान, सीसीटीवी फुटेज और फोरेंसिक रिपोर्ट आशीष को न्याय दिलाने में अहम भूमिका निभाएंगी।
इस दुखद घटना ने एक बार फिर सड़क पर होने वाले क्रोध के खतरों और हिंसा के ऐसे मूर्खतापूर्ण कृत्यों को रोकने के लिए सख्त कानून प्रवर्तन की आवश्यकता को उजागर किया है। जैसे-जैसे मामला आगे बढ़ता है, अधिकारी लोगों से विवादों में संयम बनाए रखने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना कानून प्रवर्तन को देने का आग्रह कर रहे हैं।

