
Australia से एक हैरान करने वाली वीडियो सामने आई है, जिसमें कुछ बच्चे एक मृत सांप को कूदने की रस्सी के रूप में इस्तेमाल करते हुए नजर आ रहे हैं। यह वीडियो वोराबिंडा, ऑस्ट्रेलिया का है, जो रॉकहैम्पटन से करीब दो घंटे की दूरी पर स्थित है। इस वीडियो में बच्चे सांप को पकड़कर कूदते हुए दिखाई दे रहे हैं और हंसी मजाक करते हुए मजे ले रहे हैं।
वीडियो में एक महिला की आवाज सुनी जा सकती है, जो बच्चों से कह रही है, “मुझे दिखाओ, यह क्या है?” जबकि बच्चे कूदते हुए सांप को लेकर मस्ती कर रहे थे, उनमें से एक लड़का कहता है कि यह एक ब्लैक-हेडेड पायथन है। इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, यह हजारों लोगों द्वारा देखा गया और इस पर ढेर सारी प्रतिक्रियाएं आईं।

मृत सांप से खेलना, सोशल मीडिया पर उठी आपत्तियाँ
इस वीडियो में बच्चे एक मृत सांप को कूदने की रस्सी के रूप में इस्तेमाल करते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में यह भी सुनाई देता है कि एक बच्चा कहता है कि यह एक ‘वन-हेडेड पायथन’ है, जबकि दूसरा बच्चा इसे ‘ब्लैक-हेडेड पायथन’ बताता है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर भारी आलोचना हो रही है, क्योंकि लोग इस प्रकार के व्यवहार को असंवेदनशील और अमानवीय मानते हैं। कई लोग यह भी कह रहे हैं कि इस सांप को इस तरह से इस्तेमाल करने के बजाय इसे उचित सम्मान के साथ दफनाया जाना चाहिए था।

एक यूजर ने टिप्पणी करते हुए लिखा, “सांप को उसके भूमि पर सम्मान के साथ जलाया जाना चाहिए था।” एक और यूजर ने कहा, “ऐसे व्यवहार को बच्चों में बढ़ावा देना उनके अंदर सहानुभूति और दया की भावना को कमजोर कर सकता है। यह दिखाता है कि उन्हें न तो इंसानों की पीड़ा का अहसास है और न ही जानवरों की।”
आरएसपीसीए की चिंता
ऑस्ट्रेलिया के पर्यावरण, पर्यटन, विज्ञान और नवाचार विभाग (RSPCA) ने भी इस वीडियो को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है। एक प्रवक्ता ने कहा, “हम इस प्रकार के अनुचित व्यवहार की निंदा करते हैं और इस घटना की जांच करेंगे।” RSPCA ने इस घटना को लेकर कार्रवाई करने की बात भी कही है, क्योंकि यह जानवरों के प्रति गलत और असंवेदनशील व्यवहार को बढ़ावा देता है।
ब्लैक-हेडेड पायथन: एक विशिष्ट प्रजाति
ब्लैक-हेडेड पायथन ऑस्ट्रेलिया की एक बड़ी सांप प्रजाति है, जो उत्तर ऑस्ट्रेलिया में पाई जाती है। यह प्रजाति गैर- विषैली (non-venomous) होती है और यह अपने शिकार को कसकर लपेट कर उसे मार डालती है। यह सांप 3.5 मीटर तक लंबा हो सकता है। ब्लैक-हेडेड पायथन आमतौर पर शांत और लोगों से बचने वाला होता है, लेकिन जब इसे बिना किसी कारण के तंग किया जाता है तो यह अपनी रक्षा के लिए हमला कर सकता है।
ऑस्ट्रेलिया में ब्लैक-हेडेड पायथन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह प्रजाति प्रकृति संरक्षण अधिनियम 1992 के तहत संरक्षित है। इस प्रकार, कोई भी व्यक्ति जो इस सांप को मारने या घायल करने का दोषी पाया जाता है, उसे 6.9 लाख रुपये (लगभग 7,952 डॉलर) तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है।
कानूनी दृष्टिकोण
ऑस्ट्रेलिया में जानवरों की सुरक्षा से संबंधित कानून बहुत कड़े हैं, और किसी भी संरक्षित प्रजाति के प्रति किसी भी प्रकार की क्रूरता को सख्ती से दंडित किया जाता है। जैसे कि ब्लैक-हेडेड पायथन के मामले में, अगर किसी व्यक्ति ने इसे नुकसान पहुँचाया तो उसे भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है। इसके अलावा, जानवरों के प्रति अनादर और क्रूरता को बढ़ावा देने वाले कार्यों को भी कानूनी दृष्टिकोण से देखा जाता है, क्योंकि ऐसे व्यवहारों से समाज में गलत संदेश जाता है और बच्चों में हिंसा को बढ़ावा मिलता है।
सांपों के साथ बच्चों का व्यवहार
यह घटना यह भी दर्शाती है कि बच्चों को जानवरों के प्रति सही व्यवहार सिखाना कितना महत्वपूर्ण है। कई बार, बच्चे बिना समझे किसी जानवर के साथ खेलने या उसे तंग करने का प्रयास करते हैं, और इससे जानवरों के साथ बुरा व्यवहार बढ़ सकता है। यह घटना एक संकेत है कि बच्चों में दया, सहानुभूति और जानवरों के प्रति सम्मान की भावना को विकसित करना अत्यंत आवश्यक है।
अंततः, यह वीडियो यह सवाल उठाता है कि क्या बच्चों को जानवरों के प्रति उचित व्यवहार सिखाया जा रहा है और क्या समाज में बच्चों को ऐसे अमानवीय कृत्यों से बचाने के लिए पर्याप्त जागरूकता है।
ऑस्ट्रेलिया के वोराबिंडा में सामने आए इस वीडियो ने बच्चों के साथ-साथ बड़े लोगों को भी चौंका दिया है। एक मृत सांप को कूदने की रस्सी के रूप में इस्तेमाल करना न केवल अनुचित है, बल्कि यह जानवरों के प्रति असंवेदनशीलता और क्रूरता को भी बढ़ावा देता है। समाज और कानून को इस तरह के व्यवहार के खिलाफ कठोर कदम उठाने चाहिए ताकि बच्चों में सही नैतिकता और दया की भावना विकसित हो सके।

