
Trump and Zelenskyy: यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में हुई गरमागरम बहस के बाद ज़ेलेंस्की ने अमेरिकी टीवी चैनल को दिए एक साक्षात्कार में माफी मांगी। हालांकि, इससे पहले उन्होंने साफ तौर पर किसी भी तरह की माफी से इनकार कर दिया था। लेकिन जब एक पत्रकार ने उनसे पूछा, “क्या ओवल ऑफिस में हुई घटना के बाद आपके और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच संबंध बच सकते हैं?” तो इस पर ज़ेलेंस्की ने जवाब दिया कि “अमेरिका और यूक्रेन के बीच संबंध केवल दो राष्ट्रपतियों के बीच का रिश्ता नहीं है, बल्कि यह दोनों देशों की जनता के बीच का रिश्ता है। मैं अमेरिकी जनता और अमेरिका का धन्यवाद करता हूं और जो कुछ भी हुआ उसके लिए माफी मांगता हूं।”
व्हाइट हाउस में गरमागरम बहस
शुक्रवार को अमेरिका के ओवल ऑफिस में हुई बैठक के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप और ज़ेलेंस्की के बीच तीखी बहस हुई। ट्रंप ने ज़ेलेंस्की पर यह आरोप लगाया कि वे “लाखों लोगों की ज़िंदगी को खतरे में डाल रहे हैं।” इस पर ज़ेलेंस्की ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “यूक्रेन अपनी संप्रभुता और स्वतंत्रता के लिए लड़ रहा है, और उसे अमेरिका की जरूरत है।”

इस बहस के बाद ज़ेलेंस्की ने महत्वपूर्ण “क्रिटिकल मिनरल्स डील” पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया और बिना कोई समझौता किए व्हाइट हाउस छोड़ दिया। व्हाइट हाउस से निकलने के कुछ ही मिनटों बाद उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा:
“धन्यवाद अमेरिका, आपके समर्थन के लिए धन्यवाद, इस यात्रा के लिए धन्यवाद। अमेरिकी राष्ट्रपति, कांग्रेस और अमेरिकी जनता का धन्यवाद। यूक्रेन को एक न्यायसंगत और स्थायी शांति की आवश्यकता है, और हम इसकी दिशा में काम कर रहे हैं।”

President Zelenskyy tells @BretBaier the relationship between the United States and Ukraine can be salvaged after today’s explosive meeting between him and President Trump at the White House. pic.twitter.com/7bfFmRTzlW
— Fox News (@FoxNews) February 28, 2025
माफी पर ज़ेलेंस्की का यू-टर्न
शुरुआत में ज़ेलेंस्की ने स्पष्ट रूप से किसी भी प्रकार की माफी से इनकार कर दिया था, लेकिन अमेरिकी पत्रकार के सवाल के जवाब में उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से माफी मांग ली। उन्होंने कहा कि “यूक्रेन और अमेरिका का रिश्ता केवल सरकारों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दोनों देशों की जनता के बीच की गहरी दोस्ती पर आधारित है।”
ज़ेलेंस्की ने यह भी कहा कि अमेरिका और यूक्रेन एक “आध्यात्मिक संबंध” साझा करते हैं और “यूक्रेन की लड़ाई केवल भू-राजनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह स्वतंत्रता और लोकतंत्र की रक्षा के लिए है।” उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उनके और ट्रंप के बीच हुए टकराव के बावजूद, वे अमेरिका के समर्थन की सराहना करते हैं।
यूक्रेन को अमेरिका से क्या उम्मीदें?
