
South China सागर के उत्तरी क्षेत्र में स्थित टोंकिन की खाड़ी में चीन ने सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है। चीनी अधिकारियों के अनुसार, यह अभ्यास गुरुवार शाम तक चलेगा और इसमें विशेष रूप से बेबू खाड़ी (Beibu Bay) के चीनी हिस्से पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। चीन की समुद्री सुरक्षा प्रशासन (Maritime Security Administration) ने इस सैन्य अभ्यास की पुष्टि की है। इस बीच, कई देशों की नजर इस पर टिकी हुई है कि आखिर चीन ने यह सैन्य अभ्यास क्यों शुरू किया है?
वियतनाम के फैसले के बाद आया चीन का सैन्य अभ्यास
चीन ने यह सैन्य अभ्यास ऐसे समय में शुरू किया है जब कुछ ही दिन पहले वियतनाम ने दक्षिण चीन सागर में अपने दावे वाले जल क्षेत्र की एक नई सीमा घोषित की थी। सरकारी समाचार पत्र ‘Vietnam News’ की रिपोर्ट के अनुसार, यह नई सीमा संयुक्त राष्ट्र समुद्री कानून संधि (UNCLOS) के अनुरूप है।

वियतनाम सरकार के मुताबिक, यह नई सीमा उनके संप्रभुता (Sovereignty) और क्षेत्राधिकार (Jurisdiction) को कानूनी रूप से मजबूत आधार देती है। हालाँकि, वियतनाम ने चीन के इस सैन्य अभ्यास पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।

चीन और वियतनाम के बीच पहले से ही टोंकिन की खाड़ी पर नियंत्रण को लेकर एक समुद्री समझौता है। बावजूद इसके, दोनों देश स्प्रैटली (Spratly Islands) और पारासेल द्वीप (Paracel Islands) सहित दक्षिण चीन सागर के कई हिस्सों पर दावा करते रहे हैं।
चीन लंबे समय से लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना अधिकार जताता रहा है और वह लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए है। अक्टूबर 2023 में चीन ने पारासेल द्वीप समूह के पास 10 वियतनामी मछुआरों की नाव पर हमला किया था, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया था।
चीन के कई देशों से समुद्री विवाद
चीन सिर्फ वियतनाम ही नहीं बल्कि कई अन्य देशों के साथ भी दक्षिण चीन सागर को लेकर विवाद में रहा है।
🔹 फिलीपींस: चीन और फिलीपींस के बीच कई बार नौसेना संघर्ष हो चुके हैं। चीन के जहाज कई बार फिलीपीनी जलक्षेत्र (Exclusive Economic Zone – EEZ) में घुस चुके हैं, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है।
🔹 मलेशिया: मलेशिया भी चीन के खिलाफ दक्षिण चीन सागर के कुछ हिस्सों पर अपना दावा करता रहा है। हाल के वर्षों में चीनी जहाजों और मलेशियाई मछुआरों के बीच झड़पें देखी गई हैं।
🔹 ब्रुनेई: भले ही ब्रुनेई छोटे आकार का देश हो, लेकिन चीन के साथ इसके समुद्री सीमा विवाद मौजूद हैं।
🔹 ताइवान: चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है, जबकि ताइवान एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में कार्य कर रहा है। दक्षिण चीन सागर को लेकर ताइवान और चीन के बीच भी विवाद है।
🔹 इंडोनेशिया: इंडोनेशिया के नटूना द्वीप समूह (Natuna Islands) के पास चीनी कोस्ट गार्ड और इंडोनेशियाई मछुआरों के बीच कई बार हिंसक झड़पें हो चुकी हैं।
चीन का आक्रामक रवैया ‘नौवहन की स्वतंत्रता’ (Freedom of Navigation) और संप्रभुता (Sovereignty) के उल्लंघन का मामला बनता है, जिससे पूरे एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अस्थिरता पैदा हो रही है।
दक्षिण चीन सागर में चीन की रणनीति क्या है?
चीन लंबे समय से “नाइन-डैश लाइन” (Nine-Dash Line) के आधार पर लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता रहा है, जो अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत विवादास्पद माना जाता है।
🔸 कृत्रिम द्वीपों (Artificial Islands) का निर्माण – चीन ने दक्षिण चीन सागर में कृत्रिम द्वीप बनाए हैं, जहां उसने सैन्य सुविधाएँ तैनात कर रखी हैं।
🔸 सैन्य गतिविधियों में तेजी – चीन लगातार अपनी नौसेना, कोस्ट गार्ड और मिलिशिया बलों की तैनाती बढ़ा रहा है।
🔸 अन्य देशों के EEZ में घुसपैठ – चीन समय-समय पर अन्य देशों के विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) में अपनी जहाज भेजता रहा है, जिससे तनाव बढ़ता है।
🔸 संयुक्त राज्य अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए चिंता – अमेरिका और पश्चिमी देश चीन के इस विस्तारवादी रवैये पर कड़ी नजर रख रहे हैं और समय-समय पर अपने युद्धपोत इस क्षेत्र में तैनात करते हैं।
फिलीपींस और वियतनाम से सबसे ज्यादा तनाव
हाल के वर्षों में फिलीपींस और वियतनाम के साथ चीन का तनाव काफी बढ़ा है।
🔹 फिलीपींस के साथ – चीन और फिलीपींस के जहाजों के बीच झड़पें आम हो गई हैं। हाल ही में चीन ने फिलीपींस के जहाजों पर वाटर कैनन (Water Cannon) से हमला किया था।
🔹 वियतनाम के साथ – वियतनाम और चीन दोनों स्प्रैटली और पारासेल द्वीप समूह पर दावा करते हैं। चीन की नौसेना अक्सर वियतनामी मछुआरों पर हमले करती है।
आगे क्या हो सकता है?
चीन के इस नए सैन्य अभ्यास से दक्षिण चीन सागर में तनाव और बढ़ सकता है।
✅ संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया: चीन के इस कदम पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया आ सकती है।
✅ अमेरिका और अन्य देशों की रणनीति: अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान जैसे देश इस क्षेत्र में अपने युद्धपोत (Warships) भेज सकते हैं।
✅ वियतनाम का जवाब: वियतनाम भी अपने दावे को मजबूत करने के लिए जवाबी कदम उठा सकता है।
✅ फिलीपींस और अन्य देशों का रुख: दक्षिण चीन सागर से जुड़े अन्य देश भी चीन के खिलाफ मजबूत कदम उठा सकते हैं।
चीन के इस सैन्य अभ्यास से दक्षिण चीन सागर में तनाव और बढ़ने की संभावना है। वियतनाम की नई समुद्री सीमा घोषित करने के बाद चीन ने यह कदम उठाया है, जिससे यह साफ है कि बीजिंग इस क्षेत्र पर अपना दावा मजबूत करने की कोशिश कर रहा है।
चीन का यह आक्रामक रवैया अंतरराष्ट्रीय समुद्री कानूनों के उल्लंघन के रूप में देखा जा रहा है और इससे फिलीपींस, वियतनाम, ताइवान, मलेशिया और इंडोनेशिया के साथ उसके रिश्ते और खराब हो सकते हैं। आने वाले दिनों में इस क्षेत्र की स्थिति और अधिक गंभीर हो सकती है।