ज़ेलेंस्की का अमेरिका दौरा इस समय हुआ जब यूक्रेन को रूस के साथ जारी युद्ध में भारी समर्थन की जरूरत है। उन्होंने अमेरिकी कांग्रेस और राष्ट्रपति प्रशासन से यूक्रेन के लिए अधिक सैन्य और आर्थिक सहायता की अपील की।
यूक्रेन को उम्मीद है कि अमेरिका उसे हथियारों और आर्थिक सहायता प्रदान करेगा, ताकि वह रूस के खिलाफ अपनी सुरक्षा को मजबूत कर सके। हालांकि, ट्रंप प्रशासन ने स्पष्ट किया कि वह यूक्रेन को “अनंतकाल तक” सहायता नहीं दे सकता और ज़ेलेंस्की को इस मुद्दे पर स्पष्ट रणनीति बनानी होगी।
व्हाइट हाउस में ट्रंप का सख्त रवैया
बैठक के दौरान ट्रंप ने ज़ेलेंस्की से सीधा सवाल किया कि “यूक्रेन की युद्ध नीति क्या है?” उन्होंने आरोप लगाया कि ज़ेलेंस्की “बिना किसी ठोस रणनीति के युद्ध को लंबा खींच रहे हैं, जिससे लाखों निर्दोष नागरिकों की जान जा रही है।”
ट्रंप ने कहा कि “यूक्रेन को अमेरिका की सहायता चाहिए, लेकिन अमेरिका को भी यह देखना होगा कि उसकी सहायता सही दिशा में जा रही है या नहीं।” उन्होंने यह भी संकेत दिया कि “यदि अमेरिका और रूस के बीच कोई राजनयिक समाधान निकल सकता है, तो उसे प्राथमिकता दी जानी चाहिए।”
ओवल ऑफिस से बाहर आते ही ज़ेलेंस्की ने ट्रंप को धन्यवाद कहा
हालांकि, बैठक में गरमागरम बहस और असहमति के बावजूद, जब ज़ेलेंस्की व्हाइट हाउस से बाहर निकले, तो उन्होंने ट्रंप और अमेरिका का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि “हम अमेरिका के समर्थन के आभारी हैं और हमें आशा है कि यह समर्थन भविष्य में भी जारी रहेगा।”
क्रिटिकल मिनरल्स डील पर क्यों नहीं हुए हस्ताक्षर?
बैठक के दौरान ज़ेलेंस्की और ट्रंप के बीच “क्रिटिकल मिनरल्स डील” पर बातचीत हुई थी, लेकिन ज़ेलेंस्की ने इस पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। यह समझौता यूक्रेन और अमेरिका के बीच महत्वपूर्ण खनिज संसाधनों के व्यापार को लेकर था, जिसमें अमेरिका यूक्रेन से दुर्लभ खनिजों की आपूर्ति सुनिश्चित करने वाला था।
लेकिन, ओवल ऑफिस में हुई बहस के बाद ज़ेलेंस्की ने इस समझौते पर आगे बढ़ने से इनकार कर दिया। इससे संकेत मिलता है कि दोनों देशों के बीच राजनयिक तनाव बढ़ सकता है।
यूक्रेन को अमेरिका से समर्थन की कितनी उम्मीद?
यूक्रेन को अमेरिका से सैन्य और आर्थिक सहायता की जरूरत है, लेकिन ट्रंप प्रशासन के रुख से यह स्पष्ट है कि अमेरिका इस सहायता को लेकर सख्त रुख अपनाएगा। ट्रंप ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि “अमेरिका हर हाल में यूक्रेन का समर्थन नहीं करेगा, बल्कि उसे अपनी नीति में स्पष्टता लानी होगी।”
व्हाइट हाउस में ट्रंप और ज़ेलेंस्की के बीच हुई बैठक ने यह दिखाया कि यूक्रेन और अमेरिका के बीच संबंध कितने जटिल हो सकते हैं। एक ओर ज़ेलेंस्की अमेरिकी समर्थन की आशा कर रहे हैं, तो दूसरी ओर ट्रंप प्रशासन इसे सशर्त रखना चाहता है।
ज़ेलेंस्की की माफी और ट्रंप का सख्त रुख यह दर्शाता है कि अमेरिका-यूक्रेन संबंधों में कुछ असहमति जरूर है, लेकिन दोनों देश एक-दूसरे के सहयोगी बने रहने की कोशिश कर रहे हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच संबंध कैसे विकसित होते हैं और क्या यूक्रेन को अमेरिका से उतना समर्थन मिल पाता है जितनी उसे उम्मीद है।

